बोले सीवान : महाराजगंज को जिले का दर्जा मिलने पर ही होगा विकास
महाराजगंज में जिला बनाने की मांग को लेकर 'जिला बनाओ संघर्ष समिति' ने अभियान शुरू किया है। समिति का मानना है कि जिला बनने से स्थानीय विकास, प्रशासनिक सेवाएं और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। यहां के नागरिक,...
महाराजगंज शिक्षा, साहित्य, कला, खेल, इतिहास, राजनीति और धार्मिक पर्यटन सहित हर क्षेत्र में बिहार में अहम भूमिका निभाता आया है। अपनी इसी विशिष्ट पहचान और सर्वांगीण योगदान के आधार पर आज यहां जिला बनाए जाने की मांग उठ रही है। 'जिला बनाओ संघर्ष समिति' के संयोजक मार्केंडेय कुमार सिंह व के के सिंह का मानना है कि यह सिर्फ प्रशासनिक सुविधा की मांग नहीं, बल्कि क्षेत्रीय विकास और ऐतिहासिक न्याय की आवाज़ है। उन्होंने बताया कि समिति द्वारा गांव-गांव, टोला मोहल्लों में पदयात्रा, नुक्कड़ सभा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को इस अभियान से जोड़ा जा रहा है। युवाओं की एक वीर योद्धा कमिटी, बुद्धिजीवी वर्ग की मार्गदर्शन कमिटी भी गठित की गई है, जो घर-घर जाकर अनुमंडल वासियों को इसके लाभ समझा रही है। अनुमंडल क्षेत्र के प्रतिष्ठित और जागरूक नागरिक, सामाजिक व राजनीतिक कार्यकर्ता स्थानीय जनप्रतिनिधि, सांसद, विधायक, विधान पार्षद, मुखिया, सरपंच, नगर पंचायत, ग्राम पंचायत के सदस्य व कोऑपरेटिव बैंक जैसे संस्थान भी इस मुहिम में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। समिति के प्रखंड अध्यक्ष अमित कुमार सिंह, नगर अध्यक्ष आत्मा कुमार सिंह, वीर योद्धा कमिटी के अध्यक्ष आशीष रंजन सिंह, मार्गदर्शन कमिटी के अध्यक्ष के के सिंह ने बताया कि महाराजगंज का गौरवशाली अतीत, वर्तमान की उपलब्धियां और भविष्य की संभावनाएं इसे जिला बनने के लिए पूर्णतः योग्य बनाती हैं। चाहे जनसंख्या हो, भौगोलिक स्थिति, सांस्कृतिक विविधता या व्यवसायिक पहचान-हर दृष्टिकोण से यह अनुमंडल किसी भी मौजूदा अनुमंडल से कमतर नहीं है। फिर भी अनुमंडल की स्थापना के बाद 33 वर्षों से यह उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। जिला नहीं बनने से यहां बुनियादी विकास कार्य ठप हैं। यह विडंबना ही है कि इतना योगदान देने वाला अनुमंडल जिला की मान्यता से वंचित है। यहां तक कि कई मामलों मामलों में भी उपेक्षा का शिकार हुआ है। कई अनुमंडल ऐसे हैं जहां पहले बहुत कुछ नहीं था, लेकिन जिला बनने के बाद वहां कई बड़े संस्थान स्थापित हो चुके है। इससे स्पष्ट है कि हमारे अनुमंडल को भी जिला का दर्जा मिलते ही विकास की रफ्तार कई गुना तेज हो जाएगी। 'जिला बनाओ संघर्ष समिति' के सदस्यों ने कहा कि जिला बनने से लोगों को उच्च अधिकारियों से सीधे संपर्क का अवसर मिलेगा, जिससे शिकायतों का त्वरित समाधान संभव होगा। साथ ही विभिन्न विभागों के कार्यालय खुलने से प्रशासनिक सेवाएं नजदीक और सुलभ होंगी। इससे न केवल लोगों को राहत मिलेगी, बल्कि समय और संसाधनों की भी बचत होगी। इसके अतिरिक्त जिला मुख्यालय बनने से सड़क, रेल, बिजली, जल आपूर्ति, अस्पताल और स्कूल जैसी बुनियादी सुविधाओं में भी तीव्र विकास होगा। सरकारी कार्यालयों की स्थापना से कर्मचारियों की नियुक्ति और उनकी उपस्थिति से स्थानीय बाजारों में रौनक आएगी, सेवाओं का विस्तार होगा और व्यापार को गति मिलेगी। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और युवाओं को सम्मानजनक जीवन यापन का रास्ता मिलेगा। राजनीतिक दृष्टि से भी यह बदलाव अत्यंत आवश्यक है। जिला स्तर की पहचान मिलने से जिले की समस्याओं को राज्य और केंद्र सरकार के समक्ष प्रभावी ढंग से रखा जा सकेगा।
जिला बनने पर निवेश और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी
