बोले उरई: गर्म पानी उगल रहे वॉटर कूलर
Orai News - उरई में गर्मी के कारण लोग ठंडे पानी के लिए तरस रहे हैं। नगर पालिका द्वारा लगाए गए वाटर कूलर अधिकांश खराब हैं या गर्म पानी दे रहे हैं। लोगों को प्याऊ की मांग है, क्योंकि गर्मी में ठंडा पानी मिलना जरूरी...
उरई। गर्मी में लोगों को ठंडे पानी के लिए तरसना पड़ रहा है। शहर के प्रमुख चौराहों पर पीने के पानी की व्यवस्था गम्भीर बनी हुई है। चौराहों पर पहले प्याऊ की व्यवस्था नगर पालिका द्वारा कराई जाती थी, लेकिन अब पालिका द्वारा वॉटर कूलर लगा दिए जाते हैं, लेकिन वह वॉटर कूलर अब सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। एक दो वॉटर कूलर को छोड़ दें तो अधिकतर वॉटर कूलर पानी नहीं दे रहे हैं और कई तो गर्म पानी उगल रहे हैं। लोगों को ठंडा पानी मुहैया कराने के लिए शहर के मुख्य चौराहों और रास्तों पर नगर पालिका द्वारा लगवाए गए वाटर कूलर बेमानी साबित हो रहे हैं।
शहर के शहीद भगत सिंह चौराहा, कोतवाली गेट, सीओ सिटी ऑफिस, आंबेडकर चौराहा, कालपी बस स्टैंड, कोंच बस स्टैंड, जिला परिषद, माहिल तालाब, राठ रोड समेत मोहल्लों में वॉटर कूलर लगाए गए थे। समुचित व्यवस्था व सही रखरखाव न होने से पानी ही नहीं दे रहे हैं या फिर फ्रिजर गर्म पानी उगल रहे है। यह कहना है शहीद भगत सिंह चौराहा के दुकानदार बब्बू का। लोगों ने आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से चर्चा कर बदहाल वाटर कूलरों पर अपनी बात रखी साथ ही इनकी मरम्मत कराने की अधिकारियों से मांग की। आलोक गुप्ता ने बताया कि गर्मी के सीजन में लोगों को शहर के चौराहों पर ठंडा पानी मिल सके इसके लिए नगर पालिका ने कई वॉटर कूलर लगाए थे। इसके बावजूद चिलचिलाती गर्मी में पीने के पानी के लिए लोगों को भटकना पड़ रहा है। इनमें से अधिकांश वॉटर कूलर गर्म पानी दे रहे हैं। बंटी ने बताया कि चौराहों पर अगर वॉटर कूलर की व्यवस्था नहीं हो पा रही है तो प्याऊ ही लगवा दिए जाएं। तो आने-जाने वाले लोगों को कम से कम पानी की तो परेशानी नहीं होगी। लाला पाल ने कहा कि बाजारों में सबसे पहले समाजसेवी संस्थाएं प्याऊ की लगवाते थे। जिसको लोग पुण्य का कार्य कहते थे। वहीं आने जाने वाले लोग पानी पीकर प्यास बुझाते थे। अब चाहे बस स्टैंड हो या बाजार हो या चौराहा हर जगह वॉटर कूलर तो लगे हैं, लेकिन देखरेख न होने से बंद हो गए हैं, जो चालू हैं वह गर्म पानी दे रहे हैं। प्रेम कुमार ने कहा कि बाजार की व्यवस्था देखो तो वह लोग तो 20 से 30 रुपये खर्च कर दुकानों पर कैंपर रखवा कर ग्राहकों के लिए पानी की व्यवस्था करते हैं। नितेश ने बताया कि शहर के सभी चौराहों पर पानी की एक गंभीर समस्या है। वहीं शहीद भगत सिंह चौराहा, आंबेडकर चौराहा, जिला परिषद चौराहा, पटेल चौराहा, कोंच बस स्टैंड चौराहा समेत शहर के कई ऐसे प्रमुख चौराहे हैं जिन पर पानी की व्यवस्था नहीं है। लोगों ने कहा है कि इन चौराहों पर भीषण गर्मी के चलते पानी की व्यवस्था होना बहुत जरूरी है। क्योंकि इस भीषण गर्मी में सबसे ज्यादा जरूरत लोगों को पानी की ही पड़ती है जो की चौराहों पर सफेद हाथी बने वाटर कूलर नहीं दे पा रहे हैं। पानी की बोतल खरीदने को हो रहे मजबूर बाबू सिंह का कहना है कि हालात ऐसे हो गए हैं, कि आम आदमी के पास दो ही विकल्प हैं। हर बार 20 रुपये की मिनरल वॉटर की बोतल खरीदें, या फिर सरकारी वाटर कूलर से गर्म पानी पीकर प्यास बुझाएं। गरीब