मोदी के कटप्पा अखिलेश के करीबी महेंद्र राजभर पर थप्पड़ों की बारिश, पहले पहनाई माला फिर की पिटाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिसे कटप्पा की संज्ञा दी उस महेंद्र राजभर की मंगलवार को मंच पर ही पिटाई हो गई। उनके ही करीबी ब्रजेश राजभर ने महेंद्र राजभर पर थप्पड़ों की बारिश कर दी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिसे कटप्पा की संज्ञा दी और अखिलेश यादव के करीबी महेंद्र राजभर पर मंगलवार को एक नेता ने मंच पर ही थप्पड़ों की बारिश कर दी। महेंद्र राजभर की पिटाई करने वाला ब्रजेश राजभर उनकी ही पार्टी सुहेलदेव स्वाभिमान पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष था। घटना का वीडियो भी वायरल हो रहा है। जौनपुर में सुहेलदेव के विजयोत्सव पर आयोजित समारोह के दौरान घटना हुई। महेंद्र राजभर ने थाना जलालपुर में बृजेश राजभर के खिलाफ शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह हमला ओम प्रकाश राजभर के इशारे पर किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
महेंद्र राजभर ने पिछले दिनों अपनी पार्टी का समाजवादी पार्टी में विलय कर लिया और खुद भी सपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद उनकी गिनती अखिलेश के करीबियों में होने लगी थी। कभी सुभासपा प्रमुख ओपी राजभर के खास रहे महेंद्र राजभर ने उनसे अलग होने के बाद अपनी पार्टी बना ली थी। महेंद्र राजभर 2017 में मुख्तार अंसारी के खिलाफ सुभासपा और भाजपा के संयुक्त प्रत्याशी थे। उनका प्रचार करने के लिए खुद पीएम मोदी भी पहुंचे थे। इस दौरान महेंद्र राजभर को कटप्पा की संज्ञा देते हुए कहा था कि बाहुबली को यही हराएगा।
बताया जाता है कि सुभासपा आज हर जिले में महाराजा सुहेलदेव का विजयोत्सव मना रही है। इसके जवाब में सपा के राजभर समाज के नेता भी आयोजन कर रहे हैं। इसी को लेकर जौनपुर में भी विजयोत्सव मनाया गया। आयोजन के वायरल वीडियो में दिख रहा है कि पहले बृजेश राजभर ने भाषण दिया और कहा कि समाज की बदहाली के लिए अपने ही लोग जिम्मेदार हैं। जब अपने लोग सत्ता में गए तो अपने लोगों की पैरवी नहीं की। खुद की सेवा की। अपने बेटे अपने परिवार के लिए काम किया। ऐसे ही कई नेता हैं जो आततायी हो गए हैं। जिनके अंदर गाजी का जिन्न आ गया है।
आगे कहा कि आज केवल चक्रवती सम्राट महाराज सुहेलदेव के नाम को बेचा जा रहा है। कुछ ऐसे आततायी हैं जो समाज को ठग और लूट रहे हैं। ऐसे लोगों का हम परित्याग करेंगे। इतना कहने के बाद बृजेश राजभर ने महेंद्र राजभर को माला पहनाई। माला पहनाते ही उन्हें पीटना शुरू कर दिया। एक के बाद एक कई थप्पड़ मार दिए। अचानक हुई घटना से अफरातफरी मच गई। किसी तरह लोगों ने ब्रजेश को अलग कर महेंद्र को पिटाई से बचाया।