महाराजगंज जिला बनने से न केवल प्रशासनिक बल्कि राजनीतिक सशक्तिकरण भी सुनिश्चित होगा। नए कार्यालयों और परियोजनाओं के चलते न सरकारी व निजी क्षेत्र में भी निवेश और रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी। इससे पलायन पर भी नियंत्रण संभव होगा और स्थानीय युवाओं को अपने ही गांव-घर में रोजगार और आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। एक ओर जहां महाराजगंज बिहार के लिए राजस्व और संसाधनों का स्रोत बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस असंतुलन को दूर करने और क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए यह जरूरी है कि महाराजगंज को शीघ्र जिला बनाया जाए। समिति के के के सिंह, चुनचुन सिंह ने कहा कि महाराजगंज वासी बार-बार इस उपेक्षा के शिकार हुए हैं। यदि महाराजगंज को नया जिला बनाया जाता है, तो यह न सिर्फ प्रशासनिक सुविधा बढ़ाएगा, बल्कि विकास के नए द्वार भी खोलेगा। विश्वविद्यालय, प्रबंधन संस्थान, बिहार बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय, मेडिकल कॉलेज और एम्स जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की स्थापना का रास्ता साफ हो जाएगा साथ ही हवाई अड्डा जैसी सुविधाओं का सपना भी साकार हो सकता है, जैसा अन्य जिले के शहरों में देखा गया है। इसकी भौगोलिक स्थिति इसे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार का मजबूत केंद्र बना सकती है।
सुझाव
1. महाराजगंज के जिला बनने के बाद कार्यालयों की स्थापना से प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी।
2. विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, एयरपोर्ट व एम्स जैसे संस्थान खुलने की राह आसान होगी।
3. औद्योगिक परियोजनाएं आने से स्थानीय स्तर पर युवाओं को रोजगार मिलेगा।
4. सड़क, रेल और हवाई संपर्क बेहतर होगा। जिससे व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
5. विभिन्न विभागों के जिला कार्यालय खुलने से प्रशासनिक सेवाएं नज़दीक और सुलभ होंगी।
शिकायतें
1. जिला न होने के कारण उच्च अधिकारियों तक आम लोगों की पहुंच नहीं है।
2. विभिन्न टैक्स योगदान होने पर भी विकास कार्य ठप हैं।
3. व्यवहार न्यायालय, जीएनएम व फार्मेसी जैसी संस्थाओं की स्थापना में उपेक्षा की जा रही है।
4. किसी भी विभागीय कार्य के लिए जिले के चक्कर लगाने पड़ते हैं।
5. प्रशासनिक केंद्र दूर होने से समय और संसाधनों की भारी बर्बादी होती है।
हमारी भी सुनिए
01. महाराजगंज शिक्षा और सस्कृति का गढ़ रहा है। जिला बनने से संसाधनों का समुचित उपयोग संभव होगा। यह नई पीढ़ी के लिए अवसरों के द्वार खोलेगा।
- मुंशी सिंह।
02. महाराजगंज के व्यवसायिक पहचान को ले जिला का दर्जा मिलना ही चाहिए। इससे व्यापार को नई दिशा और ऊर्जा मिलेगी। स्थानीय स्तर पर रोजगार भी बढ़ेगया।
- के के सिंह।
03. यहां के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए भटकना पड़ता है। जिला बनने पर यहीं शिक्षा व रोजगार हासिल कर आत्मनिर्भर बन सकेंगे। हर बच्चा अपना सपना पूरा कर सकेगा। हर वर्ग के लोगों के विकास को लेकर जिला बनाना जरूरी है।
- प्रो सुबोध सिंह।
04. जिला नहीं बनने से महाराजगंज की साहित्य और संस्कृति पहचान धुंधली पड़ रही है। जिला बनने से इसका गौरव लौट आएगा। महाराजगंज का विकास तेजी से होगा। बजअ भी अधिक मिलने लगेगा।
- आत्मा कुमार सिंह।
05. जिला बनने से यहां चिकित्सा सुविधाएं बढ़ेगी। स्वास्थ्य सेवा में क्रांति आयेगी। जिला नहीं बनने से यहां बुनियादी विकास कार्य ठप हैं। इसको भी विकास करने का नया- नया प्लान बनाया जाएगा।
- बृजकिशोर जायसवाल
