HIV Awareness 1524 Active Patients in Sant Kabir Nagar Importance of ART Centers Highlighted जिले में तेजी से बढ़ रही एड्स के मरीजों की संख्या, Santkabir-nagar Hindi News - Hindustan
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जिले में तेजी से बढ़ रही एड्स के मरीजों की संख्या

Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर जिले में 1524 एचआईवी मरीज सक्रिय हैं। एआरटी सेंटर से मरीजों को नि:शुल्क दवाएं मिल रही हैं। हर महीने तीन से चार नए एचआईवी पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं। 18 मई को एचआईवी वैक्सीन जागरूकता दिवस...

Newswrap हिन्दुस्तान, संतकबीरनगरSun, 18 May 2025 03:47 PM
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जिले में तेजी से बढ़ रही एड्स के मरीजों की संख्या

हिन्दुस्तान टीम, संतकबीरनगर। जिले में 1524 एचआईवी के मरीज इन दिनों सक्रिय हैं। इस रोग से प्रभावित मरीज एआरटी सेंटर से नि:शुल्क दवाएं ले रहे हैं। एड्स के जानलेवा बीमारी है। लेकिन यदि मनुष्य को इस बीमारी की जानकारी समय से हो जाय तो वह नियमित दवा खाकर पूरा जीवन जी सकता है। हर दिन जिला अस्पताल में बने एआरटी सेंटर में मरीजों की जांच, सुझाव व दवाएं दी जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग के आकंड़े के अनुसार हर माह तीन से चार लोग एचआईवी पॉजिटिव मिल रहे हैं। एचआईवी वैक्सीन जागरूकता दिवस हर वर्ष 18 मई को एड्स और इसके टीकाकरण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ ही इसके बारे में जानकारी देने के लिए मनाया जाता है।

इस दिन एचआईवी संक्रमण को रोकने में वैक्सीन के महत्व पर भी प्रकाश डाला जाता है। लोगों को एड्स की बीमारी और एचआईवी वैक्सीन के बारे में भी शिक्षित किया जाता है। ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस या एचआईवी शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली की कोशिकाओं को संक्रमित करता है। जिससे जीवन के लिए खतरा पैदा होता है। लोगों को एड्स से बचाव के उपायों और गलत फहमियों के बारे में शिक्षित करना सबसे अधिक महत्वपूर्ण होता है। स्वास्थ्य विभाग एड्स के बारे में लोगों को जागरुक करने के लिए प्रचार- प्रसार कर रहा है। जगह- जगह पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरुक करने का प्रयास करता है। ----------------- क्या है एचआईवी एड्स एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिसिएंसी सिंड्रोम है। इसमें व्यक्ति वायरस से संक्रमित हो जाता है। वायरस व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है। व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो जाती है और ठीक से काम नहीं कर पाती है। ऐसा हो सकता है कि एड्स से पीड़ित व्यक्ति कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण अन्य बीमारियों का भी अनुभव कर सकता है। एचआईवी संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति को एड्स तब कहा जाता है जब उसकी प्रतिरक्षा प्रणाली इतनी कमजोर हो जाती है कि वह अन्य प्रकार के संक्रमणों और कैंसर से नहीं लड़ सकती है।

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