Triple murder 15 rounds of firing in 15 minutes first 4 bullets fired farmer then son and grandson riddled with bullet ट्रिपल मर्डर: 15 मिनट में 15 राउंड फायरिंग, पहले किसान को मारी 4 गोलियां, फिर बेटे-पोते को किया छलनी, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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ट्रिपल मर्डर: 15 मिनट में 15 राउंड फायरिंग, पहले किसान को मारी 4 गोलियां, फिर बेटे-पोते को किया छलनी

यूपी के फतेहपुर में मंगलवार की सुबह पिता-बेटे और पोते को ताबड़तोड़ फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया गया। इस दौरान बेहद दुस्साहसिक अंदाज में वारदात को अंजाम दिया गया। 15 मिनट तक हमलावरों ने गोलियां दागीं और दहशत का माहौल बना दिया।

Yogesh Yadav फतेहपुर, संवाददाताTue, 8 April 2025 09:08 PM
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ट्रिपल मर्डर: 15 मिनट में 15 राउंड फायरिंग, पहले किसान को मारी 4 गोलियां, फिर बेटे-पोते को किया छलनी

यूपी के फतेहपुर में हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव की महिला प्रधान रामदुलारी के दो बेटों विनोद सिंह उर्फ पप्पू (भाकियू के जिला उपाध्यक्ष), अनूप सिंह उर्फ पिंकू और पौत्र अभय सिंह को मंगलवार की सुबह बड़ी ही बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। आरोप है कि पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू ने चुनावी रंजिश में अपने दो बेटों और साथियों के साथ मिलकर यह खूनी खेल खेला। सबसे पहले किसान नेता को निशाना बनाया। उनको चार गोलियां मारीं। इसके बाद जान बचाकर भाग रहे बेटे को खेत में घेरकर छलनी कर दिया। अंत में पुलिया के नीचे छिपे भाई को भी मौत के घाट उतार दिया। ग्रामीणों के मुताबिक इस दौरान करीब 15 राउंड फायरिंग कर दो पीढ़ियों की तीन लाशें बिछा दी गईं।

तिहरे हत्याकांड को अंजाम सुबह करीब साढ़े सात बजे अखरी से करीब एक किमी पहले रमेश सिंह की दूध डेयरी के सामने दिया गया। सुबह-सुबह गोलियों की आवाज सुनकर इलाका थर्रा गया। अखरी गांव के पास सड़क किनारे खेतों में गेंहू की फसलें पकी खड़ी हैं। रोज की तरह किसान गेंहू की कटाई के लिए आए थे। रमेश सिंह के खेतों में लगे नलकूप के कमरे में दूध डेयरी खोले हैं। घटना के वक्त डेयरी में चार-पांच किसान भी मौजूद थे। इन्हीं लोगों के सामने तीनों को मौत के घाट उतारा गया। गोलीबारी के बीच डेयरी में मौजूद लोग और खेतों में फसल काट रहे किसान मौके से भाग निकले।

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हर मिनट पहुंचती रहीं पुलिस की गाड़ियां

तिहरे हत्याकांड से पुलिस भी हिल गई। सबसे पहले करीब सवा आठ बजे हथगाम थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। इसके बाद सभी सर्किल के सीओ, एएसपी, एएसपी संग खागा, थरियांव, सुल्तानपुर घोष, ललौली पुलिस के अलावा पड़ोसी जनपद कौशांबी, बांदा, हमीरपुर से पुलिस पहुंची। 11 बजे के करीब आईजी और साढ़े 12 बजे के करीब एडीजी मौके पर पहुंच गए। दोपहर बारह बजे तक हर मिनट पुलिस की गाड़ियां पहुंचती रही।

एडीजी ने आईजी व एसपी से आधे घंटे की वार्ता

घटनास्थल का निरीक्षण के दौरान एडीजी भानू भाष्कर ने करीब आधे घंटे तक एकांत में आईजी, एसपी व एलआईयू इंस्पेक्टर से बातचीत कर घटना से जुड़े प्रत्येक बिंदुओं पर चर्चा की। एलआईयू इंस्पेक्टर सत्यबाला सिंह से गांव की गतिविधियों और मौहाल की सूचना ली।

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अचानक उपजे गुस्से का अंजाम नहीं

फतेहपुर। तिहरे हत्याकांड को जिस तरह से अंजाम दिया गया, उसको देखते हुए पुलिस का मानना है कि यह वारदात अचानक उपजे गुस्से का नतीजा नहीं है। इसके पीछे पूरी सोची-समझी साजिश रही। मंगलवार सुबह ट्रैक्टर लेकर गुजरा पूर्व प्रधान पप्पू सिंह का बेटा पीयूष पहले घर के बाहर झाडूं लगा रहे किसान नेता सुरेश सिंह से विवाद कर उन्हें उकसाता है। इसके बाद वहां से चल देता है। इसी बीच पप्पू सिंह अपने बेटे और भाई को लेकर बाइक से उसका पीछा करते हैं। इस बीच पीयूष अपने पिता को सूचना दे देता है।

इसी आधार पर मुन्नू सिंह दो बेटों विपुल, भूपेंद्र व गांव के ही सज्जन, राहुल पाठक व अन्य लोगों के साथ अखरी से करीब एक किमी पहले रमेश सिंह की दूध डेयरी के सामने पहुंच जाते हैं। पप्पू सिंह जैसे ही पहुंचते हैं आरोपी उन पर गोली चला देते हैं। अचानक हुए हमले से तीनों वहीं गिर जाते हैं। इसके बाद एक-एक कर तीनों को मौत के घाट उतार दिया जाता है। डेयरी और खेतों में मौजूद किसान गोलीबारी देख मौके से भाग निकले। कोई पेड़ की ओट में छिप गया तो कोई नलकूप की कोठरी में घुस गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 20 से अधिक राउंड फायरिंग हुई है।

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एनकाउंटर और बुलडोजर चलाने की मांग, चार घंटे नहीं उठने दिया शव

फतेहपुर। किसान नेता और उनके बेटे और भाई की हत्या की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। तब तीनों शव 20 मीटर की दूरी पर पड़े थे। पुलिस ने शव उठवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा तो ग्रामीण और परिजन भड़क गए। आरोपियों का एनकाउंटर किए जाने और उनके घर बुलडोजर से ढहाए जाने की मांग करने लगे। पुलिस ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे। करीब चार घंटे तक माहौल गरम रहा। इस बीच पता चला कि मुख्य आरोपी और उसके दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस पर ग्रामीण थोड़ा नरम पड़े। इस बीच पुलिस ने शवों को छांव में रखवाने की बात कहकर गाड़ी में रखवाकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

आरोपियों के घर और जमीन का ब्योरा मांगे जाने की चर्चा

घटनास्थल पर एडीएम वित्त एवं राजस्व अविनाश त्रिपाठी भी पहुंचे। सूत्रों का दावा है कि एडीजी ने पुलिस अधिकारियों से राजस्व अधिकारियों से बात कर आरोपियों के घर, जमीन का ब्यौरा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। संभव है कि प्रशासन आरोपियों के घर जमीन पर बुलडोजर की कार्रवाई करे।