दरोगाओं की अब हर महीने 'परीक्षा', फेल हो जाने पर 'सजा'; इस जिले में शुरू हुआ ऑपरेशन कर्तव्यनिष्ठा
फिलहाल अलीगढ़ देहात क्षेत्र के 16 थानों में ऑपरेशन कर्तव्यनिष्ठा लागू किया गया है। यहां 300 से अधिक दरोगा हैं। इनमें कुछ प्रशिक्षु दरोगा भी अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं। ऐसे में थाना प्रभारी का प्रभार करने व दरोगाओं का काम उन्हीं से सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से ऑपरेशन की शुरुआत की गई है।

जनता की फरियाद का समाधान करने वाले दरोगाओं की हर अब हर महीने परीक्षा होगी। इसके लिए अलीगढ़ जिले के देहात क्षेत्र में ऑपरेशन कर्तव्यनिष्ठा शुरू किया गया है। इसमें बाकायदा 25 मानदंड तय किए गए है, जिनके आधार पर दरोगाओं के कामकाज का आंकलन होगा। जो बेहतर काम करेगा, उसे इनाम मिलेगा। जिसके नंबर कम आएंगे, उसे दंड दिया जाएगा।
फिलहाल देहात क्षेत्र के 16 थानों में यह ऑपरेशन लागू किया गया है। यहां 300 से अधिक दरोगा हैं। इनमें कुछ प्रशिक्षु दरोगा भी अपनी ट्रेनिंग पूरी कर चुके हैं। ऐसे में थाना प्रभारी का प्रभार करने व दरोगाओं का काम उन्हीं से सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से ऑपरेशन की शुरुआत की गई है। कॉरपोरेट की तर्ज पर हर काम की ट्रैकिंग होगी। इसके लिए प्रत्येक थाने पर नियुक्त क्राइम इंस्पेक्टर व वरिष्ठ उप-निरीक्षकों को नोडल बनाया गया है। जो दरोगाओं का मार्गदर्शन करेंगे और मैनेजमेंट का पाठ भी पढ़ाएंगे।
हर माह लगता है स्वास्थ्य शिविर
कामकाज के बीच दरोगाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखने पर भी फोकस रहता है। इसके लिए प्रत्येक माह में पुलिस लाइन में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाता है। इसमें हर बार अलग विशेषज्ञ डॉक्टर को आमंत्रित किया जाता है। इसके अलावा हर शुक्रवार को पुलिस लाइन में परेड होती है, जहां एसएसपी संजीव सुमन खुद निरीक्षण करते हैं। दरोगाओं को फिट रखने के लिए वे उनसे दौड़ लगवाते हैं। पुलिस लाइन में आधुनिक जिम भी हैं, जहां पहुंचकर पुलिसकर्मी सेहत का ख्याल रखते हैं।
हर थाने से एक दरोगा पुरस्कृत
प्रत्येक थाने से एक-एक उच्च कोटि का कार्य करने वाले दरोगा को पुरस्कृत किया जाएगा। थाना प्रभारी को सभी दरोगाओं का रिकॉर्ड रखना होगा। भविष्य में उसी रिपोर्ट के आधार पर उनको थाने या चौकी में प्रभार मिलेगा। इसको भी इस योजना में शामिल किया गया है।
डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग यूनिट में प्रशिक्षण लेते हैं दरोगा
दरोगाओं की परफॉर्मेंस बेहतर करने के लिए उन्हें कई तरह के प्रशिक्षण दिलाए जा रहे हैं। इनमें नए कानून व धाराओं का ज्ञान, साइबर सुरक्षा, कम्युनिटी पुलिसिंग, लोगों से बेहतर समन्वय स्थापित करने, हथियार चलाने संबंधी तमाम बिंदु शामिल हैं। खुद अधिकारी दरोगाओं को प्रशिक्षित करते हैं।
ऑनलाइन कोर्स भी कराए जाते हैं दरोगा को
एनसीआरबी, सीसीटीएनएस समेत कई तरह के ऑनलाइन कोर्स भी कराए जाते हैं। जिले में छेरत स्थित पुलिस लाइन में डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग यूनिट बना हुआ है, जो पूरी तरह डिजिटलाइज है। यहां एक बार में 50 पुलिसकर्मी ट्रेनिंग ले सकते हैं। ट्रेनिंग या समय की जरूरत के हिसाब से दरोगाओं को आधुनिक उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं।
इस तरह मिलेंगे अंक
-प्रार्थना पत्रों के निस्तारण पर, 5 अंक
-अपह्रता की बरामदगी पर, 20 अंक
-चोरी, लूट के अनावरण पर, 20 अंक
-इनामी अपराधी की गिरफ्तारी, 100 अंक
-वाहन नियमानुसार सीज कराने पर, 5 अंक
-माल परीक्षण रिपोर्ट एफएसएल से मंगाने पर, 25 अंक
-लंबित विवेचना के निस्तारण पर, 50 अंक
-एनबीडब्ल्यू तामील कराने पर, 15 अंक
-फरारी का उद्घोषणा का नोटिस प्राप्त करने पर, 50 अंक
-कुर्की की नोटिस प्राप्त करने पर, 100 अंक
-आर्म्स एक्ट के अपराधी को पकड़ने पर, 50 अंक
-मोबाइल की बरामदगी पर, 50 अंक
लापरवाही पर यहां कटेंगे अंक
-अपह्रता की बरामदगी न होने पर, 5 अंक
-लंबित विवेचना पर, 5 अंक
-एनबीडब्ल्यू शेष रहने पर, 1 अंक
-विवेचना में लापरवाही पर, 500 अंक
-अंतिम अभियोग दैनिकी एक माह लंबित होने पर, 10 अंक