Gang Arrested for Illegal Injection Manufacturing in Saharanpur प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाने वाले तीन सगे भाई गिरफ्तार, Saharanpur Hindi News - Hindustan
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प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाने वाले तीन सगे भाई गिरफ्तार

Saharanpur News - गंगोह (सहारनपुर) पुलिस ने प्रतिबंधित इंजेक्शन बनाने वाले तीन सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 8.50 लाख की नकदी, 575 तैयार इंजेक्शन, और अन्य उपकरण बरामद हुए हैं। ये आरोपी उत्तराखंड और...

Newswrap हिन्दुस्तान, सहारनपुरWed, 23 April 2025 03:34 AM
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प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाने वाले तीन सगे भाई गिरफ्तार

गंगोह (सहारनपुर) कोतवाली गंगोह पुलिस ने प्रतिबंधित इंजेक्शन बनाने वाले अंतरराज्जीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो आरोपी फरार हो गए। पकड़े गए तीनों आरोपी सगे भाई हैं। फरार दो आरोपी भी सगे भाई हैं। आरोपियों ने दो कारों को प्रतिबंधित इंजेक्शन तैयार करने की चलती फिरती फैक्टरी बना रखा था। आरोपियों के पास 8.50 लाख की नगदी, दो कार, पैकिंग मशीन, 575 तैयार इंजेक्शन, 30 लीटर ऑक्सीटोसिन केमिकल बरामद हुआ है।

कोतवाली गंगोह इंस्पेक्टर पीयूष दीक्षित ने बताया कि पुलिस लखनौती आलमपुर तिराहे वाहनों की चेकिंग कर रही थी। प्रतिबंधित इंजेक्शन और दवाएं सप्लाई करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को दो कारों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी प्रतिबंधित इंजेक्शन सप्लाई करने जा रहे थे। आरोपियों के दो साथी फरार हो गए। तलाशी लेने पर कारों से 8.50 लाख की नगदी, 575 भरे हुए ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन, छह पैकिंग मशीन, तीस लीटर तैयार ऑक्सीटोसिन कैमिकल और इंजेक्शन बनाने के उपकरण बरामद हुए हैं। आरोपियों ने अपने नाम नूरहसन, भूरा, सोनू पुत्रगण अहसान निवासी कुंडाकलां बताए हैं। इनके फरार साथियों के नाम भूरा व उसमान पुत्र बाल्ला निवासी कुंडाकला हैं, जिनकी गिरफ्तारी को पुलिस टीम प्रयास में जुटी हैं।

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उत्तराखंड और हरियाणा में सप्लाई करते थे इंजेक्शन

गंगोह। आरोपी उत्तराखंड और हरियाणा के जिलों के भी प्रतिबंधित इंजेक्शन सप्लाई करते थे। बताया जाता है कि आरोपी लंबे समय से इस कार्य को कर रहे थे। आरोपी कैमिकल कहां से लाते थे, इसके बारे में भी पुलिस जानकारी करने में जुटी है। इसके साथ ही किन-किन लोगों को इंजेक्शन सप्लाई किए जाते थे, इस बिंदु पर भी पुलिस जांच चल रही है। फरार साथियों के अलावा भी आरोपियों के गिरोह में कई अन्य सदस्यों होने की जानकारी सामने आ रही है।

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जीवन से कर रहे थे खिलवाड़

गंगोह। तीनों सगे भाई लोगों और पशुओं के जीवन से भी खिलवाड़ कर रहे थे। मामले में आरोपियों से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने भी पूछताछ की है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन का प्रयोग गाय और भैंस को अत्याधिक दूध देने के लिए किया जाता है। ऐसे दूध का इस्तेमाल करने वाले लोगों के स्वास्थ्य पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है। इसके तहत बच्चों और युवाओं के हार्मोंस संतुलन बिगड़ जाता है। ऐसे दूध के सेवन कई बार गंभीर बीमारी भी उत्पन्न हो जाती हैं।

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दिल्ली से लाते थे कच्चा माल, यूट्यूब और गूगल से बनाना सीखा था इंजेक्शन

आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि यूट्यूब और गूगल से उन्होंने इंजेक्शन बनाना सीखा था। वह इंजेक्शन बनाने का कच्चा माल दिल्ली से लेकर आते थे। दिल्ली में उन्हें एक व्यक्ति कच्चा माल उपलब्ध कराता था। वह इंजेक्शन तैयार करने के पश्चात सहारनपुर के अलावा मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, बुलंदशहर सहित वेस्ट यूपी के जिलों में सप्लाई करते थे। उनके फरार साथी उत्तराखंड़ और हरियाणा में इंजेक्शन बेचते थे। इंजेक्शन बेचकर जो भी नगदी मिलती थी, उसे आपस में बांट लेते थे।

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