Prayagraj Neighborhood Faces Severe Infrastructure Issues Amid Cultural Heritage बोले प्रयागराज : बुनियादी सुविधाओं को तरसा ‘नगर देवता का मोहल्ला, Prayagraj Hindi News - Hindustan
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बोले प्रयागराज : बुनियादी सुविधाओं को तरसा ‘नगर देवता का मोहल्ला

Prayagraj News - प्रयागराज के मोहल्ला दारागंज और बक्शी खुर्द की लगभग एक लाख की आबादी गंभीर जल, बिजली, सीवर और सड़क समस्याओं से जूझ रही है। सरकारी उपेक्षा के कारण स्थानीय लोग समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिसमें सीवर...

Newswrap हिन्दुस्तान, प्रयागराजMon, 24 March 2025 06:38 PM
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बोले प्रयागराज : बुनियादी सुविधाओं को तरसा ‘नगर देवता का मोहल्ला

प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। शहर का पुराना मोहल्ला दारागंज और बक्शी खुर्द। लगभग एक लाख की आबादी। मोहल्ले में शामिल वार्ड 73 दारागंज और 89 बक्शी खुर्द। दोनों की जिम्मेदारी ‘आधी आबादी के हाथ। मोहल्ले में निराला, डॉ. प्रभात शास्त्री और नागवासुकि संगम केवल तीन प्रमुख मार्ग, लेकिन हर मोड़ पर एक गली और हर गली में समस्याओं का ढेर। महाकुम्भ हो या माघ मेला, धर्म-संस्कृति, अध्यात्म और गंगा पुत्रों की विरासत को सहेजे यह मोहल्ला सरकारी उपेक्षा के कारण बदहाल है।

यही वह मोहल्ला है, जहां नगर देवता भगवान वेणी माधव विराजित हैं। माधौ-सकल काम साधौ.. का जयघोष होता है। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन-पूजन करने आते हैं। भगवान वेणी माधव के दर्शन के बिना पंचकोसी परिक्रमा पूरी नहीं होती। नागवासुकि मंदिर, जिसके दर्शन के बिना तीर्थराज प्रयाग की यात्रा अधूरी मानी जाती है। चैतन्य महाप्रभु ने भी यहां प्रवास किया। महाप्राण पं. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला की थाती आज भी इसी मोहल्ले में साहित्य जगत को प्ररेणा देती है। शहर का यह अनूठा मोहल्ला जहां जगह-जगह रामलीला का मंचन और काली नृत्य का प्रदर्शन होता है।

इसके बावजूद प्राचीन मोहल्ला पानी, बिजली, सीवर, सड़क की समस्या से जूझ रहा है। मोहल्ले के जिम्मेदार पार्षद के दरवाजे पर रोज लोग अपनी समस्याएं लेकर आते हैं। आश्वासन के साथ उनकी समस्याएं रजिस्टर में दर्ज की जाती हैं। पार्षद भी अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए समस्या को संबंधित विभाग तक पहुंचा देती हैं। लेकिन कई विभागों के जाल में उलझी समस्याओं का कोई पुख्ता निराकरण नहीं होता। इसका खामियाजा मोहल्ले के लोग उठा रहे हैं। गलियों में बहता सीवर, टूटे-फूटे फुटपाथ पर पलटते वाहन, नलों में आता दूषित जल, दुर्घटना को दावत देती बुझी स्ट्रीट लाइटें, गलियों में घूमते अवारा पशु, पार्कों में लगे जिम के टूटे उपकरण... परेशानी का सबब बने हैं। शिकायत पर यदि विभागीय जिम्मेदार आते भी हैं तो एक दूसरे विभाग की कमी व समन्वय का अभाव बताकर पल्ला झाड़ लेते हैं। इसी कारण से पं. ठाकुर प्रसाद वैद्य मार्ग, सरैंया, घसियारी टोला, हरि जगन्नाथ शास्त्री की गली, महानिर्वाणी अखाड़ा के सामने की गली, अशोक पांडेय की गली, निराला मार्ग, धकाधक मार्ग, बक्शी त्रिमुहानी के दोनों तरफ, कच्ची सड़क, इंद्रानगर, हैदर पान के सामने वाली गली, श्याम नगर की गली, जीडी कॉलोनी, असि माधव व गणेशजी की गली, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी, बड़ी कोठी, छोटी कोठी, मझली कोठी, नृसिंह मंदिर की गली, गंगा मंदिर, बंदर बाबा मंदिर की गली आदि में रहने वाले लोग समस्याओं से परेशान हैं।

