Severe Weather Disrupts Wheat Harvest and Power Supply in Sultanpur बेमौसम बारसात ने तोड़ी किसानों की कमर, बिजली गुल, Sultanpur Hindi News - Hindustan
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बेमौसम बारसात ने तोड़ी किसानों की कमर, बिजली गुल

Sultanpur News - खेतों में बर्बाद होने की कगार पर पहुंची तैयार गेहूं की फसलबेमौसम बारसात ने तोड़ी किसानों की कमर, बिजली गुलबेमौसम बारसात ने तोड़ी किसानों की कमर, बिजली

Newswrap हिन्दुस्तान, सुल्तानपुरThu, 10 April 2025 09:55 PM
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बेमौसम बारसात ने तोड़ी किसानों की कमर, बिजली गुल

खेतों में बर्बाद होने की कगार पर पहुंची तैयार गेहूं की फसल कई जगह पेड़ गिरने से आवागमन हुआ बाधित

बिजली व्यवस्था हुई ध्वस्त, 12 घंटे बाद भी कई उपकेन्द्रों से सप्लाई ठप

सुलतानपुर, हिन्दुस्तान टीम

जिले में गुरुवार को आंधी के साथ हुई बारिश ने गेहूं की फसल के साथ आम की फसल को नुकसान पहुंचाया है। बारिश के चलते गेहूं की मड़ाई का काम पूरी तरह ठप हो गया है। बारिश व आंधी के चलते जनपद में कई स्थानों पर पेड़ टूटने से बिजली व्यवस्था भी प्रभावित हो गई। मौसम विभाग ने अभी 12 अप्रैल तक बारिश होने अनुमान जताया है। कृषि वैज्ञानिको की माने तो अब चार-पांच दिन बाद ही गेहूं की मड़ाई हो पाएगी। किसानों की कटी हुई फसल भीग गई। जिससे किसानों को मड़ाई के पहले सूखाना पड़ेगा। मौसम वैज्ञानिक अमरनाथ मिश्र ने बताया कि पूर्वी हवा के कारण हुई बारिश से अधिकतम तापमान 34 डिग्री व न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस हो गया। इससे आर्द्रता अधिकतम 92 व न्यूनतम 76 फीसदी हो गई। आगामी चौबीस घंटे में कही-कही गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होने का अनुमान है।

दोस्तपुर संवाद के अनुसार खेतों में पककर तैयार खड़ी गेंहू की फसल पर गुरुवार सुबह अचानक आई तेज ठंडी हवाओं और बारिश ने कहर बरपा दिया। चारों ओर जहां गेंहू की कटाई और मड़ाई का काम जोरों पर था। वहीं मौसम की इस मार ने किसानों की महीनों की मेहनत पर पानी फेर दिया। स्थानीय किसानों के अनुसार, कई खेतों में फसल पूरी तरह काट ली गई थी या बंडल बनाकर रखी गई थी, जो अब बारिश की वजह से भीग चुकी है। किसानों का कहना है कि अगर आने वाले एक-दो दिन तक मौसम इसी तरह खराब रहा, तो खेत में पड़ी या आधी-कटी फसल को बचा पाना बहुत मुश्किल हो जाएगा। किसान राजेंद्र यादव ने बताया, पूरे सीजन की मेहनत और लागत दांव पर लग गई है। बारिश और हवा ने फसल को जमीन पर बिछा दिया है, जिससे मड़ाई करना भी मुश्किल हो जाएगा। इस मौसम ने न सिर्फ फसल को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि किसानों की कमर तोड़ दी है। फिलहाल, पूरे क्षेत्र में किसान चिंतित हैं और आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए हैं, उम्मीद कर रहे हैं कि मौसम जल्द साफ हो जाए और उनकी बची हुई फसल को कुछ राहत मिल सके।

बल्दीराय संवाद के अनुसार गेहूं की फसल पककर तैयार हो गई है। गेहूं की मड़ाई भी किसानों ने शुरू कर दी थी। गुरुवार को को तेज हवा के साथ हुई बारिश से किसानों की गेहूं की फसल बारिश से नष्ट हो गई। क्षेत्र के बहुरावां, बल्दीराय, पारा, तुलसीपुर, ऐंजर, नंदरई, सिंघनी, सुखबडे़री समेत समेत कई क्षेत्र में हुई बारिश से किसानों की फसल नष्ट हो गई है। कई किसान तो गेहूं की फसल को काटकर खेत में मड़ाई के लिए रखे थे। परंतु बारिश होने के नाते गेहूं की पूरी फसल भीग गई। जिससे किसानों का काफी नुकसान हुआ है।

