मुरादाबाद मंडल में तीन जिलाध्यक्ष रिपीट, दो नए चेहरे, 2027 को लेकर भाजपा ने फिट की गोटियां
- मुरादाबाद मंडल में तीन जिलाध्यक्ष रिपीट हुए हैं। दो नए चेहरे हैं जो पहली बार अध्यक्ष बने हैं। वहीं, अमरोहा जिले में अध्यक्ष के ऐलान को होल्ड कर दिया गया है। अध्यक्षों के नाम के ऐलान में जातिगत समीकरणों का ख्याल रखा गया है।

मुरादाबाद मंडल में तीन जिलाध्यक्ष रिपीट हुए हैं। दो नए चेहरे हैं जो पहली बार अध्यक्ष बने हैं। वहीं, अमरोहा जिले में अध्यक्ष के ऐलान को होल्ड कर दिया गया है। अध्यक्षों के नाम के ऐलान में जातिगत समीकरणों का ख्याल रखा गया है। माना जा रहा है कि यूपी में 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने अभी से गोटियां फिट करनी शुरू कर दी हैं। यूपी जैसे राज्य में जातिगत संतुलन साधना सबसे बड़ी चुनौती है। भाजपा ने इस बार जिला मुख्यालयों में अपनी टीम भेजकर नामों का ऐलान करने का प्रयोग किया। चयन में फार्मूला वही रहा।
मुरादाबाद मंडल की बात करें तो यहां महानगर में गिरीश भंडूला और हरीश गंगवार को पहली बार अध्यक्ष बनाया है। यह लोग काफी समय से पार्टी में काम कर रहे हैं। एक पंजाबी बिरादरी सामान्य कैटागिरी से हैं दूसरे कुर्मी बिरादरी से (ओबीसी वर्ग) ताल्लुक रखते हैं। जिलाध्यक्ष मुरादाबाद पद पर ओबीसी वर्ग से आकाश पाल को दोबारा अध्यक्ष बनाया गया है। ओबीसी की संख्या जिले में ओवर ऑल निर्णायक है उन्हें दरकिनार नहीं किया जा सकता। बिजनौर में भूपेंद्र सिंह चौहान को और संभल में दोबारा हरेंद्र सिंह चौधरी को अध्यक्ष बना दिया।
कुल मिलाकर जाट, कुर्मी, पाल, ठाकुर से पंजाबी सामान्य जाति तक सभी का संतुलन बनाने की कोशिश की गई है। अभी अमरोहा में ऐलान होना शेष है। अमरोहा का ऐलान रोक दिया गया है। अब यहां के लिए अटकलें लगाई जा रही हैं कि महिला या एससी वर्ग से अध्यक्ष बनाया जा सकता है। अमरोहा के पत्ते खुलने के बाद और स्थिति साफ हो जाएगी। भाजपा की मंशा यही दिखाई देती है कि कोई वर्ग उपेक्षित नहीं महसूस करे।
ब्राह्मण वर्ग फिर भी रह गया उपेक्षित
मुरादाबाद मंडल में ब्राह्मण वर्ग पूरी तरह से उपेक्षित रहा है। मंडल में अब तक हुए पांच अध्यक्षों के ऐलान में किसी भी ब्राह्मण को अध्यक्ष नहीं बनाया है। मुरादाबाद महानगर में दो बार से लगातार ब्राह्मण जिलाध्यक्ष बनाया गया। इस बार मंडल में किसी अन्य जिले में कहीं ब्राह्मण को अवसर नहीं दिया है। पार्टी के एक बड़े नेता कहते हैं कि सभी को अवसर मिलना चाहिए पार्टी जाति देख कर अध्यक्ष नहीं बनाती।