श्रमिकों की मेहनत का शहर के स्कूलों में सम्मान
Meerut News - मेरठ में मजदूर दिवस पर शहर के स्कूलों में श्रमिकों का सम्मान किया गया। बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से श्रमिकों का आदर किया और प्रबंधन ने उपहार दिए। शिक्षकों ने श्रमिकों के योगदान को सराहा और...

मेरठ। गुरुवार को मजदूर दिवस पर शहर के स्कूलों में श्रमिकों का सम्मान हुआ। बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से श्रमिकों के श्रम का आदर किया जबकि प्रबंधन और प्रिंसीपल ने अलग-अलग उपहार दिए। शिक्षकों ने कहा कि श्रमिकों का योगदान अतुल्यनीय है। गढ़ रोड स्थित नोबल पब्लिक स्कूल में कर्मचारियों का माल्यार्पण एवं पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। प्रबंध निदेशक अमित कुमार एवं प्रिंसीपल डॉ. मनोज त्यागी ने कर्मचारियों के योगदान की सराहना की। छात्रों ने श्रम एवं श्रमिक थीम पर पोस्टर बनाते हुए प्रार्थना सभा की। सविता शर्मा ने श्रमिकों का महत्व बताया। मेरठ कैंट स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल में मजदूर दिवस पर प्रार्थना सभा हुई।
ग्रुप-डी कर्मियों का सम्मान करते हुए कहा कि उनके योगदान को सराहा। छात्रों ने भाषण, कविता और विचार से श्रमिकों का महत्व बताया। प्रिंसीपल डॉ.रीटा गुप्ता ने श्रमिकों को समाज की रीढ़ बताया। वाइस प्रिंसीपल सृष्टि स्नेहा राय, विंग संयोजिका लक्ष्मी कौशिक एवं रीना भारद्वाज ने कर्मचारियों को सम्मानित किया। रुनझुन कपूर, वैशाली तोमर, उषा यादव, तरन्नुम, हिमानी, गुरमेल और गौरव साहा मौजूद रहीं। वेशभूषा में आए बच्चे जागृति विहार स्थित कलावती सरस्वती शिशु मंदिर में मजदूर दिवस पर बच्चे दैनिक कार्यों में योगदान देने वाले कर्मचारियों की वेशभूषा में पहुंचे। सेक्टर आठ वार्ड के स्वच्छता विभाग के सुपरवाइजर एवं कर्मचारियों को स्कूल ने सम्मानित किया। द एवेन्यू पब्लिक स्कूल में मजदूर दिवस पर भाषण प्रतियोगिता हुई। आकृति ने कहा कि हमें सभी श्रमिकों का सम्मान करना चाहिए। कक्षा छह के विद्यार्थियों ने सामूहिक गीत ‘जीवन में कुछ करना है तो मन को मारे मत बैठो... की प्रस्तुति दी। छात्र परिषद के सदस्यों ने कार्ड बनाकर कर्मचारियों को दिए। प्रिंसीपल मनीष एम सैनी एवं प्रबंधक सीमा शर्मा ने श्रमिकों का सम्मान कर उनका आभार प्रकट किया। ट्रांसलेम एकेडमी इंटरनेशनल में मजदूर दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम हुए। सैकरेस, होल्डिंग कनोपी एवं म्यूजिकल चेयर में कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। प्रिंसीपल अनुराग दास ने कहा कि ये आयोजन समाज में समरसता लाने में सहायक हैं और भेदभाव मिटाते हैं। अरुणा पराशर, पल्लवी शर्मा, करिश्मा, रिचा, प्रदीप त्यागी एवं अमित चौधरी मौजूद रहे। श्रमिक राष्ट्र निर्माता हैं। मजदूरों के सहयोग के बिना पूंजीपतियों को कोई सुविधा नहीं मिल सकती। यदि नौकरानी न आए तो घर में खाना भी नहीं मिलेगा। सीसीएसयू कैंपस के उर्दू विभाग और इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ यंग उर्दू स्कॉलर्स (आयुसा) द्वारा ‘मजदूर दिवस: समस्याएं और संभावनाएं विषय पर यह बातें तारकेश्वर नाथ गिरि ने कही। गिरि ने कहा कि श्रमिकों की समस्याएं अनेक हैं और इनका एकमात्र समाधान शिक्षा, विशेषकर व्यावसायिक शिक्षा है। प्रो.रेशमा परवीन ने कहा कि हर भाषा के लेखकों ने अपने-अपने तरीके से न केवल मजदूरों का समर्थन किया बल्कि उनकी समस्याओं को भी साहित्य में प्रस्तुत किया। प्रो.सगीर अफ्राहीम ने कहा कि श्रमिकों की बदौलत यह धरती स्वर्ग का एक आदर्श है और रहेगी। मुहम्मद एम.नदीम, डॉ.जयवीर सिंह राणा, डॉ.महिपाल सिंह, डॉ.सरिल गोरन, डॉ.शादाब अलीम सहित सभी शिक्षक एवं छात्र मौजूद रहे। कंकरखेड़ा स्थित तक्षशिला पब्लिक स्कूल में श्रम दिवस चेयरमैन डॉ.ओमपाल सिंह ने कहा कि श्रमिकों के बिना देश का विकास असंभव है। ऐसे में श्रमिकों के बच्चों को शिक्षा की व्यवस्था करना जरूरी है। बच्चों ने भाषण, साथी हाथ बढ़ाना गीत पर प्रस्तुति दी। नुक्कड़ नाटक में बच्चों ने मजदूर एवं घरों में काम करने वाले नौकर-नौकरानियों के सम्मान को प्रस्तुत किया। प्रिंसीपल डॉ.प्रवीन कुमार पथरा ने सहित सभी विद्यार्थी मौजूद रहे। जीटीबी में प्रिंसीपल डॉ.कर्मेंद्र सिंह ने श्रमिकों का सम्मान करते हुए कहा कि कोई भी इंसान छोटा-बड़ा नहीं होता। शिक्षा हासिल कर कोई भी व्यक्ति ऊंचे स्थान पर पहुंच सकता है और आगे बढ़ सकता है। बच्चों ने सांस्कृतिक प्रसतुतियां दी। सेंट जेम्स स्कूल सीनियर सेकेंडरी कंकरखेड़ा में मजदूर दिवस पर छात्र-छात्राओं ने सांस्क़ृतिक प्रसतुतियां दीं। श्रमिकों का पुष्पमालाओं से स्वागत किया गया। शुभारंभ अर्पणा सिंह ने प्रार्थना से किया। छात्रा एंजेल ने श्रमिकों का समाज में महत्व बताया। म्यूजिकल चेयर, कप कलेक्टिंग, पिरामिड सहित विभिन्न खेल गतिविधियां हुई। सीनियर वर्ग के विद्यार्थियों ने श्रमिकों के जीवन पर केंद्रित लघु नाटिका एवं नृत्य प्रस्तुत किया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।