एक बंदर पकड़ने पर खर्च होंगे 1650 रुपये, स्पेशल एजेंसी करेगी प्रयागराज नगर निगम की मदद
प्रयागराज नगर निगम शहरी सीमा में बंदरों को पकड़ेगा। पहले बंदरों को पकड़ने का काम वन विभाग करता था। अब नगर निगम बंदरों को पकड़ने के लिए एक एजेंसी की तैनाती करेगा। खास बात यह है कि नगर निगम एजेंसी को एक बंदर पकड़ने के लिए 1650 रुपये भुगतान करेगा
प्रयागराज नगर निगम शहरी सीमा में बंदरों को पकड़ेगा। पहले बंदरों को पकड़ने का काम वन विभाग करता था। अब नगर निगम बंदरों को पकड़ने के लिए एक एजेंसी की तैनाती करेगा। खास बात यह है कि नगर निगम एजेंसी को एक बंदर पकड़ने के लिए 1650 रुपये भुगतान करेगा। बंदर को पकड़ने की राशि और बढ़ सकती है। नगर निगम बंदरों को पकड़ने के लिए विशेषज्ञ एजेंसी की मदद लेगा। बंदरों को पकड़ने वाली एजेंसी की तैनाती के लिए नगर निगम के पशुधन विभाग ने पहली बार टेंडर निकाला है।
टेंडर में नगर निगम की ओर से एक बंदर पकड़ने का आधार भुगतान 1650 रुपये रखा गया है। एजेंसी की मांग पर यह राशि बढ़ाई भी जा सकती है। इससे पहले नगर निगम एक बंदर पकड़ने के लिए 1450 रुपये भुगतान करता था। बंदरों को पकड़ने के लिए निकाली गई निविदा पर नगर निगम के पशुधन अधिकारी डॉ. विजय अमृतराज ने बताया कि बंदर वन्य जीव है। अभीतक वन विभाग ही बंदरों को पकड़ता था। संसाधन की कमी के चलते वन विभाग शहरी क्षेत्र में बंदरों को पकड़ने में सफल नहीं हो पा रहा था। जबकि शिकायतें नियमित प्राप्त होती हैं।
लोगों की बढ़ती शिकायतों को ध्यान में रखकर नगर निगम ने बंदरों को पकड़ने का निर्णय लिया। सदन ने संकल्प पारित किया। वन विभाग ने भी प्रदेश में सभी नगर निकायों को बंदर पकड़ने की अनुमति दे दी है। 1650 रुपये भुगतान के सवाल पर पशुधन अधिकारी ने बताया कि बंदरों को एक्सरपर्ट ही पकड़ सकते हैं। उनके पास बंदरों को पकड़ने के लिए खास उपकरण होते हैं। वन विभाग भी एक्सपर्ट की मदद से बंदरों को पकड़ता था। एजेंसी तय होने के बाद नगर निगम शहरी क्षेत्र में बंदरों को पकड़ना शुरू कर देगा।
इन मोहल्लों में बंदरों का आतंक
दारागंज, गोविंदपुर, जोंधवल, मेंहदौरी, कर्नलगंज, टैगोरटाउन, प्रयाग स्टेशन, प्रयागराज संगम स्टेशन, फाफामऊ स्टेशन, झूसी, अरैल आदि।