दिल्ली से मेरठ तक पहली बार दौड़ी 'नमो भारत' ट्रेन, आखिरी हिस्से पर भी ट्रायल चालू; कितनी होगी स्पीड
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरीडोर पर पहली बार नमो भारत ट्रेन का पूरे रूट पर ट्रायल रन किया गया। इस दौरान ट्रेन शताब्दी नगर से लेकर मोदीपुरम तक पहली बार दौड़ी है।

Delhi-Meerut Namo Bharat Train: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने गुरुवार को दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के आखिरी हिस्से पर ‘नमो भारत’ ट्रेन का ट्रायल शुरू कर दिया। पहली बार दिल्ली-मेरठ-गाजियाबाद कॉरीडोर पर चलने वाली यह ट्रेन मोदीपुरम तक पहुंची। एनसीआरटीसी से मिली जानकारी के अनुसार, इस दौरान ‘नमो भारत’ ट्रेन को शताब्दी नगर से मोदीपुरम के बीच चलाया गया। पहली बार ट्रेन मेरठ के अंडरग्राउंड हिस्से से होकर गुजरी, जो दिल्ली से मेरठ को हाई स्पीड रेल संपर्क से जोड़ने की ओर एक बड़ा कदम माना जा रहा है। एनसीआरटीसी से मिली जानकारी के अनुसार, इस कॉरीडोर में कुछ स्टेशन अंडरग्राउंड भी रहेंगे। आइए जानते हैं कि नमो भारत ट्रेन दिल्ली से लेकर मेरठ तक कितनी स्पीड से चलेगी।
नमो भारत ट्रेन का अब तक ट्रायल केवल उन दो हिस्सों पर सीमित था जो वर्तमान में चालू खंड के दोनों ओर स्थित हैं। एक ओर न्यू अशोक नगर से सरायकाले खां तक और दूसरी ओर मेरठ दक्षिण से शताब्दी नगर तक ही ट्रायल की शुरुआत की गई थी। गुरुवार को हुए इस परीक्षण के साथ, पहली बार ‘नमो भारत’ ट्रेनें पूरे दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर पर दौड़ रही हैं। मिली जानाकारी के अनुसार, अभी ट्रेनों का ट्रायल चल रहा है, तो इसे कम स्पीड में चलाया जा रहा है, लेकिन आने वाले दिनों में ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाई जाएगी
180 की स्पीड से चलेगी ट्रेन
शुरुआती ट्रायल मानवीय नियंत्रण में किया जा रहा है, जिससे ट्रेन और नागरिक संरचनाओं के बीच अनुकूलता का मूल्यांकन हो सके। बयान के अनुसार, आने वाले दिनों में 180 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से 'हाई-स्पीड ट्रायल' किए जाएंगे।
एनसीआरटीसी के अनुसार, मेरठ सेंट्रल (फुटबॉल चौक के पास) इस हिस्से का पहला भूमिगत स्टेशन है, इसके बाद भैसाली और बेगमपुल आते हैं। इनमें से केवल बेगमपुल स्टेशन ‘नमो भारत’ और मेरठ मेट्रो दोनों के लिए होगा, जबकि शेष दो केवल मेट्रो स्टॉप होंगे।