यूपी में अधेड़ पर लाठी-डंडे बरसाए, बेरहमी से पिटाई कर नाले में फेंका; मौत
यूपी के मुरादाबाद में मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव सिरसखेड़ा में बुधवार रात दो दबंग युवकों ने अधेड़ को लाठी-डंडे से पीटकर नाले में फेंक दिया। गुरुवार देर रात मेरठ ले जाए जाते समय अधेड़ की मौत हो गई।

यूपी के मुरादाबाद में मूंढापांडे थाना क्षेत्र के गांव सिरसखेड़ा में बुधवार रात दो दबंग युवकों ने अधेड़ को लाठी-डंडे से पीटकर नाले में फेंक दिया। गुरुवार देर रात मेरठ ले जाए जाते समय अधेड़ की मौत हो गई। दो आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। थाना मूंढापांडे के गांव सिरसखेड़ा निवासी चिरंजीलाल (55 वर्ष) किसान थे। बताया गया कि बुधवार रात करीब आठ बजे चिरंजी लाल गांव के ही हरपाल के साथ के सिरसखेड़ा मेन अडे पर नाले पर बने स्लैब पर बैठे थे। आरोप है कि उसी समय गांव का ही सुमित और सौरभ वहां पहुंच गए। उन्हें देख कर हरपाल वहां से भाग गया।
आरोपी चिरंजीलाल के पास पहुंच कर गाली गलौज करते हुए कहने लगे की कहां गया हरपाल। उसे देख लूंगा। गाली गलौज करने पर चिरंजीलाल ने कहा कि क्यों हल्ला मचा रहे हो? क्या हो गया? इसी बात पर दोनों आरोपी भड़क गए और चिंरजीलाल पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। बुरी तरह पीटने के बाद आरोपियों ने चिरंजीलाल को नाले में धक्का दे दिया और मौके से भाग निकले। पता चलने पर मौके पर पहुंचे परिजन आनन-फानन में चिरंजीलाल को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां पता चला कि पिटाई से उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है।
परिजन चिरंजीलाल को दिल्ली रोड पाकबड़ा स्थित टीएमयू में भर्ती कराए, लेकिन वहां भी हालत में सुधार नहीं हुआ। गुरुवार देर रात परिवार के लोग चिरंजीलाल को लेकर मेरठ मेडिकल कॉलेज जा रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। बाद में शव लेकर परिजन घर आगए। बाद में पुलिस पहुंची तो परिवार वालों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा कर दिया।
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह, सीओ शुभम पटेल, एसएचओ मूंढापांडे राजीव कुमार चौधरी ने मौके पर पहुंच कर शांत कराया। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि मारपीट की घटना के बाद ही चिरंजीलाल के भतीजे सुरजीत की तहरीर पर आरोपी सुमित और सौरभ के खिलाफ गंभीर मारपीट का केस दर्ज किया गया था। मौत के बाद मुकदमे को हत्या में तरमीम कर दिया गया है
अधेड़ की मौत के बाद से परिवार में मचा कोहराम
हत्याकांड के शिकार हुए चिरंजीलाल के परिवार में पत्नी सावित्री, तीन बेटे बंटी, सचिन व शेखर और दो बेटियां आंचल व ऋचा हैं। चिरंजीलाल जम आरोपियों के हमले में गंभीर रूप से घायल हुए तब से परिवार के लोग उनके स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे थे। उन्हें उम्मीद थी कि जल्द ही वह ठीक होकर घर पहुंच जाएंगे। शुक्रवार सुबह जब शव गांव पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया।
परिजनों की पुलिस से हुई नोकझोंक
पिटाई से घायल चिरंजीलाल की मौत के बाद शुक्रवार सुबह जब पुलिस शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए भेजने लगी तो परिजनों ने हंगामा कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाया कि नामजद मुकदमा दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। आरोप लगाया कि पुलिस फैसले के लिए दबाव बनाती रही। अब मौत के बाद कार्रवाई की बात कह रही है। बाद में हंगामे की सूचना पर जब अधिकारी मौके पर पहुंचे और दोनों आरोपियों के पकड़े जाने की जानकारी दिए तब प्रदर्शनकारी शांत हुए।