बीमार बना रही उमस भरी गर्मी, जिला अस्पताल पटा
Maharajganj News - बदले मौसम के कारण लोगों का स्वास्थ्य तेजी से प्रभावित हो रहा है। सोमवार को जिला अस्पताल में 900 मरीज पहुंचे, जिनमें से 428 बुखार और उल्टी-दस्त से पीड़ित थे। 29 गंभीर मरीजों को भर्ती किया गया। डॉक्टरों...
महराजगंज, हिन्दुस्तान टीम। बदले मौसम में लोगों का तेजी से स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। इसकी तस्दीक जिला अस्पताल पहुंचे मरीज कर रहे हैं। सोमवार को अवकाश के दिन जिला अस्पताल की ओपीडी हाफ टाइम में ही 900 मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे। इनमें से 428 पीड़ित बुखार व उल्टी-दस्त के शामिल रहे। प्राथमिक इलाज के बाद हालत में सुधार नहीं होने पर 29 मरीजों को भर्ती करना पड़ा। 100 बेड वाले जिला अस्पताल में हर रोज करीब एक हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा पर अवकाश के चलते हाफ टाइम यानी 12 बजे तक ओपीडी चली।
दोपहर तक 900 पीड़ित इलाज के लिए पहुंचते थे। इनमें 428 मरीज उल्टी-दस्त और बुखार से पीड़ित शामिल रहे। प्राथमिक इलाज के बाद हालत में सुधार होने पर 399 मरीजों को घर भेज दिया गया। लेकिन बीमारी से गंभीर 29 मरीजों को भर्ती करना पड़ा। इससे अस्पताल के सभी वार्ड फुल हो गया। इनमें सबसे अधिक बुखार व उल्टी-दस्त से पीड़ित शामिल हैं। ड्रिप के सहारे डायरिया पीड़ित वार्ड में भर्ती उल्टी-दस्त से पीड़ितों की शरीर में पानी कमी हो गई है। पानी की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टरों ने ड्रिप लगाने की सलाह दी है। एक दिन में इन पीड़ितों को दो से तीन ड्रिप दिया जा रहा हैं। ड्रीप व दवा से पीड़ितों की स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है। पैरासिटॉमाल इंजेक्शन की खपत बढ़ी जिला असपताल में भर्ती बुखार पीड़ितों का दवा से बुखार नही कंट्रोल होने पर उन्हें पैरासिटामॉल इंजेक्शन देने की सलाह दी गई है। सुबह और शाम में पैरासिटामॉल इंजेक्शन दिया जा रहा है। इससे अस्पताल में पैरासिटामॉल इंजेक्शन खपत बढ़ गई है। बुखार ठीक होने में कम से कम चार दिन लग रहे हैं। सावधानी बरत मासूमों को बीमार होने से बचा सकते हैं अभिभावक जिला अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश रमन ने बताया कि उमस भरी गर्मी में विशेषकर बच्चे बहुत जल्द उल्टी-दस्त और बुखार के चपेट में आ रहे हैं। डायरिया होने पर ओआरएस घोल लेना शुरू कर दें। बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित होते ही डॉक्टर से परामर्श लें। शुद्ध पानी का सेवन करें और मच्छरदानी का प्रयोग करें। बदले मौसम में डायरिया और बुखार पीड़ितों में इजाफा हो गया है। दवा स्टाक करने के साथ ही वार्ड में भर्ती मरीजों का ठीक से देखभाल करने की सलाह दी गई है। मरीजों और तीमारदारों के लिए ओआरएस युक्त पानी की व्यवस्था की गई है। इसकी मॉनिटरिंग हर रोज की जा रही है। डॉ. एके द्विवेदी, सीएमएस
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