राम मंदिर में राम दरबार; आम भक्तों को दर्शन के लिए कब तक इंतजार? ऐसे देख सकेंगे आरती
गंगा दशहरा के पावन मौके पर गुरुवार को अयोध्या के राम मंदिर में राम दरबार समेत अन्य देवी देवताओं के विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा हो गई। हालांकि आम भक्तों को इनका दर्शन करने के लिए अभी लंबा इंतजार करना होगा।

अयोध्या में गुरुवार की सुबह राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूजन-अर्चन का कार्य शुरू हो गया है लेकिन आम श्रद्धालुओं को अभी दर्शन की अनुमति नहीं होगी। इसका कारण अभी परिसर में निर्माण कार्य जारी रहना है। कहा जा रहा है कि दीपोत्सव यानी दीपावली के बाद ही राजा राम का दर्शन कर सकेंगे। इस बीच सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर आरती-पूजन का लाभ श्रद्धालु ले सकेंगे। दिसंबर तक राम जन्मभूमि परिसर में सभी मंदिरों के निर्माण कार्य पूरे हो जाएंगे, इसकी जानकारी राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट देता रहा है। अब सात जून को ट्रस्ट की बैठक है जिसमें कई अहम निर्णय लिए जाएंगे।
राम दरबार का गर्भगृह पूरी तरह बनकर तैयार हो चुका है लेकिन अभी कुछ निर्माण के साथ अंतिम चरण का कार्य चल रहा है। इसलिए श्रद्धालुओं को तीन महीने और राजा राम के दर्शन करने की अनुमति नहीं होगी। सूत्रों की माने तो इस बीच राम दरबार की दिव्यता, भव्यता, आरती-पूजन सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर दिखाई जाती रहेगी। जानकारी के मुताबिक रामदरबार के गर्भगृह तक जाने और आने के लिए दो सीढ़ियों का निर्माण कराया गया है लेकिन वहां तक पहुंचने के रास्ते मे फिनिशिंग और पत्थर नक्काशी का कार्य चल रहा है।
परकोटे की दीवार 14 फीट की बन रही है जिसे राममंदिर का परिक्रमा पथ कहा गया है। इसके अंदर कोर्ट यार्ड बनना है। राम मंदिर के चारों ओर 25-25 मीटर बची जगह पर पाथ-वे सहित तमाम सुंदरता बढ़ाई जाएगी। इसके अलावा अन्य मंदिरों में भी तमाम कला कीर्तियां बननी हैं। राम मंदिर के लोअर प्लिंथ से लेकर चारों ओर परकोटे में पैनल लगाए जाने हैं। अभी इन सब महत्वपूर्ण कार्यों में समय लगेगा।
सूत्रों के मुताबिक सात जून को होने वाली बैठक में निर्माण कार्यों की समीक्षा करने के साथ भविष्य की नई योजनाओं का खाका खींचा जाएगा। सूत्रों की मानें तो राम जन्मभूमि परिसर में मंदिरों का निर्माण पूरा होने के बाद ट्रस्ट एक बड़ा आयोजन कर सकता है जिसमें काफी संख्या में लोगों को शामिल किया जाएगा।
सीमित श्रद्धालुओं को ही रामदरबार में दर्शन करने की अनुमति मिलेगी
रामलला के सभी दर्शनार्थियों को राम दरबार जाने की अनुमति नहीं होगी क्योंकि प्रथम तल पर नीचे की अपेक्षा जगह कम है। सुरक्षा कारणों से प्रतिदिन कुछ दर्शन पास बनाए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक प्रति घंटे लगभग 100 श्रद्धालुओं को जाने की अनुमति होगी। इसके लिए कई दिन पहले रामलला के दर्शन पास की तरह प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा।