चालक और परिचालक की कमी रोडवेज बसों में लगा रही ब्रेक
Unnao News - उन्नाव में रोडवेज बसों के संचालन में चालक और परिचालक की कमी मुख्य बाधा बन रही है। 105 बसों के लिए केवल 172 चालक और 151 परिचालक हैं, जिससे स्थानीय रूटों पर बसों की संख्या घटाई गई है। यात्रियों को...

उन्नाव। चालक, परिचालक की कमी रोडवेज बसों के संचालन में बाधक बन रही है। उन्नाव डिपो में बसों की संख्या पर्याप्त होने के बावजूद स्टाफ की कमी के चलते कई बसों ठीक से संचालन नहीं हो पा रहा है। जिससे न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि विभाग को भी राजस्व का नुकसान झेलना पड़ रहा है। यात्रियों के मुताबिक सुविधा और राजस्व को देखते हुए जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान किया जाना आवश्यक है, ताकि सुचारू रूप से बस संचालन हो सके। लंबी दूरी तय करने वाली बसों के संचालन को लेकर विभाग ज्यादा गंभीर है। क्यों कि लंबी दूरी की बसों में चालक और परिचालकों की सबसे अधिक आवश्यकता होती है। उन्नाव डिपो से दिल्ली, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या, गोरखपुर, मेरठ सहित अन्य बड़े शहरों के रूटों पर बसें चलाई जाती हैं। एआरएम गिरीश चंद्र वर्मा ने बताया कि लंबी दूरी की बसों में दो से तीन चालक और एक परिचालक की ड्यूटी लगाई जाती है, जिससे लांग रूट के संचालन में ज्यादा चालक व परिचालक की जरूरत होती है। विभाग लांग रूट पर ज्यादा फोकस रखता है। जब कि लोकल रूट पर चलने वाली बसों का संचालन चालकों की कमी के कारण कम हो पा रहा है।
105 बसों में महज 172 चालक
उन्नाव डिपो में वर्तमान में परिवहन विभाग की कुल 105 रोडवेज बसें हैं, लेकिन चालकों की संख्या केवल 172 और परिचालकों की संख्या 151 ही है। लांग रूट के लिए चालकों की संख्या पर्याप्त है लेकिन 15 लोकल रूट की बसों में स्टाफ की कमी है। इसके कारण कई बसों की संख्या घटा दी गई है। इससे लोकल रूट पर चलने वाले यात्रियों को दिक्कत हो रही है।
कोड
चालक और परिचालकों की कमी के कारण कुछ समस्याए आ रही हैं। अधिकारियों को अवगत कराया गया है, जल्द ही चालक व परिचालक की नियुक्त होने की उम्मीद है।
गिरीशचंद्र वर्मा, एआरएम
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