शौर्य, साधना, सेवा, समर्पण की प्रतीक हैं अहिल्याबाई
Siddhart-nagar News - अहिल्या बाई होलकर जन्म त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत नौगढ़ ब्लॉक सभागार में सम्मेलन का आयोजन किया गया। पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सेतभान राय ने कहा कि अहिल्या का जीवन शौर्य और सेवा का प्रतीक है।...

ककरहवा, हिन्दुस्तान संवाद। अहिल्या बाई होलकर जन्म त्रिशताब्दी स्मृति अभियान के तहत सोमवार को नौगढ़ ब्लॉक सभागार में पंचायत प्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें संतकबीरनगर के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सेतभान राय ने कहा कि अहिल्याबाई होलकर का जीवन प्रेरणादायक है। उनका जीवन शौर्य, साधना, सेवा, समर्पण और सादगी का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि अहिल्या बाई होलकर नारी सशक्तिकरण की प्रेरणा स्रोत, एक अद्वितीय व्यक्तित्व की महिला थी। उन्होंने अपने शासन काल में मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र को एक नई दिशा दी। उनकी न्यायप्रियता, प्रशासनिक क्षमता और धार्मिक सहिष्णुता ने उन्हें एक आदर्श शासक बनाया। विधायक श्यामधनी राही ने कहा कि सनातन संस्कृति में अगाध आस्था रखने वाली अहिल्या बाई ने विपरीत परिस्थितियों में भी भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को संजोए रखा।
तत्कालीन मुगलों के शासनकाल होने के बावजूद भी उन्होंने सोमनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर सहित सैकड़ों मंदिरों का जीर्णोद्धार कराया। वह एक न्यायप्रिय महारानी थी। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान ने किया। इस दौरान तेजू विश्वकर्मा, सत्य प्रकाश राही, नितेश पांडेय, दीपक मौर्य, विपिन सिंह, फतेहबहादुर सिंह, सच्चिदानंद चौबे, अरुणिमा मिश्रा, राजेश मिश्र, रेनू मिश्रा आदि मौजूद रहीं।
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