मुझ पर कराए गए जानलेवा हमले, रामजी सुमन के घर हमले पर मायावती ने अखिलेश को घेरा; जानें क्या कहा
- बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को 'एक्स' पर लिखा-आगरा की हुई घटना के साथ-साथ सपा मुखिया को इनकी सरकार में दिनांक 2 जून 1995 को लखनऊ स्टेट गेस्ट हाऊस काण्ड में इस पार्टी द्वारा मेरे ऊपर कराया गया जानलेवा हमला भी इनको जरूर याद कर लेना चाहिये तथा इसका पश्चताप भी जरूर करना चाहिए।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राणा सांगा पर विवादित बयान देने के बाद सपा सांसद रामजी लाल सुमन के आगरा स्थित आवास पर हुए हमले को लेकर अखिलेश यादव पर सवाल उठाए हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में मायावती ने 30 साल पहले हुए स्टेट गेस्ट हाउस कांड की याद दिलाते हुए सपा प्रमुख से पश्चाताप करने की मांग की है।
शुक्रवार को मायावती ने 'एक्स' पर एक के बाद एक दो पोस्ट किए। उन्होंने लिखा-आगरा की हुई घटना के साथ-साथ सपा मुखिया को इनकी सरकार में दिनांक 2 जून 1995 को लखनऊ स्टेट गेस्ट हाऊस काण्ड में इस पार्टी द्वारा मेरे ऊपर कराया गया जानलेवा हमला भी इनको जरूर याद कर लेना चाहिये तथा इसका पश्चताप भी जरूर करना चाहिए।
उन्होंने अपनी दूसरी पोस्ट में सपा को किसी भी समुदाय का अपमान न करने की नसीहत दी। उन्होंने लिखा- ' साथ ही, सपा को अपने स्वार्थ में किसी भी समुदाय का अपमान करना ठीक नहीं, जिसके तहत अब इनको किसी समुदाय में दुर्गन्ध व किसी में सुगन्ध आ रही है। इससे समाज में अमन-चैन व सौहार्द बिगड़ेगा, जो ठीक नहीं।'
बसपा प्रमुख ने कहा कि आगरा घटना की आड़ में समाजवादी पार्टी अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना बन्द करे और आगरा की हुई घटना की तरह यहां दलितों का उत्पीड़न और ज्यादा ना कराये।
बता दें कि दो दिन पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कन्नौज में बयान दिया था कि भाजपा को दुर्गंध पसंद है इसलिए वो गौशालाएं बनवा रही है। जबकि सपा को सुगंध पसंद थी इसलिए इत्र पार्क बनवाए।
आगरा की घटना पर चिंता जताई
बसपा प्रमुख मायावती ने इससे पहले गुरुवार को भी आगरा में सांसद रामजी लाल सुमन के घर हुए हमले की घटना को लेकर चिंता जताई थी। 'एक्स' पर गुरुवार को किए पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि समाजवादी पार्टी अपने राजनीतिक लाभ के लिए अपने दलित नेताओं को आगे करके जो घिनौनी राजनीति कर रही है, अर्थात् उनको नुकसान पहुंचाने में लगी है, यह उचित नहीं। दलितों को इनके सभी हथकंडों से सावधान रहना चाहिए। आगरा की हुई घटना अति चिंताजनक है।