बोले उन्नाव : टूटी सड़कें-जलभराव ने छीना चैन
Unnao News - लोग लंबे समय से गंदगी और जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। कल्याणी मंदिर के पास टूटी सड़कें और कूड़े की भरमार है। सफाई कर्मियों की लापरवाही से वार्ड में मूलभूत सुविधाओं का अकाल है। कल्याणी तालाब का...
लोग लंबे समय से गंदगी और जलभराव की समस्या से जूझ रहे हैं। यह इलाका कल्याणी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन, यहां टूटी सड़कें, नालियों और रास्तों पर भरा पानी मोहल्ले की दुर्दशा बयां कर रहा है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से लोगों ने अपनी समस्याएं साझा कीं। सभी ने एकसुर में कहा कि वीआईपी एरिया से जुड़े होने के बावजूद वार्ड में मूलभूत सुविधाओं का अकाल है। सफाई कर्मियों की मनमानी भारी पड़ रही है। मंदिर का तालाब कूडा डंपिंग स्थल बन चुका है। इसमें कब्जेदारी भी बढ़ रही है। तालाब का अस्तित्व अधिकारियों की लापरवाही से खतरे में है।
चंद कदम पर जिलाधिकारी सहित बड़े अधिकारियों के कार्यालय हैं। इसके बावजूद हमारी समस्याओं पर कोई गौर नहीं कर रहा है। इस वार्ड का नाम यहां के प्राचीन शक्तिपीठ कल्याणी मंदिर पर पड़ा। यह मंदिर जनपद ही नहीं आसपास के जिलों के लोगों के लिए भी आस्था का प्रमुख केंद्र है। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान से चर्चा के दौरान अधिवक्ता अमित शुक्ला बताते हैं कि नवरात्रि और अन्य धार्मिक पर्वों पर बड़ी संख्या में देवी के दर्शन करने श्रद्धालु यहां आते हैं, लेकिन आस्था के केंद्र मंदिर जाने का मुख्य मार्ग जर्जर है। यह सड़क लोधनहार, खजुरियाबाग सहित कई मोहल्लों में जाने का प्रमुख मार्ग है। इसके अलावा यहां की तंग गलियों की सालों से मरम्मत नहीं हुई है। इलाके की मुख्य सड़क गड्ढों में तब्दील होने के कारण लोग सड़क पर गिरकर चुटहिल हो रहे हैं। टूटी नालियों का गंदा पानी सड़कों पर भर रहा है। वार्ड में स्वास्थ्य सुविधा के रूप में कुछ प्राइवेट क्लीनिक हैं। घनी आबादी होने के कारण यहां मूलभूत सुविधाओं की ज्यादा जरूरत है। रामअवतार के अनुसार, जलनिकासी के लिए नाला न होने से स्थितियां और भी खराब हो रही हैं। संतोष वर्मा ने बताया कि अमृत योजना के तहत वाटर लाइन डालने के लिए कई जगहे की सड़कें तोड़ दी गईं, लेकिन उन्हें दोबारा बनवाया नहीं गया। इससे आवागमन में लोगों को काफी दिक्कतें हो रही हैं। सफाईकर्मी कभी-कभार ही मोहल्ले में आते हैं, लेकिन वह भी मनमानी करके चले जाते हैं। सफाई को लेकर कई बार पालिका के जिम्मेदारों से लिखित और मौखिक शिकायत की गई। इसके बावजूद अब तक किसी ने सुध नहीं ली। यहां कूड़ा डालने की कोई जगह नहीं है। लोग इधर-उधर कूड़ा डालने को मजबूर हैं। पालिका के सफाई कर्मी कूड़े को इधर-उधर डालकर उसमें आग लगा देते हैं। