बकरीद पर नई परंपरा न शुरू हो, नए डीजीपी ने अधिकारियों को चेताया, एक्शन रिपोर्ट जारी
यूपी में बकरीद पर किसी नई परंपरा की शुरुआत नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद नए डीजीपी राजीव कृष्ण ने भी इसे लकेर अफसरों को चेताया है। इसे लेकर गुरुवार को एक्शन रिपोर्ट भी जारी हो गई। इसमें बताया गया है कि अब तक क्या-क्या कर लिया गया है।

यूपी समेत देशभर में शनिवार को ईद-उल-जुआ यानी बकरीद का त्योहार बनाया जाएगा। इसे लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद यूपी के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने अधिकारियों को कई निर्देश जारी किए। चेताया कि कोई भी नई परंपरा की शुरुआत नहीं होने दी जाए। उनके निर्देश सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रीय, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षकों को भेजे गए। इसके बाद एक्शन रिपोर्ट भी जारी हो गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रत्येक थाने पर उपलब्ध त्योहार रजिस्टर और रजिस्टर नं0-8 में उपलब्ध प्रविष्टियों का अध्ययन करते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि कोई नई परम्परा प्रारम्भ न होने पाये। समस्त धर्मगुरूओं/धार्मिक व्यक्तियों, पीस कमेटी, सिविल डिफेंस व सम्भ्रान्त नागरिकों के साथ स्थानीय मजिस्ट्रेट व अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों की उपस्थिति में उत्कृष्ट समन्वय व संवाद स्थापित करते हुए गोष्ठी कर ली गयी है।
पिछले वर्षों में बकरीद पर हुई घटनाओं की वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर समीक्षा कर ली गई है और विवादों की वर्तमान स्थिति की जानकारी करते हुए प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही कर ली गई है। बकरीद का त्योहार शान्तिपूर्ण वातावरण में सम्पन्न कराने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया। उक्त अवसर पर यह सुनिश्चित किया गया कि सार्वजनिक मार्ग पर किसी भी दशा में बाधित न होने पाए।
कुर्बानी के सम्बन्ध में किसी भी नई परम्परा की अनुमति न दिये जाने व प्रतिबन्धित पशुओं की कुर्बानी पर सख्ती से प्रतिबन्ध सुनिश्चित किये जाने और कुर्बानी के पश्चात् अवशेषों के निस्तारण के सम्बन्ध में नगर निगम एवं अन्य सम्बन्धित विभागों से कार्यवाही हेतु समन्वय स्थापित किया गया है।
सभी धार्मिक स्थलों के आसपास प्रतिदिन प्रभावी गश्त सुनिश्चित करते हुये प्रातः कालीन चेकिंग पार्टी तथा पोस्टर पार्टी निकाली गयी। पोस्टर पार्टियो द्वारा आपत्तिजनक सामग्री, चित्र, विकृति के लिये सभी धार्मिक स्थानों/पूजा स्थलों की समुचित चेकिंग की गयी।साम्प्रदायिक तत्वों की सूची अद्यावधिक कर प्रभावी निरोधात्मक/वैधानिक कार्यवाही करते हुए साम्प्रदायिक विवाद से सम्बन्धित सभी प्रकरणों का विधिक समाधान कराया गया।
बकरीद के समस्त आयोजनों को सूचीबद्ध करते हुये हॉटस्पाट चिन्हित कर राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में जोन/सेक्टर स्कीम के अन्तर्गत अतिरिक्त पुलिस/पीएसी/होमगार्ड्स बलों का व्यवस्थापन किया गया। यूपी-112 के पीआरवी वाहनो के रूट का पुर्ननिर्धारण व ब्रीफिंग कर प्रभावी व्यवस्थापन किया जा चुका है। उनके रिस्पॉस टाईम उच्चीकृत किये जाने के निर्देश दिये गये।
त्यौहारों के दृष्टिगत फुट पेट्रोलिंग को और अधिक प्रभावी करते हुए अधिक से अधिक राजपत्रित अधिकारी द्वारा भी फुट पेट्रोलिंग की गयी। सभी जनपदों में सक्षम कर्मियों की QRT टीम गठित की गयी है तथा दंगा निरोधी उपकरणों के साथ स्ट्रेटजिक डिप्लायमेंट किया गया है।
सोशल मीडिया एवं अन्य स्रोतों के माध्यम से अफवाह फैलाने वाले असामाजिक व्यक्तियों एवं विद्वेषपूर्ण, आपत्तिजनक, समाज विरोधी तथा धार्मिक रूप से भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर अनवरत पूर्ण निगरानी एवं सतर्क दृष्टि रखी जा रही है। उपरोक्त त्यौहार को सकुशल सम्पन्न कराये जाने के सम्बन्ध में प्रदेश पुलिस द्वारा अब तक 1178 पीस कमेटी/धर्म गुरूओं/शान्ति समितियों की गोष्टी की गयी तथा 2623 संदवेनशील स्थान/हाटस्पॉट चिन्हित किया गया है एवं 2134 QRT टीमें स्थापित की गयी है।
जनपदों में उपलब्ध पुलिस बल के अतिरिक्त मुख्यालय स्तर से विभिन्न जनपदों को 02 अपर पुलिस अधीक्षक, 06 पुलिस उपाधीक्षक, 51 कम्पनी पीएसी एवं 03 कम्पनी आरआरएफ उपलब्ध करायी गयी है।