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बोले मुजफ्फरनगर: ई-रिक्शा पर प्रतिबंध से ठप हो रहा कारोबार

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Newswrap हिन्दुस्तान, मुजफ्फर नगरSun, 25 May 2025 07:32 PM
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बोले मुजफ्फरनगर: ई-रिक्शा पर प्रतिबंध से ठप हो रहा कारोबार

शहर की ह्दयस्थली शिवचौक क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक थोक व रिटेल खरीदारी की की करीब डेढ़ हजार दुकानें हैं। वहीं, भगतसिंह रोड, शिवचौक से नॉवल्टी चौक व मीनाक्षी चौक क्षेत्र में भी सात सौ से अधिक दुकानें हैं। इन सभी मार्केट्स में प्रतिदिन चार करोड़ से अधिक का कारोबार होता है। इस क्षेत्र में तीन क्लीनिक, एक नेत्र चिकित्सालय और दो हॉस्पिटल भी हैं। करीब पांच माह से प्रशासन ने जाम का हवाला देते हुए इस क्षेत्र में ई-रिक्शाओं का संचालन प्रतिबंधित कर रखा है। इसके चलते माल लाने-ले जाने के लिए साधन न मिलने से ग्राहक भी इस क्षेत्र से अन्य मार्केट्स का रुख कर रहे हैं, जिससे इन मार्केट्स में कारोबार मंदा पड़ रहा है।

जनपद में वर्तमान में 6,600 ई-रिक्शाएं पंजीकृत हैं, जबकि अवैध ई-रिक्शाओं की तादाद दस हजार से अधिक मानी जाती है। इनमें से अधिकांश ई-रिक्शाएं शहर क्षेत्र में संचालित होती हैं, जिससे अक्सर जाम की स्थिति रहती है। वहीं, शहर क्षेत्र में शिवचौक व उसके आसपास एक दर्जन से अधिक मार्केट्स हैं, जिनमें विभिन्न उत्पादों की थोक व रिटेल बिक्री होती है। इसी से जुड़ा भगतसिंह रोड व झांसी रानी मार्ग भी है और नॉवल्टी चौक व मीनाक्षी चौक क्षेत्र भी व्यवसायिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है। इस पूरे क्षेत्र में करीब ढाई हजार दुकानें हैं, जहां थोक व रिटेल मिलाकर प्रतिदिन चार करोड़ से अधिक का कारोबार होता है और पूरे जिले के साथ ही आसपास क्षेत्र से भी लोग यहां खरीदारी के लिए आते हैं। अधिकारिक आंकड़ों की मानें तो इस क्षेत्र में रोजाना एक लाख से अधिक लोगों की आवाजाही होती है, जबकि 25 हजार से अधिक वाहनों से लोग यहां आवागमन करते हैं। इसके चलते इस क्षेत्र में अक्सर जाम की स्थिति देख करीब पांच माह पूर्व प्रशासन ने यहां ई-रिक्शाओं का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया था। ई-रिक्शाओं का संचालन प्रतिबंधित होने से इस क्षेत्र के कारोबार में करीब 20 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष कृष्ण गोपाल मित्तल ने बताया कि नावल्टी चौक से शिवचौक क्षेत्र में अधिकांश दुकानें मोटर पार्ट्स और मैकेनिकल उत्पादों की हैं, जो भारी-भरकम वजनी होते हैं। ऐसे में सामान खरीदने के लिए आने वाले लोग खरीदारी के बाद सामान को गंतव्य तक ले जाने के लिए ई-रिक्शा तलाशते हैं, लेकिन इस क्षेत्र में ई-रिक्शा प्रतिबंधित होने से उन्हें परेशान होना पड़ता है। इसी तरह शिवचौक क्षेत्र की मार्केट्स कपड़े की हैं, जहां से माल लेने के बाद पार्किंग तक ले जाने के लिए ई-रिक्शा की जरूरत पड़ती है, लेकिन ई-रिक्शा न मिलने के कारण ग्राहकों के साथ ही दुकानदारों के सामने भी संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इसी परेशानी के चलते अब इस क्षेत्र से ग्राहक किनारा करते हुए अन्य मार्केट्स का रुख करने लगे हैं, जिससे इस क्षेत्र की मार्केट्स के कारोबार में करीब 20 प्रतिशत तक की भारी गिरावट आई है और कारोबार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। व्यापारी नेता विजय कुच्छल