बरेली की लैब में फिर भेजा गया 30 पक्षियों का सैंपल
Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर में एवियन इन्फ्लूएजा की रोकथाम के लिए पशुपालन और वन विभाग सक्रिय हैं। 30 नए पक्षियों के सिरम की जांच की गई, जिसमें कोई पॉजिटिव नहीं पाया गया। सभी पोल्ट्री और प्रवासी पक्षियों की निगरानी की...
संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले में एवियन इन्फ्लूएजा से बचाव एवं रोकथाम के लिए पशुपालन और वन विभाग पोल्ट्री फार्म से लेकर जंगल तक खाक छान रहे हैं। 30 नए पक्षियों का सिरम जांच के लिए भेजा गया। टीम जंगल से लेकर पोल्ट्री फार्मों तक निगरानी रख रही है। कहीं भी पक्षी मरता है तो उनका सीरम जांच के लिए इज्जतनगर बरेली भेजा जाएगा। बरेली से 30 पक्षियों की जांच रिपोर्ट आई है लेकिन इसमें कोई भी पक्षी पॉजिटिव नहीं पाया गया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने सभी पोल्ट्री एवं प्रवासी पक्षियों की गहनतापूर्वक निगरानी का निर्देश दिया है। पशुपालन विभाग द्वारा वायरोलॉजिकल एवं सीरोलॉजिकल सर्विलान्स के लिए पक्षियों से क्लोएकल स्वैब एवं ओरोफेरेनिजयल स्वैब तथा सीरम सैम्पल का 10-10 नमूना भेजा गया है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं प्रभागीय वनाधिकारी जिले के टास्क फोर्स से समन्वय स्थापित कर लगातार सम्पर्क कर रहे हैं, जिससे कि वन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार के पक्षियों की आकस्मिक एवं असाधारण मृत्यु के मामले में तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। इसी के साथ जिले के कृषकों-पशुपालकों से आह्वान किया कि पोल्ट्री फारमर्स, पोल्ट्री व्यापार से जुड़े व्यक्तियों द्वारा तथा वाइल्ड लाइफ क्षेत्र में पक्षियों के अचानक बीमार पड़ने व मृत्यु की सूचना निकटतम पशु चिकित्सा अधिकारी के साथ-साथ जिला स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम को दें। इसके लिए पशुपालन विभाग के चिकित्सक प्रभारी व नोडल अधिकारी डॉ. पवन कुमार सिंह, दूरभाष नं0-9453865114 को जिम्मेदारी सौंप गई है। बीमार होने पर मुर्गियों में आते हैं ये लक्षण पक्षियों में इसके मुख्य लक्षणों में अचानक अत्यधिक मृत्यु, अण्डे का उत्पादन घटना, आंख और मुंह पर सूजन, कलंगी का नीला पड़ जाना, बिना छिलके का अण्डा देना, नाक मुंह और आंखों से पानी गिरना, अत्यधिक बुखार होना। मनुष्यों में मुख्य लक्षणों में अत्यधिक बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द के साथ निमोनिया के लक्षण भी आते हैं। पोल्ट्री फार्मों पर किया दवाओं का छिड़काव संतकबीरनगर। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुरेश कुमार तिवारी का दावा है कि वर्ल्ड फ्लू के मद्देनजर पोल्ट्री फार्म और पशु आश्रय स्थलों पर दावाओ का छिड़काव कराया गया है। ताकि मुर्गियां पूरी तरह से स्वस्थ रहें और बीमारी न फैलने पाए। उन्होंने बताया कि यह बीमारी पक्षियों से मनुष्य में फैल जाती है। इसकी वजह से पोल्ट्री फार्म पर पूरी तरह से निगरानी रखी जा रही है।
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