यूपी की सड़कों पर आग उगलने लगा सूरज, कानपुर और सुलतानपुर तपा, 44 डिग्री के पार पहुंचा तापमान
यूपी की सड़कों पर सूरज ने अभी से आग उगलना शुरू कर दिया है। चिलचिलाती धूप और गर्म हवा के थपेड़ों ने सूबे के कई शहरों को तपाया है। कानपुर सबसे गर्म रहा जहां पारा 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

UP Temperature: यूपी की सड़कों पर सूरज ने अभी से आग उगलना शुरू कर दिया है। चिलचिलाती धूप और गर्म हवा के थपेड़ों ने सूबे के कई शहरों को तपाया है। कानपुर सबसे गर्म रहा जहां पारा 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, 44.6 डिग्री अधिकतम तापमान के साथ प्रयागराज में दूसरे नम्बर पर सर्वाधिक गर्मी पड़ी। सूबे के चार जिले हीट वेव की स्थिति तक पहुंच चुके हैं। शनिवार को भी इन शहरों में तापमान 44 डिग्री या इससे अधिक हो सकता है। ऐसे में लू चलने की आशंका बढ़ गई है।
मौसम विभाग के अनुसार लू की स्थिति तब होती है जब तापमान 40 डिग्री से अधिक हो। सामान्य से इसका विचलन 4.5 डिग्री ज्यादा हो। यह स्थिति लगातार दूसरे दिन बनी रहे। इसके अलावा यदि तापमान 45 डिग्री या उससे अधिक हो जाए तो हीट वेव माना जाता है। शुक्रवार को सुलतानपुर में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हमीरपुर में 44.2 डिग्री रहा।
अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार अगले 24 घंटे गर्मी से राहत मिलने के कोई आसार नहीं हैं। शुक्रवार को 26 जिलों में तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक रहा। 24 जिले 42 डिग्री या इससे अधिक तापमान की वजह से तपे हैं। लखनऊ में भी अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यह सीजन का सबसे गर्म दिन साबित हुआ। लखनऊ के अलावा बलिया, चुर्क, बाराबंकी, गाजीपुर में तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
संभल में गर्म हवा के थपेड़ों से लोग बेहाल, सड़कों पर सन्नाटा
संभल में अप्रैल माह के अंतिम सप्ताह में गर्मी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। तेज धूप और गर्म हवाओं ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। सुबह से ही गर्मी का असर महसूस होने लगता है। दोपहर तक हालात और भी विकराल हो जाते हैं। लू चलने के कारण दोपहर के समय सड़कों और बाजारों में सन्नाटा छा जाता है। गुरुवार को अधिकतम तापमान 41.3 व न्यूनतम 24.2 डिग्री सैल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिन और गर्मी पड़ने की संभावना है। शहरी इलाकों से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक गर्मी का असर साफ देखा जा सकता है। खेतों में काम करने वाले किसान भी इस तेज धूप और लू के कारण अपने काम को सीमित समय में समेटने को मजबूर हैं। दिन के समय खेतों में काम करना अब नामुमकिन सा हो गया है। जिससे खेती-किसानी पर असर पड़ रहा है।