का कहना है कि मैकेनिकल कारोबार के अतिरिक्त इस क्षेत्र में तीन क्लीनिक, एक नेत्र चिकित्सालय और दो हॉस्पिटल भी हैं, जहां उपचार के लिए आने वाले मरीजों को एंबुलेंस के अतिरिक्त ई-रिक्शाओं का ही सहारा होता है। हालांकि इस क्षेत्र में ई-रिक्शाएं प्रतिबंधित होने के कारण इन डॉक्टर्स के यहां उपचार के लिए आने वाले मरीज व उनके तिमारदारों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। व्यापारियों ने प्रशासन से इस क्षेत्र में संचालन के लिए चुनिंदा ई-रिक्शाओं को अधिकृत किए जाने की मांग की, ताकि इस क्षेत्र का कारोबार प्रभावित न हो और यहां स्थित क्लीनिक व हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को भी परेशानी न उठानी पड़े। -------- अधिकृत ई-रिक्शाओं का भी नहीं होता संचालन मुजफ्फरनगर। शिवचौक क्षेत्र में ई-रिक्शाओं का संचालन प्रतिबंधित करते हुए प्रशासन ने 50 से अधिक ऐसे ई-रिक्शा अधिकृत किए थे, जो फिटनेस के साथ ही कागजों में भी पूरी तरह फिट थे। इन सभी ई-रिक्शाओं को शिवचौक क्षेत्र में संचालन के लिए अधिकृत किया गया था, लेकिन बाद में प्रतिबंध लागू करते समय इन ई-रिक्शाओं का संचालन भी इस क्षेत्र में प्रतिबंधित कर दिया गया था। स्थानीय व्यापारियों ने अब सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार से वार्ता करते हुए इन्हीं की तर्ज पर ई-रिक्शाओं को चिन्हित कर उनके इस क्षेत्र में संचालन की अनुमति प्रदान किए जाने की मांग की है। ----------- --- शिकायतें और सुझाव --- - शिवचौक क्षेत्र में संचालन के लिए ई-रिक्शाओं को अधिकृत नहीं किया गया है, जिससे ग्राहकों व व्यापारियों को परेशानी होती है। - नावल्टी चौक से शिवचौक तक कई क्लीनिक व हॉस्पिटल हैं, जहां आने वाले बुजुर्ग व बीमार व्यक्तियों को काफी परेशानी होती है। - मशीनरी स्टोर से सामान खरीदकर ले जाने वाले ग्राहकों को वजन अधिक होने से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। - ई-रिक्शाएं प्रतिबंधित होने से इस क्षेत्र में कारोबार करीब 20 प्रतिशत तक कम हो गया है, जिससे व्यापारी परेशान हैं। --- सुझाव --- - शिवचौक क्षेत्र में संचालन के लिए ई-रिक्शाओं को अधिकृत किया जाना चाहिए, ताकि ग्राहकों व व्यापारियों को परेशान न होना पड़े। - नावल्टी चौक से शिवचौक तक स्थित क्लीनिक व हॉस्पिटल में उपचार के लिए जाने वाले मरीजों को राहत दी जानी चाहिए। - भारी वजन के सामान खरीदकर ले जाने वाले ग्राहकों को सामान ले जाने के लिए ई-रिक्शा ले जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। - प्रतिबंधित क्षेत्र में संचालन के लिए ई-रिक्शाओं को अधिकृत किया जाना चाहिए, ताकि व्यापारियों को कारोबार में आसानी रहे। --------- इन्होंने कहा --- - व्यापारियों ने प्रतिबंधित क्षेत्र में ई-रिक्शा संचालन की मांग रखी थी, जिस पर विचार किया जा रहा है। बहुत जल्द इस क्षेत्र में संचालन के लिए ई-रिक्शाओं को अधिकृत कर उन्हें नंबर प्रदान किए जाएंगे, ताकि ग्राहक व व्यापारियों को परेशानी न उठानी पड़े। विकास कश्यप, सिटी मजिस्ट्रेट ----- - शिवचौक जनपद का अति व्यस्त रहने वाला व्यवसायिक क्षेत्र है, जहां ई-रिक्शाओं का संचालन बंद किए जाने से कारोबार प्रभावित हो रहा है। प्रशासन को व्यापारी हित में ई-रिक्शाओं को संचालन के लिए अधिकृत किया जाना चाहिए। कृष्ण गोपाल मित्तल, प्रदेश अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन ----- - नावल्टी चौक से शिवचौक तक कई क्लीनिक व हॉस्पिटल हैं, जहां आने वाले मरीजों