दस्तावेज नहीं आए तो नायब तहसीलदार के साथ पहुंचे एमओआईसी
Pilibhit News - अस्पतालों के संचालकों ने समय पर दस्तावेज नहीं पेश किए, जिससे एक अस्पताल को बंद कर दिया गया। दूसरे अस्पताल में संचालक के बयान दर्ज किए गए और उसे भी अग्रिम आदेशों तक बंद कर दिया गया। दोनों अस्पतालों के...

तय समय पर अस्पतालों के संचालन को लेकर संचालकों की ओर से कोई प्रपत्र पेश नहीं किए गए। इसके बाद शाम को एमओआईसी ने नायब तहसीलदार और पुलिस के साथ अस्पताल पहुंच गए। यहां पर एक अस्पताल बंद पाया गया। जिस पर अवैध रूप से संचालन होने का नोटिस जारी कर लोगों को न आने की बात कही। वहीं दूसरे अस्पताल में संचालक के बयान दर्ज कर अग्रिम आदेशों तक उसे बंद कर दिया गया। माधोटांडा स्थित नेशनल अस्पताल में गर्भपात के दौरान एक महिला की हालत बिगड़ गई थी। वहीं यहां पर मौजूद दूसरे अस्पताल माही में भी प्रसव के दौरान मामला बिगड़ गया और मुख्यालय पहुंचने पर जच्च- बच्चा की मौत हो गई थी।
मामला सोशल मीडिया पर आने के बाद गत दिवस एमओआईसी ने पुलिस के साथ जाकर दोनों अस्पतालों का निरीक्षण किया था। दोनों अस्पतालों को दस्तावेज के साथ सोमवार की सुबह दस बजे बुलाया गया था। तय समय पर भी कोई नहीं पहुंचा था। इसके बाद शाम को कलीनगर के नायब तहसीलदार अक्षय, एमओआईसी डॉ. मनीष शर्मा और थाना पुलिस ने नेशनल अस्पताल को देखा। यह बंद पाया गया। टीम ने अस्पताल के बाहर नोटिस चस्पा किया। इसमें लिखा गया है कि यह अस्पताल बिना पंजीकरण के संचालित हो रहा है। यहां कोई दवा अथवा उपचार के लिए न आए। यदि अस्पताल खुलता है तो संबंधित को सूचना दी जाए। यहां के बाद टीम माही अस्पताल पहुंची। यहां पर संचालिका से जानकारी कर बयान लिए गए। अस्पताल में ताला लगाकर एमओआईसी चॉबी को साथ ले आए। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. मनीष राज शर्मा ने बताया कि दोनों अस्पतालों को अग्रिम आदेशों तक बंद कर दिया गया है। माही अस्पताल के डाक्टर और पीडित परिजनों के बयान लिए जाएंगे।
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