केंद्रीय दर्जा के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय की ‘ए ग्रेडिंग पर नजर
Prayagraj News - इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) को केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद, नैक की टीम 27 मई को विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करने आ रही है। पिछले पांच वर्षों में 360 शिक्षकों और 1100 गैर शैक्षणिक कर्मचारियों की...

प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) को केंद्रीय दर्जा मिलने के बाद 27 मई को दूसरी बार राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) की टीम आ रही है। इसे लेकर परिसर में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। सभी विभाग टीम के सामने बेहतर प्रदर्शन करने की तैयारी कर रहे हैं। नैक की टीम 27 से 29 मई तक गुणवत्ता परखेगी। इविवि को इस नैक टीम की निरीक्षण से काफी उम्मीदें हैं। पिछले पांच वर्षों में विवि में भारी संख्या में खाली पड़े शैक्षिक, गैर शैक्षणिक और प्रशासनिक पदों को भरा गया है। कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव के कार्यकाल में शिक्षकों के रिक्त पदों के सापेक्ष लगभग 360 नियुक्तियां और अन्य गैर शैक्षणिक सहित करीब 1100 नियुक्तियां हो चुकी हैं।
इसके अलावा तीन नए हॉस्टल, अर्ली चाइल्ड हुड सेंटर, हरिवंश राय बच्चन सांस्कृतिक केंद्र और अतिथि गृह, इसके अलावा कई नई बिल्डिंग का निर्माण भी कराया गया है। इससे विश्वविद्यालय की नजर ‘ए ग्रेड पर है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की स्वायत्त संस्था नैक उच्च शिक्षा में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का मूल्यांकन करती है। नैक की ओर से दी गई रैंकिंग के आधार पर ही केंद्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को सरकार से अनुदान राशि मिलती है। नैक की ओर से किसी उच्च शिक्षण संस्थान को मिली ग्रेडिंग पांच साल के लिए मान्य होती है। इससे पहले 2019 में नैक टीम ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय का दौरा किया था। इसके बाद पीयर टीम की संस्तुति पर इविवि को‘बी ग्रेड प्रदान किया गया था।
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