06. स्थानीय समस्याओं को दूर से देखना कठिन होता है। जिला स्तर पर फैसले स्थानीय स्तर से जुड़ेंगे। जनता की आवाज़ सीधी सुनी जाएगी। इस शह को विकास का नया आयाम मिलने लगेगा।
- भुआल सिंह।
07. क्षेत्रीय विकास से सामाजिक असमानता में कमी आएगी। इससे कमजोर वर्गों को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा। महाराजगंज अभिलंब जिला बने। इसको लेकर पहल होना चाहिए।
- माकर्डेय सिंह।
08. सरकार इस आवाज को सुने और जिले को वह दर्जा दे, जिसका वह वर्षों से हकदार है। सरकार बिना देरी किए जिला बनाने के लिए घोषणा करें। इससे विकास हो सके।
- पारस नाथ द्विवेदी।
09. जिला बनने से शिक्षा व चिकित्सा सुविधाएं सशक्त होगी। जिले में एम्स और मेडिकल कॉलेजन बनेगी लोगों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इससे परेशानी हर किसी का दूर किया जा सकेगा।
- अरुण कुमार सिंह
10. जिला बनने से धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इससे जिले के लोगों के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।विकास तेजी से किया जा सकेगा। जिला बनाने की मांग वर्षों पुरानी है, अब पूरी की जानी चाहिए।
- मनंजय सिंह।
11. जिले के दफ्तरों में कर्मचारियों का व्यवहार अनुमंडल के लोगों के लिए सम्मानजनक नहीं रहता इसलिए महाराजगंज को जिला बनना जरूरी है। संसदीय क्षेत्र बनने के बाद भी इसे जिला नहीं बनाने से काम बाधित हो जाता है।
- पवन कुमार।
12. स्थानीय व्यापार को जिला बनने से बड़ा फायदा होगा। बाजारों में चहल-पहल बढ़ेगी। नए नर संस्थान लगेंगे, इससे बाजारों में नई ऊर्जा आएगी। महाराजगंज का विकास हो पाएगा। हर मुहल्ले का विकास भी हो पाएगा।
- राम नारायण पाठक।
13. कब तक सुधरेंगे हालात जिला बनने से उच्च शिक्षा और शोध सस्थानों की स्थापना को बल मिलेगा। इससे छात्रों को फायदा होगा। उन्हें बाहर नहीं जाना पड़ेगा। हर क्षेत्र से विकास संभव हो पाएगा।
- अमित सिंह।
14. औद्योगिक विकास के लिए जिला स्तर की सुविधाएं बेहद जरूरी हैं। इससे निवेश बढ़ेगा, स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। जिला मुख्यालय का विकास हो पाएगा7 हर वर्ग के लोगों को नई ऊर्जा मिल सकेगी विकास के मायने में।
- चुनचुन सिंह।
15. यहां कला-संस्कृति व कलाकार हैं। लेकिन उन्हें उचित मंच नहीं मिल रहा है। जिला बनने से सांस्कृतिक संस्थानों को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय प्रतिभाएं भी निखरेंगी। कला और संस्कृतिक का यहां का विकास हो पाएगा।
- सुमन सेनानी।
16. छोटे-छोटे कामों के लिए सीवान जान कष्टदायक होता है। अगर जिला दफ्तर यहां होंगे तो आम आदमी को राहत मिलेगी। यह अनुमंडल के लोगों का हक है। इससे लोगों को हर क्षेत्र में राहत मिल सकेगा।
- मनीष उपाध्याय
17. स्वास्थ्य सेवाएं बुनियादी अधिकार है। जिला का दर्जा मिलने पर अस्पतालों का विस्तार होगा। सभी को बेहतर इलाज मिलेगा। तमाम सुविधाओे का विकास हो जाने से महाराजगंज विकसित हो पाएगा।
- राज किशोर गुप्ता।
18. इन्फ्रास्ट्रक्चर तभी मजबूत होगा जब फैसले पास से हों। जिला बनाकर योजनाओं को गति दी जा सकती है। यह तकनीकी प्रगति की मांग है। इसलिए महाराजगंज को जिला मुख्यालय बनया जा सकेगा।
- मुकेश पांडेय।
19. हर दृष्टिकोण से हमारा अनुमंडल किसी भी मौजूदा अनुमंडल से कमतर नहीं है। फिर भी, वर्षों से यह उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। सभी अर्हता पूरा करने के चलते इसको जिला का दर्जा मिलना जरूरी है।
- प्रो एम के अभय।
20. प्रशासनिक न्याय तभी संभव है, जब अधिकारी पास हो। जिला बनने से त्वरित न्याय मिल सकता है। यह लोकतंत्र की मजबूती है। इससे विकास को लेकर भी जिला बनाया जाना जरूरी है।
- अनंत तिवारी।
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