बिना बात बच्चों की गलत तारीफ करने की ना करें भूल, ये होते हैं 5 नुकसान
क्या आप जानते हैं गलत तरीके से की गई प्रशंसा बच्चे के लिए फायदेमंद नहीं बल्कि नुकसानदेह हो सकती है। आइए जानते हैं बिना किसी वजह बच्चे की तारीफ करने से क्या होते हैं नुकसान।

बच्चों की अच्छी परवरिश करने के लिए पेरेंट्स को पेरेंटिंग से जुड़े कुछ नियम फॉलो करने होते हैं। जिनके आधार पर ही वो उनमें अच्छे गुण डाल पाते हैं। इन्हीं गुणों में एक है बच्चे को प्रोत्साहित करना या उसकी प्रशंसा करना। ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से बच्चे के भीतर आत्मविश्वास बढ़ता है और वो अपना हर काम सफलता से पूरा करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं गलत तरीके से की गई प्रशंसा बच्चे के लिए फायदेमंद नहीं बल्कि नुकसानदेह हो सकती है। आइए जानते हैं बिना किसी वजह बच्चे की तारीफ करने से क्या होते हैं नुकसान।
बिना बात बच्चे की गलत तारीफ करने के नुकसान
असफलता का डर
अगर आप अपने बच्चे की सिर्फ सफलता का जश्न मनाते हैं और उसके सफल होने पर ही उसकी तारीफ करते हैं तो भविष्य में उसे असफल होने से डर लग सकता है। जिसकी वजह से वह कभी भी किसी नई चुनौती का सामना नहीं करना चाहेगा। खुद को हमेशा परफेक्ट देखने की उसकी चाह उसे नई चीजें ट्राई करने से रोक देगी। इस समस्या से बचने के लिए हमेशा बच्चे के प्रयास और प्रक्रिया की प्रशंसा करें, न कि सिर्फ उसकी सफलता की।
आत्मविश्वास की कमी
अत्यधिक प्रशंसा करने से बच्चा बाहरी मान्यता पर निर्भर हो सकता है। अगर आप अपने बच्चे की बिना बात हर समय तारीफ करते रहते हैं तो उसे इस चीज की आदत पड़ जाएगी। ऐसा बच्चा कुछ समय बाद अपनी खुद की क्षमताओं पर ही भरोसा करना बंद कर देता है। ऐसे में माता-पिता को चाहिए कि वो बच्चे को स्वतंत्र रूप से खुद ही अपनी समस्याओं को हल करने के लिए प्रोत्साहित करें।
प्रदर्शन का दबाव
बच्चे की हर समय प्रशंसा करने से उस पर हमेशा अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव बना रहता है, जिससे वजह से उसे तनाव या चिंता महसूस हो सकती है। ऐसे में बच्चे को इस समस्या से दूर रखने के लिए समझाएं कि गलतियां सामान्य हैं और यह एक सीखने का हिस्सा होती हैं।
हकीकत से दूरी
अगर बच्चे की हर छोटी-मोटी उपलब्धि की तारीफ की जाती है, तो वह वास्तविक दुनिया में आलोचना या असफलता का सामना करने के लिए तैयार नहीं हो पाता। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि वो अपने बच्चे को हमेशा संतुलित फीडबैक दें, ताकि उनमें सुधार किया जा सके।
नार्सिसिज्म की भावना
बार-बार बिना आधार की तारीफ बच्चे में नार्सिसिज्म की भावना (नार्सिसिस्टिक पर्सनालिटी डिसऑर्डर एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है जिसमें लोगों को अपने महत्व का अनुचित रूप से उच्च बोध होता है। )विकसित हो सकती है। वे यह मानने लगते हैं कि वे ही हर चीज में बेहतर हैं, जिससे उनकी दूसरों के प्रति सहानुभूति कम हो सकती है। ऐसे में बच्चे की तारीप करते समय हमेशा उसे प्रयास-केंद्रित रखें।
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