आकाश की वापसी के बाद मायावती की अहम बैठक आज, भतीजे की जिम्मेदारियों पर कर सकती हैं फैसला
- आकाश की वापसी के बाद मायावती ने आज अहम बैठक बुलाई हे। माना जा रहा है कि इस बैठक में मायावती आकाश की जिम्मेदारियों को लेकर भी कुछ घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही संगठन विस्तार और भाईचारा कमेटियों के गठन के प्रगति की समीक्षा होगी।

बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद की वापसी के बाद बुधवार को पार्टी पदाधिकारियों की अहम बैठक बुलाई है। इसमें प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मंडलीय कोआर्डिनेटरों, जिलाध्यक्षों व बामसेफ के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। यह बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है कि आकाश की वापसी के तुरंत बाद यह होने जा रही है। इसीलिए माना जा रहा है कि आकाश की जिम्मेदारियों को लेकर भी कुछ घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही यह भी देखने वाली बात होगी कि आकाश बैठक में शामिल होते है या नहीं। इसके साथ ही संगठन विस्तार और भाईचारा कमेटियों के गठन के प्रगति की समीक्षा होगी।
बसपा सुप्रीमो इन दिनों लखनऊ में ही रहकर विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर संगठन को मजबूती देने में लगी हुई हैं। उन्होंने छह महीनों तक अभियान चलाकर बूथ कमेटियों के गठन का निर्देश दिया है। इसके साथ ही भाईचारा कमेटियों को नए सिरे से बनाया जा रहा है। इसमें खासकर दलितों और पिछड़ों के साथ मुस्लिमों को जोड़ा जा रहा है। वर्ष 2007 में इसी भाईचारा कमेटी के दम पर बसपा सत्ता में आई थी।
मायावती बुधवार को बैठक में संगठन और विधानसभा चुनाव को लेकर जरूरी निर्देश दे सकती हैं। इसके साथ ही आकाश आनंद की जिम्मेदारियों की भी घोषणा कर सकती हैं। आकाश आनंद को मंडलों में जाकर कॉडर कैंप करने का निर्देश भी दिया जा सकता है। मायावती भी कांशीराम के समय मंडलों में जाकर कॉडर कैंप करती थीं। इसके दम पर ही बसपा उत्तर प्रदेश में मजबूत हुई थी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भतीजे आकाश आनंद की वापसी के बाद बुधवार को पार्टी पदाधिकारियों की अहम बैठक बुलाई है। इसमें प्रदेश पदाधिकारियों के साथ मंडलीय कोआर्डिनेटरों, जिलाध्यक्षों व बामसेफ के पदाधिकारियों को बुलाया गया है। यह बैठक इसलिए भी अहम मानी जा रही है कि आकाश की वापसी के तुरंत बाद यह होने जा रही है। इसीलिए माना जा रहा है कि आकाश की जिम्मेदारियों को लेकर भी कुछ घोषणा हो सकती है। इसके साथ ही यह भी देखने वाली बात होगी कि आकाश बैठक में शामिल होते है या नहीं। इसके साथ ही संगठन विस्तार और भाईचारा कमेटियों के गठन के प्रगति की समीक्षा होगी।
बसपा सुप्रीमो इन दिनों लखनऊ में ही रहकर विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर संगठन को मजबूती देने में लगी हुई हैं। उन्होंने छह महीनों तक अभियान चलाकर बूथ कमेटियों के गठन का निर्देश दिया है। इसके साथ ही भाईचारा कमेटियों को नए सिरे से बनाया जा रहा है। इसमें खासकर दलितों और पिछड़ों के साथ मुस्लिमों को जोड़ा जा रहा है। वर्ष 2007 में इसी भाईचारा कमेटी के दम पर बसपा सत्ता में आई थी।
मायावती बुधवार को बैठक में संगठन और विधानसभा चुनाव को लेकर जरूरी निर्देश दे सकती हैं। इसके साथ ही आकाश आनंद की जिम्मेदारियों की भी घोषणा कर सकती हैं। आकाश आनंद को मंडलों में जाकर कॉडर कैंप करने का निर्देश भी दिया जा सकता है। मायावती भी कांशीराम के समय मंडलों में जाकर कॉडर कैंप करती थीं। इसके दम पर ही बसपा उत्तर प्रदेश में मजबूत हुई थी।
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आपको बता दें कि हाल में ही मायावती भतीजे आकाश आनंद ने एक्स पर लंबा चौड़ा पोस्ट कर माफी मांगते हुए पार्टी में वापस लेने की गुहार लगाई। इसके बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने पोस्ट करते हुए आकाश को माफ करने का ऐलान किया था। इसके बाद आज होनी वाली यह बैठक अहम मानी जा रही हे।