एक समस्या, तीन विभाग कैसे हो समाधान

मोहल्ले में सीवर लाइन जाम है। उसे सुधारने के लिए जब तक तीन विभाग नहीं जुटेंगे समस्या ज्यों की त्यों बनी रहेंगी। धकाधक मार्ग के रहने वाले लोगों का कहना है कि सड़क पर सीवर लाइन पर जो गोल ढक्कन लगा होता है वह गंगा प्रदूषण इकाई, जो ढक्कन चौकोर होता है वह जल संस्थान और यदि किसी तीसरे आकार का है तो वह जल निगम के अधीन आता है। ऐसे में सीवर लाइन चोक होने पर जब तक तीनों विभाग का तालमेल नहीं होगा समस्या का समाधान नहीं होता।

पार्क में जिम के टूटे उपकरण

मोहल्ले में स्थित मॉडल प्राथमिक विद्यालय में 78 बच्चे पढ़ते हैं। स्कूल के बच्चे स्मार्ट सिटी की ओर से पार्क में लगाए गए झूले व जिम उपकरण का प्रयोग करने में डरते हैं। क्योंकि सभी के कोई न कोई उपकरण टूटे हुए हैं। कोई देखरेख करने नहीं आता। मोहल्ले के लोग भी सुबह-शाम पार्क में आना बंद कर दिए हैं।

निराला की प्रतिमा पर शंकराचार्य का बोर्ड

महाप्राण निराला जी की प्रतिमा स्थल के अंदर घेरे में एक बोर्ड लगा है, जिसमें शंकराचार्य मार्ग लिखा है। महाकुम्भ में लाखों श्रद्धालु इस मार्ग से गुजरे जिन्होंने निराला जी को शंकराचार्य ही मान लिया। इस समस्या के बारे में निराला जी के पौत्र अमरेश कुमार त्रिपाठी ने संबंधित विभाग से शिकायत भी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। वहीं निराला की प्रतिमा की बाईं आंख टूट गई है। प्रतिमा स्थल पर गंदगी बिखरी है।

प्रमुख समस्या

- सीवर लाइन चोक होने से गली में फैली गंदगी।

- गालियों की नियमित सफाई नहीं होती।

- टूटे फुटपाथ से राह चलना मुश्किल।

- नागवासुकि मार्ग पर स्ट्रीट लाइट बंद होने से अंधेरा

- समस्याओं के समाधान में विभागों में तालमेल की कमी।

सुझाव

- रेलवे लाइन के पास सीवर की उल्टी लाइन को सही किया जाए।

- समस्याओं के निराकरण के लिए विभागों में तालमेल की जरूरत।

- मोहल्ले की नियमति साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

- शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाए, अफसर निरीक्षण को निकलें।

- शिकायत पर त्वरित कार्यवाही हो और अफसरों की जवाबदेही तय हो।

जिम्मेदार बोले

जन शिकायतों का संबंधित विभाग की ओर से तत्काल समाधान किया जाए। विभागों में आपसी तालमेल स्थापित कर बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाए जिससे जन शिकायतें दूर की जा सकें। मोहल्ले की समस्याओं के बारे में महापौर को अवगत कराया गया है।

- अनुपमा पांडेय, पार्षद, वार्ड 89 बक्शी खुर्द

ऐसा पहली बार हुआ है महाकुम्भ को लेकर मोहल्ले के विकास के लिए धन आवंटित नहीं किया गया। इससे कई बुनियादी सुविधाएं नहीं बढ़ सकीं। सबसे बड़ी समस्या सीवर लाइन की है। इसके लिए कई बार महापौर को पत्र लिखा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

- सुप्रिया दास, पार्षद वार्ड, 73 दारागंज

हमारी भी सुनें

मोहल्ले में सबसे ज्यादा सीवर जाम की समस्या है। फुटपाथ टूटे होने से आवागमन में दिक्क्त होती है। अतिक्रमण से मार्ग अवरूद्ध हो गया है।

-अनस सिद्दीकी

मोहल्ले में सीवर व्यवस्था, महिलाओं का शौचालय व अस्पताल का अभाव है। यहां पर बारात घर की जरूरत है। साथ ही नगर निगम का कार्यालय भी होना चाहिए जिससे लोगों की समस्याओं का निराकण हो सके।

