संभल में 33 हजार के मुकाबले 8593 वाटर कनेक्शन, पालिका को लगा रहे चूना
Sambhal News - नगर पालिका क्षेत्र में जल कर वसूली में बड़ी लापरवाही सामने आई है। 33,000 घरों में से केवल 8,593 टैप वाटर कनेक्शन हैं, जबकि कई लोग अवैध समरसेबल पंप का उपयोग कर रहे हैं। इससे नगर पालिका को लाखों रुपये...

नगर पालिका क्षेत्र में जल कर वसूली को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है। करीब 33,000 घरों के मुकाबले सिर्फ 8,593 टैप वाटर कनेक्शन दर्ज हैं, जबकि कई घरों में अनधिकृत रूप से समरसेबल पंप का उपयोग किया जा रहा है। इस गड़बड़ी की वजह से नगर पालिका को हर महीने लाखों रुपये के जल कर का नुकसान उठाना पड़ रहा है। नगरपालिका प्रतिवर्ष 8,593 कनेक्शनों से मात्र 30,93,480 की वसूली कर पा रही है, जबकि प्रत्येक कनेक्शन से 360 वार्षिक शुल्क लिया जाता है। ईओ डॉ. मणिभूषण तिवारी ने बताया कि इस स्थिति में सुधार लाने के लिए जल्द ही व्यापक सर्वे कराया जाएगा, जिससे अवैध व अनरजिस्टर्ड कनेक्शनों की पहचान हो सके और जल कर में इजाफा किया जा सके।
ईओ डॉ. तिवारी ने कहा कि जल कनेक्शन का सर्वे पूरा होते ही टैप वाटर की संख्या में इजाफा होगा, जिससे नगर पालिका की राजस्व आय भी बढ़ेगी। साथ ही उपभोक्ताओं को भी नियमित व सुरक्षित जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। यदि पालिका जल कर संग्रहण को ठीक से व्यवस्थित किया जाए, तो पालिका की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकती है और नागरिकों को जल सुविधा का स्तर भी सुधरेगा। अमृत योजना की धीमी प्रगति गौरतलब है कि वर्ष 2019 में अमृत योजना के अंतर्गत दो हजार जल कनेक्शन लगाए गए थे, लेकिन आज तक सरायतरीन क्षेत्र में पेयजल लाइनें पूरी तरह नहीं बिछ सकीं। इसका नतीजा यह है कि कई परिवारों ने समरसेबल पंप लगवा लिए हैं और बिना किसी कर के निजी जल स्रोतों से पानी का उपयोग कर रहे हैं।
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