मां-बाप का आचरण बना बेटी के लिए मुसीबत, चाइल्ड लाइन ने किया बच्ची को रेस्क्यू
यूपी के बरेली शहर से सटे बिथरी ब्लॉक के एक गांव के लड़के ने दूसरी जाति की लड़की से 2009 में प्रेम विवाह किया था। दंपति के तीन बच्चे पैदा हुए। छह साल पहले बच्चों को छोड़कर महिला प्रेमी संग नोएडा चली गई। बगैर तलाक के प्रेमी संग रहने लगी।

यूपी के बरेली शहर से सटे बिथरी ब्लॉक के एक गांव के लड़के ने दूसरी जाति की लड़की से 2009 में प्रेम विवाह किया था। दंपति के तीन बच्चे पैदा हुए। छह साल पहले बच्चों को छोड़कर महिला प्रेमी संग नोएडा चली गई। बगैर तलाक के प्रेमी संग रहने लगी। पत्नी के जाने के बाद बच्चों का पिता ज्यादा शराब पीने लगा।
युवक के पिता ने तीनों बच्चों का गुरुकुल में दाखिला करा दिया। बेटी बड़ी है। इस साल हाईस्कूल की परीक्षा पास की है। बेटी शराबी पिता के साथ रहने को तैयार नहीं है। बेटी ने किसी तरह मां से फोन पर बात की। मां बेटी की पीड़ा को समझते हुए बरेली आ गई। इसी दौरान हेल्प लाइन नंबर 1098 पर शिकायत दर्ज कर दी। चाइल्ड लाइन ने बच्ची को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के सामने पेश किया।
मामले की सुनवाई हुई। दोनों पक्ष बेटी को ले जाने को तैयार थे। बेटी ने पिता के साथ जाने से इनकार कर दिया। मां के चाल-चलन को देखते हुए सीडब्ल्यूसी ने बेटी महिला को सुपुर्द नहीं की। शराबी पिता और मां के खराब चाल-चलन को देखते हुए बाल कल्याण समिति ने बच्ची नारी निकेतन भेज दी। बच्ची पढ़ाई अब नारी निकेतन कराएगा।
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दिनेश चंद्रा ने बताया कि बाल कल्याण समिति के लिए बच्चों का हित सर्वोच्च है। बेटी के मां और पिता दोनों का आचरण ठीक नहीं है। लड़की पिता के साथ रहने को तैयार नहीं है। ऐसे हालात में लड़की को नारी निकेतन भेजा गया है।