- तीर्थराज पांडेय (बच्चा भैया)

बड़ी कोठी के पीछे पर्याप्त साफ-सफाई नहीं होती। बंदरों ने मार्ग पर लगी लाइट को तोड़ दिया है। जिससे अंधेरा रहता है। शिकायत के बाद भी इसे ठीक नहीं किया गया।

- रोहित यादव

जीडी कॉलोनी में पर्याप्त साफ-सफाई नहीं होती। फुटपाथ टूटे हुए हैं। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। गली की जो सड़कें खोदी गई हैं उसे ठीक किया जाए।

- विष्णु दयाल श्रीवास्तव

मोहल्ले में ऐतिहासिक विरासत की इमारतें हैं जिसके संरक्षण के लिए प्रयास किया जाना चाहिए। मठ-मंदिरों का सौंदर्यीकरण किया जाए।

- राजेन्द्र तिवारी (दुकानजी)

सीवर लाइन को सही कराया जाए। नाली पर अतिक्रमण हटा कर रास्ता सही किया जाए। शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाए।

- ओम प्रकाश निषाद

गली में फैली गंदगी से संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा है। चौराहों से कूड़े के ढेर समय से उठाए जाएं। सीवर लाइन सही की जाए।

- महरून निशा

धकाधक चौराहा पर नाली की सफाई नहीं होती। गंदगी फैली रहती है। समय से कूड़ा नहीं उठाया जाता। इससे लोगों को परेशानी हो रही है।

- सारिका चौरसिया

मिर्जा के हाता में सीवर लाइन चोक रहती है। सफाईकर्मी भी समय से नहीं आते। सीवर लाइन सही न होने के कारण पेयजल पाइप लाइन में लीकेज से कभी-कभी दूषित पानी घरों की टोटियों से आता है।

- रंजन यादव

धकाधक चौराहे पर जगह-जगह तार लटके हुए हैं। आवारा पशुओं के कारण स्कूली बच्चों को परेशानी होती है। फुटपाथ पर अतिक्रमण से जाम लग जााता है।

- सुदीप चौरसिया

मोहल्ले की कई गलियों में सड़क खोदकर समतल नहीं किया गया है। सीवर के ढक्कन कई जगह टूट गए हैं, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है।

- गोपालजी

मोहल्ले की साफ-सफाई सही तरीके से नहीं होती। जगह-जगह कूड़ा पड़़ा रहता है। घरों से कूड़ा लेने वाली गाड़ी भी नहीं आती। शुद्ध पेयजल की समस्या है।

- रोहित शर्मा

निराला की प्रतिमा को पहचान दी जाए। वहां से शंकराचार्य का बोर्ड हटाकर निराला की प्रतिमा का बोर्ड लगाया जाए। फुटपाथ को सही कराया जाए।

दिनेश चंद्र मिश्र

रॉयल पब्लिक स्कूल के पास सड़क बहुत खराब है। सीवर लाइन जाम रहती है। इससे ओवरफ्लो की समस्या है। सड़क पर से कूड़ा न उठने से नाली भी जाम हो जाती है।

विजय शंकर दुबे

बक्शी खुर्द में सड़कों पर गड्ढे होने से पैदल चलना मुश्किल है। नालियां जाम रहती हैं। पार्क की साफ-सफाई नहीं होती। सड़क पर कूड़ा एकत्र हो रहा है।

सुनील कुमार गुप्ता

महाकुम्भ के दौरान भी घसियारी टोला में विकास नहीं हुआ। सड़कों की मरम्मत की उम्मीद थी लेकिन वह भी नहीं हुई। वाहन से गिरकर लोग घायल हो जाते हैं।

संजय

भोला गुरु की गली में सड़क व नाली की साफ-सफाई नहीं होती। समस्याओं को देखने के लिए कोई अधिकारी नहीं आता। सड़क और नाली की मरम्मत कराई जानी जाना चाहिए।

- विकास शर्मा

दशाश्वमेध घाट के पास अंधेरा छाया रहता है। स्ट्रीट लाइट बंद रहती है। सीवर लाइन अक्सर चोक हो जाती है। रास्ता चलना मुश्किल हो जाता है।

- अविनाश मिश्र

पंजाबी गली में सीवर के ढक्कन टूटे हुए हैं। नाली की साफ-सफाई समय से नहीं होती। गंदगी के कारण मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। दवा का छिड़काव किया जाना चाहिए।

- अनीता यादव

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