और निम्न आय वर्ग के लोग हर बार बोतल नहीं खरीद सकते। ऐसे में कई बार वे पानी पीने से भी बचते हैं, जिससे डिहाइड्रेशन और हीट स्ट्रोक जैसी बीमारियां बढ़ने लगती हैं। लोगों का कहना है कि वाटर कूलर में ऐसे सिस्टम लगाए जाएं जो बढ़ती गर्मी में भी पानी को ठंडा रख सकें। नियमित मेंटिनेंस और मॉनिटरिंग जरूरी है। साथ ही शहर में जो भी वॉटर कूलर लगे हैं उनकी मरम्मत कराई जाए तो लोगों को गर्मी में ठंडा पानी मिल सके। बोले लोग शहर में लगे अधिकांश वॉटर कूलर खराब पड़े रहते हैं। जब कई बार लोग शिकायत करते हैं। तब एक दो वॉटर कूलर की मरम्मत कर खानापूरी की जाती है। -बब्बू कालपी बस स्टैंड का वॉटर कूलर एक साल से खराब पड़ा है। उसे सुधरवाने के लिए नगर पालिका की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई कोशिश नहीं की गई। - पुष्पेंद्र लोगों की प्यास बुझाने के लिए सीओ सीटी ऑफिस के बगल में लगा वॉटर कूलर भी खराब है। इससे लोगों को ठंडे पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। -आलोक गुप्ता वॉटर कूलर चौराहे एवं मोहल्ले में लगे हैं। जो भीषण गर्मी में गर्म पानी दे रहे हैं। मरम्मत कराने के लिए कई बार शिकायत की गई लेकिन समाधान नहीं हुआ है। -बंटी जहां कहीं भी वॉटर कूलर की आवश्यकता है उस जगह पर पानी की व्यवस्था न होने की वजह से लोगों को अपनी दुकानों पर पानी के कंटेनर खरीदना पड़ता है। -प्रेम कुमार मोहल्ले में भी ठंडे पानी पीने के लिए वाटर कूलर लगाना चाहिए क्योंकि कई ऐसे घर है जिनके घर में फ्रिज ना होने की वजह से वह ठंडा पानी नहीं पी पाते हैं। -नितेश जब लाइट आती है तो वॉटर कूलर में पानी नहीं होता है। और जब पानी होता है। तो लाइट नहीं आती है जिसकी वजह से अधिकांश गर्म पानी ही देते हैं। -मुकेश कुमार शहर में सार्वजनिक स्थानों के अलावा भी ऐसे स्थान पर ठंडे पानी के लिए की व्यवस्था होना चाहिए जहां पर लोगों का आना-जाना ज्यादा रहता है। -प्रदीप गुप्ता वॉटर कूलर जैसे-तैसे गर्मियों में तो शुरू कर दिए जाते हैं। लेकिन बारिश में ही खराब होने में बंद हो जाते हैं। फिर उसके साथ अगली गर्मियों में ही सही होते हैं। -जय गर्मियों में जनप्रतिनिधियों को भी शहर में लगे वाटर कूलर का निरीक्षण करके उनकी वास्तविकता स्थिति को देखकर खराब वॉटर कूलर की मरम्मत करानी चाहिए। -शानू सुझाव 1. वॉटर कूलरों में कूलिंग मशीनों को दुरूस्त कराया जाए। 2. नीचे से गल और जंग खाए वॉटर कूलरों को बदला जाए। 3. वॉटर कूलरों की हर छह माह में मरम्मत कराई जाए। 4. वॉटर कूलरों को स्थाई बिजली कनेक्शन से जोड़ा जाए। 5. वॉटर कूलरों की साफ-सफाई कराई जाए। शिकायतें 1. शहर में जहां पर भी वॉटर कूलर लगे हैं वहां पर गंदगी रहती है। 2. काफी वॉटर कूलर जंग खाकर गल चुके हैं। 3. वॉटर कूलरों पर स्थाई बिजली कनेक्शन नहीं है। 4. वॉटर कूलरों पर नगरपालिका नहीं देती है कोई ध्यान। 5. सार्वजनिक स्थानों के वॉटर कूलर दे रहे हैं गर्म पानी। बोले जिम्मेदार शहर के मुख्य चौराहो और मुख्य रास्तों में जो भी नगर पालिका के वॉटर कूलर लगे हैं उनकी देखरेख की जाती है। जो वॉटर कूलर गड़बड़ होते हैं उनको रोजाना ठीक कराया जाता है। अगर शहर में कहीं पर लगे वॉटर कूलर बंद हैं या फिर वॉटर कूलर से गर्म पानी आने की शिकायत है तो विभाग से बात कर मरम्मत कराई जाएगी। -राम अचल कुरील, नगर पालिका ईओ
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