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ती है। यहां पेयजल का कोई बेहतर इंतजाम नहीं है। कल्याणी तालाब में गिराया जा रहा सीवेज का दूषित पानी कल्याणी मंदिर के कार्यवाहक अध्यक्ष पीके मिश्रा ने बताया कि एक सैकड़ा घरों का सामूहिक सीवर टैंक का पानी तालाब में आता है। इससे कल्याणी तालाब का पानी पूरी तरह दूषित हो गया है। शोभित ने बताया कि कल्याणी तालाब में बड़ी संख्या में लोगों ने कब्जा कर अपने घर बना लिए हैं। पूर्व में कुछ लोगों ने तालाब का अस्तित्व बचाने के लिए इसका पुरजोर विरोध किया, लेकिन अधिकारियों के आश्वासन के बाद नगर पालिका की ओर से इस पर कोई काम नहीं किया गया। गर्मी के मौसम में हैंडपंप और टुल्लू मोटर से पानी नहीं आता है। प्लॉटों में डाल रहे कूड़ा प्रकाश मिश्रा ने बताया कि शुरुआती दिनों में तो कूड़ा गाड़ी प्रतिदिन आती थी लेकिन पिछले एक महीने से ज्यादा समय हो गया है। वार्ड में कूड़ा गाड़ी नहीं आई है। लोग खाली प्लाट में कूड़ा डाल रहे हैं। प्लॉटों से कूड़ा उड़कर लोगों के घरों में आ जाता है। सुझाव 1. अमृत योजना के तहत खोदी गई सड़कों को दुरुस्त कराने पर गंभीरता दिखाई जाए। सड़कों पर गड्ढों के कारण बुजुर्ग और बच्चे चोटिल हो रहे हैं। 2. कल्याणी तालाब की सफाई कराई जाए और उसका सुंदरीकरण हो। 3. गर्मी के मौसम में पेयजल की दिक्कत को दूर करने का प्रबंध पालिका की ओर से किया जाए। 4. कूड़ा गाड़ी प्रतिदिन वार्ड आए और सफाई कर्मियों की मनमानी पर रोक लगे। 5. स्ट्रीट लाइटों को सही कराया जाए। कूड़ा डंपिंग यार्ड की स्थापना हो। 6. ठीक से सफाई के बाद नियमित एंटी लार्वा और फॉगिंग की व्यवस्था हो। शिकायतें 1. एक महीने से कूड़ा गाड़ी नहीं आई है। खाली प्लॉटो से कचड़ा उड़कर घर में आ जाता है। 2. कई बार विरोध के बाद कल्याणी तालाब की सफाई नहीं की गई। इसे कब्जामुक्त कराया जाए। 3. पीने के पानी का कोई प्रबंध नहीं है। ज्यादातर इंडियामार्का खराब हैं। 4. बिजली व्यवस्था ठीक नहीं है। प्रकाश के लिए स्ट्रीट लाइटें भी नहीं लगी हैं। 5. नालियों की सफाई न होने से गंदा पानी सड़कों में भर रहा है। बारिश में दिक्कतें और बढ़ जाती हैं। 6. कल्याणी तालाब में सीवर टैंकों का पानी गिराया जाता है। दुर्गंध से सांस लेना मुश्किल है। तालाब की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर लिया है। बोले बाशिंदे सफाई कर्मियों की मनमानी मोहल्ले के लोगों पर भारी पड़ रही है। लंबे समय से मोहल्ला जलभराव की समस्या से जूझ रहा है। - जेएन भारती सबसे बड़ी समस्या कूड़ा निस्तारण की है। नियमित कूडा गाड़ी आए तो जगह -जगह गंदगी की समस्या से निजात मिल जाए। -रजत विकास के नाम पर पालिका ने महज खानापूर्ति की है। रात में सिर्फ मुख्य मार्गों की सफाई कराकर पालिका दिखावा करती है। - अभिषेक सिंह लंबे समय से लगभग सभी मार्ग जर्जर हैं। अमृत योजना ने और समस्याएं बढ़ा दी हैं। जर्जर सड़कों की मरम्मत कराई जाए। - यश भारती कूड़ा उठान नहीं होता है। सफाई कर्मियों के न आने से गंदा पानी सड़क पर भर जाता है। संक्रामक बीमारियां बढ़ रही हैं। - ओम कुमारी बोले जिम्मेदार सफाई संबंधी दिक्कतें जल्द दूर कराएंगे सफाई में जो भी समस्याएं आ रही हैं, उसके लिए सफाई इंस्पेक्टर को निर्देश देंगे कि वह नियमित मोहल्ले की सफाई कराएं। तालाब के सुंदरीकरण को लेकर अफसरों को अवगत कराएंगे। -एस.के गौतम, ईओ
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