काशी के बाद कामायनी एक्सप्रेस में फर्जी बम की सूचना पर बैठी जांच, आरोपी की तलाश जारी
यूपी में एक के बाद एक दो ट्रेनों में बम की सूचना से मंगलवार को हड़कंप मच गया। गोरखपुर से कुर्ला जाने वाली काशी एक्सप्रेस (15018) में बम की फर्जी सूचना देने के बाद शातिर ने कामायनी एक्सप्रेस में भी बम होने की सूचना दी।

यूपी में एक के बाद एक दो ट्रेनों में बम की सूचना से मंगलवार को हड़कंप मच गया। गोरखपुर से कुर्ला जाने वाली काशी एक्सप्रेस (15018) में बम की फर्जी सूचना देने के बाद शातिर ने कामायनी एक्सप्रेस में भी बम होने की सूचना दी। इससे खलबली मच गई। जंघई के पास ट्रेन रोकी गई। गहन जांच के बाद ट्रेन रवाना हुई। एक ही कॉलर ने दोनों ट्रेनों में बम होने की झूठी सूचना दी थी। सर्विलांस की मदद से जीआरपी की एक टीम उसकी तलाश में यूपी से बाहर भेजी गई है।
सोमवार को किसी ने कंट्रोल रूम में कॉल कर कहा कि गोरखपुर से कुर्ला जाने वाली ट्रेन नंबर 15018 काशी एक्सप्रेस की स्लीपर बोगी के एस-एक से एस-चार में, किसी बोगी में बम रखा गया है। दोपहर में तीन बजकर तीन मिनट पर जैसे ही ट्रेन जंघई रेलवे स्टेशन पहुंची, बम निरोधक दस्ते के साथ जीआरपी और आरपीएफ ने जांच की।
इस दौरान काशी एक्सप्रेस तीन घंटे तक रुकी रही। इसके रवाना होने के बाद फिर उसी कॉलर ने कंट्रोल रूम में कॉल कर कहा कि ट्रेन नंबर 11071 कामायनी एक्सप्रेस में बम रखा है। ट्रेन उस वक्त जंघई स्टेशन की ओर बढ़ रही थी। एक बार फिर से चौकी प्रभारी जीआरपी जंघई ने प्लेटफार्म नंबर पर एक ट्रेन के पहुंचते ही सघन चेकिंग कराई। बम निरोधक दस्ता भी पहुंच गया लेकिन कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। लगभग आधा घंटा बाद ट्रेन रवाना हुई।
जीआरपी, एसपी, प्रशांत वर्मा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ट्रेन में बस की फर्जी सूचना देकर यात्रियों को परेशान करने वाले शख्स के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी। जीआरपी की टीमें उसकी तलाश में लगी है। उसे गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई की जाएगी।