प्रयागराज जंक्शन पर लावारिस फेंकी बच्ची को मिले माता-पिता, यूपी से अमेरिका गई काजल
प्रयागराज जंक्शन पर नवंबर 2023 में अनाथ बच्ची लावारिस हलात में मिली। उसे खुल्दाबाद स्थित शिशु गृह लाया गया। जब बच्ची आई थी तो उसकी हालत बहुत खराब थी।

दो साल पहले प्रयागराज जंक्शन पर लावारिस हालत में मिली नन्हीं काजल (बदला हुआ नाम) को अब शिशु गृह की तंग दीवारों से मुक्ति मिल गई है। काजल अब अमेरिका में रहेगी और वहीं जीवन गुजारेगी। दो दिन पहले ही उसे गोद लेने के लिए वहां से दंपती प्रयागराज आए और गोद लेकर यहां से रवाना हो गए। प्रयागराज जंक्शन पर नवंबर 2023 में अनाथ बच्ची लावारिस हलात में मिली। उसे खुल्दाबाद स्थित शिशु गृह लाया गया। जब बच्ची आई थी तो उसकी हालत बहुत खराब थी।
कई दिनों तक बच्ची को चिल्ड्रेन अस्पताल में भर्ती रखा गया और जब ठीक हुई तब से यहीं रह रही थी। पिछले दिनों उसकी तस्वीर कारा के पोर्टल पर अपलोड की तो कैलिफोर्निया के साफ्टवेयर इंजीनियर ने गोद लेने के लिए आवेदन किया। कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद उसे सोमवार को गोद देने की प्रक्रिया को पूरा किया गया। अब काजल अपने माता-पिता के साथ वहां चली गई है।
वहीं, 2022 में बलिया से प्रयागराज भेजे गए छह दिन के इशान (बदला हुआ नाम) को जब यहां लाया गया तो मालूम चला कि उसके दिल में छेद है। चिल्ड्रेन अस्पताल में उपचार हुआ। समय के साथ दिल में छेद भी ठीक हो गया। पिछले दिनों उसे इटली से आए दंपती ने गोद लिया। बीते एक साल में जिला प्रोबेशन कार्यालय से कुल 44 बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया पूरी हुई है। जिसमें चार बच्चे विदेश में रहते हैं।
जिला प्रोबेशन अधिकारी, सर्वजीत सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दो दिन पहले ही नन्हीं बच्ची को कैलिफोर्निया से लेने माता-पिता आए थे। गोद दिलाने की ! नेकी प्रक्रिया पूरी हो गई है। इसी साल ऐसे बच्चे को इटली के दंपती ने गोद लिया, जिसके दिल में छेद था। इस साल 44 बच्चों को गोद दिलाने की प्रक्रिया हुई है।