आरटीओ कार्यालय पर धरना देना पड़ा महंगा, 100 के खिलाफ केस दर्ज
Saharanpur News - सहारनपुर में ई-रिक्शा चालकों ने भाकियू (बेदी) के नेतृत्व में 26 घंटे धरना दिया, जिसमें रूट निर्धारण में संशोधन और चालान निरस्त करने की मांग की गई। धरने के कारण सरकारी कार्यालय में बाधा उत्पन्न हुई और...

सहारनपुर। भाकियू (बेदी) संगठन के साथ आरटीओ कार्यालय पर धरना देना ई-रिक्शा चालकों को महंगा पड़ गया। संभागीय परिवहन विभाग की ओर से भाकियू (बेदी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल बेदी सहित 100 अज्ञात के खिलाफ थाना जनकपुरी में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज देख रही है। गौरतबल है कि रूट निर्धारण में संशोधन और चालान निरस्त की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (बेदी)के नेतृत्व में ई-रिक्शा चालकों ने संभागीय परिवहन कार्यालय के बाहर 26 घंटे धरना दिया था। इस मामले में थाना जनकपुरी में एआरटीओ प्रशासन महेंद्र बाबू गुप्ता की ओर से राहुल बेदी सहित 100 अज्ञात कार्यकर्ताओं व ई-रिक्शा चालकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बता दें कि ई-रिक्शा चालकों ने तय रूटों को निरस्त कराने, चालान वापस कराने, लाइसेंस और फिटनेस कैंप लगवाने की मांग को लेकर धरना दिया था। इन पर आरोप है कि कार्यालय के मुख्य द्वार का रास्ता बंद किया गया। इसके साथ ही सरकारी कार्यालय में बाधा डाली गई। धरना-प्रदर्शन की वजह से आम नागरिकों को भी दिक्कत का सामना करना पड़ा है। कई वाहनों की तय समय में फिटनेस प्रक्रिया भी नहीं हो सकी। इसके साथ ही कार्यालय में टैक्स, पंजीकरण शुल्क और जुर्माना शुल्क भी जमा नहीं हो पाए, जिससे राजस्व को नुकसान पहुंचा। आरोप है कि सरकारी कर्मचारियों को धमकाया भी गया। थाना जनकपुरी इंस्पेक्टर सतेंद्र नागर ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
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