परंपरागत तरीके से मनाया वट सावित्री व्रत
Sambhal News - महिलाओं ने वट सावित्री व्रत परंपरागत तरीके से मनाया। इस अवसर पर उन्होंने वट वृक्ष की पूजा करके पतियों की दीर्घायु की कामना की। सत्यवान-सावित्री की कथा सुनकर सभी ने एक साथ मिलकर व्रत का पालन किया। वट...

शहर में महिलाओं ने वट सावित्री व्रत परंपरागत तरीके से मनाया। वट वृक्ष की विधि विधान से पूजा अर्चना कर सभी ने पतियों की दीर्घायु की कामना की। साथ सत्यवान सावित्री की कथा भी सुनी। वट सावित्री व्रत ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को मनाया जाता है। इस बार वट सावित्री व्रत 26 मई और 27 मई दोनों रखा जा रहा है। यह वट सावित्री व्रत सत्यवान-सावित्री की कथा से जुड़ा हुआ है। जिसमें सावित्री ने अपनी चतुराई से यमराज को मात देकर सत्यवान के प्राण बचाए थे। वट सावित्री व्रत विवाहित हिंदू महिलाएं अपने पति और बच्चों की सुरक्षा और सफलता के लिए रखती हैं।
इस दिन सुहागिन महिलाएं बरगद के पेड़ की पूजा करती हैं। वट सावित्री व्रत सौभाग्य प्राप्ति के लिए एक बड़ा व्रत माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं एक साथ मिलकर कथा सुनती हैं। साथ ही वट की पूजा अर्चना कर उसके चक्कर लगाकर सूती धागा बांधती है और जल चढ़ाती हैं।
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