कूरेभार संवाद के अनुसार गेहूं और अरहर की फसलें बारिश में भीग गई हैं। तूफान की वजह से लोगों के घरों की टिन शेड उड़ गए हैं। कई आम, नीम और अन्य पेड़ भी गिर गए हैं। लंभुआ संवाद के अनुसार गेहूं के खेत में फसल की कटाई जोरों पर चल रही थी। कुछ खेतों में गेहूं काटकर बोझ बनाया गया था। बारिश होने से फसले भीग गई, जिससे अब कुछ दिन तक मड़ाई बाधित रहेगी। धनपतगंज संवाद के अनुसार में गुरुवार को हुई तेजबरसात व आंधी में किसानों की फसलें चौपट हो गयी है। गेंहू की कटाई व मड़ाई कर रहे किसानों में असमय बरसात व आंधी तथा ओलावृष्टि से किसान अपनी आंखों के सामने अपनी बर्बाद होती फसल को देखकर चिंतित नजर आ रहे हैं। चांदा संवाद के अनुसार क्षेत्र के कोइरीपुर चांदा अरजो इंदौली रामनगर दरबरपुर कोथरा रामपुर शाहपुर आदि गाँवो में किसानों की फसलो का काफी नुकसान हुआ है । क्षेत्र के किसान लालमणि ने बताया कि बेमौसम में इस तरह से प्रकृति का प्रकोप किसानो के लिए अहित कारी है । कुड़वार संवाद के अनुसार कुड़वार संवाद के अनुसार बेमौसम तेज हवा और उसके बाद हुई बरसात से किसानों की पकी-पकाई गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। किसान अपने फसल की कटाई में दिन रात मेहनत करने में जुटा था कि अचानक मौसम ने करवट बदली और बरसात हो गयी। तेज हवा से कटी गेहूं की फसल उड़ गई। मोतिगरपुर के किसान अनिल कुमार बताते हैं, मने जैसे-तैसे मेहनत कर फसल काटी थी। दो दिन बाद मड़ाई की योजना थी, लेकिन बारिश ने सब बर्बाद कर दिया। अब तो यही समझ नहीं आ रहा कि बच्चों की पढ़ाई का खर्च, घर की जरूरतें और कर्ज की किश्तें कैसे चुकाएँगे।

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जगह जगह पेड़ व पोल गिरने और बिजली आपूर्ति प्रभावित

सुलतानपुर। गुरुवार की सुबह अचानक आई तेज ठंडी हवाओं और बारिश ने पूरे क्षेत्र का मौसम बदल दिया। इससे विद्युत आपूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गई। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक करीब 12 घंटे बिजली व्यवस्था प्रभावित रही। शाम छह बजे के बाद कुछ क्षेत्रों में बिजली सप्लाई बहाल हो सकी।

बरौंसा संवाद के अनुसारतीन अलग-अलग उपकेंद्र जयसिंहपुर,भटमई और उघरपुर की बिजली सप्लाई पूरी तरह से ठप हो गई है, जिससे एक लाख से अधिक की आबादी प्रभावित है। सबसे ज्यादा नुकसान दुकानदारों का देखा जा रहा है।

