Labor Day Struggles of MGNREGA Workers in Maharajganj कम पारिश्रमिक मिलने से मजदूरों को घर चलाना हुआ मुश्किल, Maharajganj Hindi News - Hindustan
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कम पारिश्रमिक मिलने से मजदूरों को घर चलाना हुआ मुश्किल

Maharajganj News - महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। मजदूर दिवस मेहनतकश लोगों के संघर्ष और अधिकारों के सम्मान,

Newswrap हिन्दुस्तान, महाराजगंजThu, 1 May 2025 10:58 AM
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कम पारिश्रमिक मिलने से मजदूरों को घर चलाना हुआ मुश्किल

महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। मजदूर दिवस मेहनतकश लोगों के संघर्ष और अधिकारों के सम्मान, योगदान और मेहनत को मान्यता देने के लिए एक बेहद खास दिन है। यह दिन उन सभी श्रमिकों को समर्पित है, जो कठिन परिश्रम से आम जन मानस के जीवन को आसान बनाते हैं। श्रमिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल मजदूर दिवस मनाया जाता है। पर जिले में जागरूकता की बात को छोड़ दीजिए, अधिकतर मनरेगा मजदूर अपने रोजी-रोटी को लेकर काफी परेशान हैं। मनरेगा मजदूरों का कहना है कि 252 रुपये मजदूरी कम पड़ जा रही है। परिवार के भरण-पोषण को लेकर सांसत बढ़ती जा रही है।

महराजगंज जिले में करीब 33 लाख की आबादी में बड़ी संख्या में मनरेगा मजदूर, श्रम विभाग के पंजीकृत मजदूर और बिना पंजीकरण के ईंट भट्ठे पर काम कर रहे मजदूर शामिल हैं। अधिकांश मजदूरों की रोजी-रोजी दिन में काम करने पर मिलने वाले परिश्रमिक से ही चलती है। लेकिन काफी मेहनत करने के बाद भी अधिकतर मजदूरों का जीवन स्तर अभी भी नहीं सुधरा। अधिकतर मजदूर दो वक्त का भोजन, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई और स्वास्थ्य आदि पर होने वाले खर्च को लेकर हताश व परेशान हैं। मजदूरों की गृहस्थी की गाड़ी बड़ी मुश्किल से चल पा रही है। सदर क्षेत्र के मनरेगा मजदूर रामनिवास राजभर, मैना देवी, रमेश कुमार, बिकाऊ प्रसाद, श्रीचंद प्रसाद आदि ने बताया कि मनरेगा में कार्ड तो बन गए हैं। लेकिन हर दिन काम नहीं मिल पाते हैं। लगातार काम मिले को दिक्कत नहीं होगी। दूसरी बड़ी बात मनरेगा मजदूरी भुगतान का मामला है। काम करने के बाद कई महीने तक भुगतान नहीं हो पाता है। ऐसे में अधिकतर मनरेगा मजदूर परेशान रहते हैं। यहां तो हर दिन रोजी-रोटी को लेकर उमड़ती है मजदूरों की भीड़ महराजगंज नगर के सक्सेना चौक पर हर सुबह रोजी-रोटी को लेकर सैकड़ों ग्रामीण मजदूरों की भीड़ उमड़ पड़ती है। सक्सेना चौक पर ग्रामीण मजदूर हर दिन बिकते हैं। किसी दिन यदि काम नहीं मिलता है तो मजदूरों को निराश होकर घर लौटना पड़ता। सक्सेना चौक पर हर दिन मजदूरी को पहुंचने वाले परमेश्वर ने बताया कि काम मिलने पर 450 रुपये पारिश्रमिक आसानी से मिल जाती है। पर काम नहीं मिलने पर खाली हाथ घर लौटना पड़ता है। सरकारी योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित हो रहे हैं पंजीकृत श्रमिक प्रभारी श्रम प्रर्वतन अधिकारी महेन्द्र कुमार ने बताया कि श्रम विभाग में कुल 218000 श्रमिक पंजीकृत हैं। श्रम विभाग द्वारा मजदूरों के हित को लेकर कई योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। इसका लाभ मजदूरों को पहुंच रहा है। महराजगंज के मजदूरों ने कन्या विवाह सहायता योजना का सबसे अधिक फायदा उठाया है। श्रम विभाग ने स्वास्थ्य बीमा योजना को भी लागू किया है। इस योजना के तहत दुघर्टना में मृत्यु होने पर पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद की जाती है। वहीं स्थाई दिव्यांगता होने पर दो लाख रुपये तक कैशलेस बीमा कवर दिया जाता है।

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