314856 किसानों ने की खेती, बीमा केवल 11020 ने कराया
Moradabad News - प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों ने सरकारी सहायता की मांग की है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत, केवल 11,000 किसानों ने बीमा कराया, जबकि 314856 किसानों ने खेती की। बीमा कंपनियों से दावे करने में...

प्राकृतिक आपदा से बर्बाद हुई खेती के एवज में सरकारी सहायता को लेकर यहां के किसान मुखर है। सभी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के क्रियान्वयन पर सवाल उठाते हैं। आलम यह है कि खरीफ अभियान में मात्र 11 हजार किसानों ने फसल का बीमा कराया था। कृषि विभाग के आंकड़े इस बात का दावा करते हैं कि जनपद में खरीफ सीजन में 314856 किसानों ने खेती की थी। जिसमें खेती का बीमा केवल 11020 ने ही कराया था। ऐसा इसलिए कि बीमा कंपनियों से नुकसान की भरपाई करवाना बहुत कठिन है। विभाग का कहना है कि फसलों के नुकसान पर जनपद के 595 किसानों ने कंपनी से क्लेम मांगा था। 531 किसानों के दावों में बीमा कंपनी ने 37.54 लाख का भुगतान किया है। उधर, अब केसीसी में प्रधानमंत्री फसल बीमा की राशि चुकाने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। विभाग का कहना है कि इसी वजह से किसान बीमा कराने से कतरा रहा है।
किसान संगठन के पदाधिकारियों और किसानों का कहना है कि बीमा के नाम पर सरकार और बीमा कंपनियां किसानों के साथ छल कर रहीं हैं। भाकियू के जिला महासचिव दीपक चौधरी का कहना है कि सरकार बीमा के नाम पर किसानों को कुछ नहीं दे रही है। बीमा की शर्तें ऐसी है कि उसमें किसान को नुकसान का पैसा पाना आसान नही है। जिला कृषि अधिकारी डॉ.आरपी सिंह का कहना है कि अब फसल बीमा अनिवार्य नहीं है। किसान की मर्जी नहीं है तो उससे बैंक किस्त नहीं लेते हैं। बीमा कंपनी ने यहां 531 किसानों को क्षतिपूर्ति दी है।
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