बुधवार रात करीब साढ़े बारह बजे आई आंधी से जयसिंहपुर और भटमई उपकेंद्र की बिजली सप्लाई बंद हो गई, जबकि गुरुवार सुबह दस बजे की बारिश और तेज हवाओं ने उघरपुर उपकेंद्र को भी प्रभावित कर दिया। तेज हवाओं के चलते जयसिंहपुर की 33 हजार वोल्ट की लाइन पर कई जगह पेड़ों की डालें गिर गईं। जयसिंहपुर उपकेंद्र के जेई राम शरण त्यागी ने बताया कि पेमापुर तक लाइन की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया गया है, लेकिन इंसुलेटर से तार अलग हो गया है, जिसे ठीक करने में समय लग रहा है। उधर, उघरपुर उपकेंद्र के जेई विवेक यादव ने बताया कि कादीपुर के पास 33 हजार वोल्ट की लाइन का तार आठ पोल से टूटकर जमीन पर गिर गया है। मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है और शाम तक सप्लाई बहाल करने की कोशिश की जा रही है। भटमई उपकेंद्र की सप्लाई रात करीब 12 बजे से बंद है। जेई विजय कुमार रावत ने बताया कि बनी से आने वाली 33 हजार लाइन के कई पोल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कालीगंज तक की खराबी को दूर कर लिया गया है, लेकिन मेन लाइन में अभी भी दिक्कत बनी हुई है। उन्होंने बताया कि आकाशीय बिजली गिरने की वजह से भी नुकसान हुआ है। मुख्य आपूर्ति बहाल होने के बाद ट्रांसफार्मर की स्थिति देखी जाएगी। वहीं रात से बिजली बंद होने के कारण स्थानीय दुकानदारों को काफी परेशानी हो रही है। खासकर जो व्यापारी खाद्य पदार्थ या फ्रोजन सामान बेचते हैं, वे अपने उत्पादों को खराब होने से बचाने के लिए जनरेटर का सहारा ले रहे हैं। भीषण गर्मी और बिजली की कटौती से जनता को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। 16 घण्टे से अधिक समय से बिजली आपूर्ति ठप होने से घरों में लगा इनवर्टर भी ठप पड़ गया है। लोगों की मांग है कि मरम्मत कार्य में और तेजी लाई जाए ताकि जल्द से जल्द राहत मिल सके। वहीं तीनों उपकेंद्रों के जेई का कहना है कि वह खराबी को दूर करने में लगे है। कब तक सप्लाई शुरू हो जाएगी। इस बारे में सभी ने बताने में असमर्थता जताई है।

चांदा संवाद के अनुसार विद्युत बदहाल होने से कई दर्जन गांवों की बिजली सप्लाई ठप हो गयी है। बुधवार की रात्रि से विद्युत उपकेन्द्र कोइरीपुर में तैतीस हजार केवीए मेन सप्लाई ठप होने से दर्जनों से अधिक गांव की विद्युत व्यवस्था ठप हो गयी है । जब गुरुवार को बिजली विभाग के कर्मचारी फाल्ट ढूंढने में निकले तो एक बार फिर तेज आधी तूफ़ान व बर्षात ने कार्य में बाधा उत्पन्न किया। मौसम सही होने की बाद पुनः बिजली विभाग कर्मी 33 हजार फाल्ट ढूंढने में जुटे हैं। वही कुछ टीम ग्यारह लाइन को भी चेक करने में लगी हुई है। बिजली विभाग की माने तो 33 हजार का फाल्ट ढूढ़ लिया गया है उसे अटेंड किया जा रहा है । गुरूवार देर शाम तक बिजली की सप्लाई मिलने के आसार हैं। वही रात्रि से ही क्षेत्र के कोइरीपुर कस्बा सहित सोनावा, सिहौली, बभनपुर, फार्मापुर, मूसेपुर, तमरसेपुर सहित एक दर्जन से अधिक गांवों में दस घण्टे से बिजली सप्लाई बाधित हो गयी है। इस सम्बन्ध में अवर अभियन्ता कोइरीपुर राम ललन पाल ने बताया कि फाल्ट ढूढ़ लिया गया है कार्य प्रगति पर है शाम तक सप्लाई बहाल होने की उम्मीद है ।

दोस्तपुर संवाद के अनुसार 132 केवी में आई तकनीकी खराबी के चलते पूरे क्षेत्र की बिजली सप्लाई बाधित हो गई। वहीं, ब्लॉक फीडर अंतर्गत मकरहां गांव के पास दो यूकेलिप्टस के पेड़ गिरने से कस्बे की बिजली भी ठप हो गई। अवर अभियंता प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि मौसम के अचानक बदले मिज़ाज और तेज हवाओं के कारण कई स्थानों पर लाइनें खराब हो गई हैं। लाइनमैन और अन्य कर्मचारी मौके पर पहुंचकर मरम्मत कार्य में जुटे हुए हैं और जल्द ही आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। फ़िलहाल पूरे क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति चरमरा गई है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो रहा है। तूफान से बिजली व्यवस्था भी चरमरा गई है। कई बिजली के खंभे गिर गए हैं। खंभे के गिरने से ट्रांसफॉर्मर सड़क पर आ गिरा है। इससे पूरे इलाके की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है।