को ई-रिक्शाएं न मिलने के कारण उपचार के लिए आने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। राकेश त्यागी, जिलाध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन ----- - नावल्टी चौक पर मौजूद पुलिसकर्मी ई-रिक्शाओं को तो शिवचौक की तरफ आने से रोकते हैं, लेकिन बड़े वाहनों को बेरोकटोक आने देते हैं। इस दोहरी नीति के चलते व्यापार प्रभावित हो रहा है। उदित किंगर ----- - नावल्टी चौक से शिवचौक क्षेत्र में कई हॉस्पिटल हैं, जहां बड़ी संख्या में मरीज आते हैं, लेकिन ई-रिक्शाएं क्लीनिक तक नहीं जाने से उन्हें काफी दूर पैदल जाना होता है, जो काफी कष्टदायक है। हरीश धमीजा ----- - शिवचौक क्षेत्र में कई बड़ी मार्केट्स हैं, जहां बड़े पैमाने पर थोक व रिटेल कारोबार होता है, ऐसे में ग्राहकों को भारी सामान ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिलता, जिससे ग्राहक इस क्षेत्र से किनारा करने लगे हैं। सुरेश ग्रोवर ----- - भगतसिंह रोड समेत अन्य क्षेत्र की ढाई हजार से अधिक दुकानों के कारोबार पर ई-रिक्शाएं प्रतिबंधित होने से काफी अधिक फर्क पड़ा है, जिससे कारोबारी परेशान हैं। इसका हल निकालना चाहिए। विभोर मल्होत्रा ----- - झांसी रानी मार्केट्स में आने वाले थोक व रिटेल ग्राहक ई-रिक्शा प्रतिबंधित होने के कारण होने वाली परेशानी के चलते अन्य मार्केट्स का रुख करने लगे हैं, जिससे व्यापार में गिरावट आई है। अनिल मित्तल ----- - प्रशासन को ई-रिक्शाओं को रूट प्रदान करने चाहिए, ताकि व्यवसायिक क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियां वाहनों के अभाव में प्रभावित न हों और व्यापारी तबके को परेशान न होना पड़े। नवीन त्यागी ----- - शिवचौक क्षेत्र में स्थित मार्केट्स में अधिकांशत: थोक कारोबार होता है, जिनके ग्राहक पूरे जिले से आते हैं, लेकिन वाहन पार्किंग व ई-रिक्श संचालन न होने से उन्हें काफी दूर तक पैदल चलना पड़ता है, जिससे वे यहां से कटने लगे हैं। रोहित अरोरा ----- - थोक कारोबार में अधिकांश सामान वजनदार होता है, जिसे गंतव्य तक ले जाने का ई-रिक्शा सस्ता-सुलभ साधन है, लेकिन शिवचौक क्षेत्र में इनका संचालन बंद होने से काफी परेशानी होने लगी है। अंशुल सिंघल ----- - नावल्टी चौक से शिवचौक तक कई क्लीनिक व हॉस्पिटल हैं, जहां आने वाले मरीजों को ई-रिक्शाएं न मिलने के कारण उपचार के लिए आने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अंकुश धमीजा ----- - शिवचौक क्षेत्र के साथ ही भगतसिंह रोड पर भी थोक कारोबार बड़े पैमाने पर होता है, लेकिन माल ले जाने में होने वाली परेशानी के चलते ग्राहक इस क्षेत्र से अन्य मार्केट्स में जाने लगे हैं। सरदार बलविंदर सिंह ----- - शिवचौक क्षेत्र की ढाई हजार से अधिक दुकानों के कारोबार पर ई-रिक्शाएं प्रतिबंधित होने से काफी अधिक फर्क पड़ा है, जिससे कारोबारी परेशान हैं। चुनिंदा ई-रिक्शाओं का संचालन शुरू होना चाहिए। विजय कुच्छल ----- - शिवचौक व्यवसायिक क्षेत्र है, जहां ई-रिक्शाओं का संचालन बंद किए जाने से कारोबार प्रभावित हो रहा है। प्रशासन को व्यापारी हित में ई-रिक्शाओं को संचालन के लिए अधिकृत किया जाना चाहिए। जावेद सिद्दीकी ----- - प्रशासन को ई-रिक्शाओं को रूट प्रदान करने चाहिए, इसके साथ ही शिवचौक क्षेत्र में संचालन के लिए कुछ ई-रिक्शाएं अधिकृत करनी चाहिए, ताकि व्यवसायिक क्षेत्र में व्यापारिक गतिविधियां वाहनों के अभाव में प्रभावित न हों। महेश कुमार

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