70 जिला अध्यक्ष के नामों की घोषणा कर BJP ने 2027 के लिए बिछाई बिसात, पीडीए की भी निकाली काट
- तकरीबन तीन महीने की लंबी मशक्कत के बाद रविवार को प्रदेश भाजपा ने अपने 98 सांगठनिक जिलों से 70 से अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर दी है। 28 जिलों में खींचतान की वजह से अध्यक्षों के नामों की घोषणा नहीं हो सकी है।

तकरीबन तीन महीने की लंबी मशक्कत के बाद रविवार को प्रदेश भाजपा ने अपने 98 सांगठनिक जिलों से 70 से अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर दी है। 28 जिलों में खींचतान की वजह से अध्यक्षों के नामों की घोषणा नहीं हो सकी है। 70 में से 25 अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे हैं जबकि 45 जिलों में नए अध्यक्षों का ऐलान हुआ है। भाजपा के प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि संगठन के प्रति सक्रिय और ईमानदार लोगों को चयन में तरजीह दी गई है। लगातार दो कार्यकाल होंने पर किसी को भी मौका न देने के निर्देश थे।
ऐसे तैयार किया जातियों का 'गुलदस्ता'
संगठन का यह स्वरूप अगले साल प्रस्तावित पंचायत चुनाव और उसके बाद होने वाले विधान सभा चुनावों के लिए अहम होगा। इसको ध्यान में रखते हुए भाजपा ने संगठन में हर वर्ग को उचित प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है। भाजपा की मंशा थी कि वह अपने संगठन में ओबीसी और एससी वर्ग का प्रतिनिधित्व बढ़ाकर विपक्ष के पीडीए के नारे की काट भी निकाले। 70 अध्यक्षों की सूची में भाजपा ने 25 ओबीसी और 6 एससी वर्ग के अध्यक्षों को जगह दी है। महिलाओं की संख्या भी 5 है। जबकि पिछली बार 98 में सिर्फ 4 महिलाएं ही थीं। अभी 28 नामों की घोषणा होनी हैं। इनमें भी ओबीसी, एससी और महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रदेश भाजपा के सांगठनिक चुनाव बीते साल नवंबर में शुरू हुए थे। दिसंबर में सबसे पहले 1,62,459 बूथ समिति के चुनाव कराए गए थे। उसके बाद प्रदेश में भाजपा के 1918 मंडलों के चुनाव हुए थे। जनवरी के दूसरे सप्ताह से जिला स्तर पर नामांकन शुरू हुए थे। जिलों से मिले पैनल पर कई स्तरों पर विचार-विमर्श किया गया। जिला और महानगर अध्यक्षों के नामों पर आम सहमति बनाने की हर संभव कोशिश की गई। हर स्तर पर रायशुमारी हुई ताकि नामों पर आपत्ति की कोई सूरत न बने। उच्च स्तर से सूची पर सहमति मिलने के बाद रविवार को जिले-जिले में कार्यक्रम हुए जहां नामों की घोषणा हुई। पहली बार जिले-जिले में कार्यक्रम करवाकर अध्यक्षों के नाम घोषित करने का प्रयोग किया गया। इससे पहले मुख्यालय से ही नामों की घोषणा कर दी जाती थी।
जिला अध्यक्षों के चयन में सामाजिक समीकरण
25 - ओबीसी (यादव, बढ़ई, कश्यप, कुशवाहा, पाल, राजभर, रस्तोगी, सैनी, पिछड़ा वर्ग के वैश्य के 1-1 जिला अध्यक्ष, 5 कुर्मी, 2 मौर्य, 4 पिछड़ा वैश्य, 2 लोध)
6 अनुसूचित जाति (धोबी, कठेरिया, कोरी 1-1 और पासी वर्ग से 3 )
39 सवर्ण (19 ब्राह्मण, 10 ठाकुर, 3 कायस्थ, 2 भूमिहार, 4 वैश्य और 1 पंजाबी)
5 -महिलाएं
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बताया, प्रदेश भाजपा के नवनियुक्त सभी जिला अध्यक्षों को हार्दिक बधाई व उज्ज्वल भविष्य की ढेरों शुभकामनाएं। पूर्ण विश्वास है कि ये सभी संगठन की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित करने के साथ ही संगठन को निचले स्तर तक मजबूती देंगे। अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, सशक्त नेतृत्व, सशक्त भाजपा, सशक्त भारत। प्रदेश भाजपा के सभी नवनियुक्त जिला अध्यक्षगण को हार्दिक बधाई व उज्जवल कार्यकाल की शुभकामनाएं। पूर्ण विश्वास है कि सभी अपनी कर्मठता, कार्यकुशलता व अटूट समर्पण से भाजपा संगठन को और अधिक सशक्त बनाएंगे। निष्ठा व दृढ़ इच्छाशक्ति से अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे।
प्रदेश भाजपा संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया, भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के नव निर्वाचित सभी जिला अध्यक्षों को हार्दिक बधाई व उज्ज्वल भविष्य की ढेरों शुभकामनाएं। सभी नई ऊर्जा से संगठन कार्य को सर्वस्पर्शी व सर्वव्यापी बनाएंगेI