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आंधी में सड़क पर गिरे पेड़, आवागमन प्रभावित

दोस्तपुर। थोड़ी देर चली इस बारिश से मोतिगरपुर मार्ग और कादीपुर मार्ग समेत आधा दर्जन स्थानों पर पेड़ गिर गए। जिससे आवागमन प्रभावित हुआ तो कहीं-कहीं बिजली के तार भी छतिग्रस्त हुए। वहीं दूसरी तरफ जरा सी बारिश ने नगर पंचायत के दावों की भी पोल खोल दी। बारिश का पानी चोक नालियों के चलते ऊपर से बहने लगा।

बल्दीराय तहसील क्षेत्र के मुसाफिरखाना देवरा मार्ग पर आंधी में पेड़ गिर जाने से सड़क पर आवागमन बंद हो गया। चार पहिया वाहन व मोटरसाइकिल के लोग घंटों खड़े रहे। परंतु शिकायत के बाद भी बन विभाग के कर्मचारी पेड़ को नहीं कटवा सके । राहगीर ऐंजर व तुलसीपुर मार्ग से होकर आने जाने लगे। तेज हवा चलने के कारण कोतवाली के पास स्थित एक दुकान के ऊपर पेड़ गिर पड़ा, जिससे टीन शेड टूट गया। तेज हवा के चलते ही चौकिया रोड पर आम का पेड़ गिरने से कुछ देर तक आवागमन बातचीत रहा। कई लोगों के घरों पर रखे टीन शेड उड़ गए।

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आकाशीय बिजली की चपेट में आकर महिला झुलसी

फोटो नं. 02- बिरसिंहपुर अस्पताल में भर्ती आकाशीय बिजली की चपेट में आकर झुलसी महिला

जयसिंहपुर, संवाददाता

गुरुवार कोबारिश के दौरान गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आने से एक महिला झुलसकर घायल हो गई। इलाज के लिए उसे बिरसिंहपुर सौ बेड अस्पताल ले जाया गया। वहां घायल महिला को भर्ती कर उसका इलाज किया जा रहा है।

जयसिंहपुर कोतवाली क्षेत्र के भैरोपुर ग्राम पंचायत के होलेपुर गांव की रहने वाली तुला देवी(55) पत्नी रामकिशोर निषाद दिन में करीब साढ़े ग्यारह बजे घर से कुछ दूर स्थित खेत में लहसुन की खुदाई करने गई थी। इसी दौरान हल्की बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए तुला समीप के एक छप्पर के पास बैठ गई। इसी बीच अचानक गिरी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई। जिसके बाद वह झुलसकर घायल हो गई।ग्रामीणों की मदद से घायल महिला को बिरसिंहपुर सौ बेड अस्पताल भेजवाया गया। वहां मौजूद चिकित्सक ने महिला को भर्ती कर उसका इलाज शुरू किया। घायल महिला की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

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सड़कों पर हुआ जलभराव

फोटो नं. 5- देहली-बलीपुर मार्ग पर बरसात के कारण हुआ जलभराव

बल्दीराय, संवाददाता

तहसील क्षेत्र के देहली वलीपुर मार्ग पर पर बेमौसम बरसात से सड़कों पर जल भराव हो गया है। बारिश से सड़कों पर जल भराव से राहगीर परेशान हैं। वलीपुर से देहली मार्ग जर्जर हो गया है। सड़कों पर बड़े-बड़े जानलेवा गड्ढे हो गए हैं। राहगीरों का चलना मुश्किल हो गया है। कई बार ग्रामीणों ने शिकायत की परंतु जर्जर सड़क का मरम्मत नहीं हो सका है। सड़क से देहली,बिसावा, जगदीशपुर, दरियापुर कस्बे के लोगों का आवागमन है। क्षेत्र के मोनू तिवारी, बद्री नाथ शुक्ला, आदर्श सिंह, विकास, राज बहादुर, ओम प्रकाश तिवारी, अमित तिवारी, अवधेश अग्रहरि आदि लोगों ने जिलाधिकारी से अबिलंब सड़क को दुरुस्त करवाए जाने की मांग की है।

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