‘एम्स लाइक ने वेतन बढ़ोतरी की दी आस
Varanasi News - बीएचयू का चिकित्सा विज्ञान संस्थान एम्स जैसा बनने की दिशा में बढ़ रहा है। इसके पहले चरण में सौ करोड़ रुपये की मंजूरी मिली है, जिससे शिक्षकों और कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी की संभावना है। बीएचयू के...

वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। बीएचयू का चिकित्सा विज्ञान संस्थान ‘एम्स लाइक बनने की ओर अग्रसर है। इसके पहले चरण में सौ करोड़ रुपये की मंजूरी मिल गई है। इससे आईएमएस के शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी की आस भी है। मंगलवार को शिक्षा मंत्रालय के साथ हुई बैठक में आईएमएस के अधिकारियों ने वेतन विसंगति पर चर्चा की। बताया कि असिस्टेंट, एसोसिएट और प्रोफसर तक बीएचयू और एम्स के वेतन में काफी अंतर है। बैठक में आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने कहा कि दिल्ली एम्स और बीएचयू के असिस्टेंट प्रोफेसर 33 हजार, एसोसिएट प्रोफेसर 59 हजार और प्रोफेसर के बीच 45 हजार रुपये का अंतर है।
इसके साथ ही एकेडमिक अलाउंस बीएचयू में सिर्फ एक हजार, जबकि एम्स में 22500 रुपये मासिक मिलता है। लर्निंग रिर्सोस अलाउंस एम्स में मिलता है, आईएमएस में नहीं मिलता है। शिक्षा विभाग ने सचिव ने सभी मुद्दों पर बातें सुनी और कहा कि वेतन विसंगति पर स्टडी की जाएगी। इसके साथ इस पर आने वाले खर्च पर भी चर्चा होगी। प्रो. संखवार ने कहा कि पहले दिन स्वास्थ्य और दूसरे दिन शिक्षा विभाग के साथ बैठक हुई। बैठक काफी सकारात्मक रही। आने वाले दिनों में इसका असर दिखेगा। इस दौरान डॉ. विशंभर सिंह, डॉ. आरएन चौरसिया, डॉ. एसपी मिश्रा मौजूद थे। दो मंत्रालयों से मिलेगा फंड बीएचयू आईएमएस को शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालय से फंड मिलेगा। शिक्षा विभाग से मिलने वाला फंड बीएचयू के खाते में जाएगा। वहां से निदेशक के पास आएगा। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय से मिलने वाला फंड सीधे आईएमएस के पास आएगा। स्वास्थ्य मंत्रालय से सौ करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं, जो आईएमएस को मिलेंगे। निदेशक की होगी अहम भूमिका अभी बीएचयू सर सुंदरलाल अस्पताल, ट्रॉमा सेंटर और निदेशक कार्यालय को अलग-अलग बजट जारी करता है। बैठक में ये कहा गया कि प्रशासनिक और वित्तीय निर्णय में निदेशक की अहम भूमिका होगी। इससे पारदर्शिता बनी रहेगी। एम्स और आईएमएस के वेतन में अंतर पद एम्स नई दिल्ली आईएमएस बीएचयू अंतर असिस्टेंट प्रो. 101500(लेवल 12) 67700 (लेवल 11) 33800 एसोसिएट प्रो. 138300 (लेवल 13) 78800 (लेवल 12) 59500 प्रोफेसर 168900 (लेवल 14) 123100 (लेवल 13) 45800 एआई से कैंसर की होगी त्वरित पहचान, मृत्यु दर में आयेगी कमी -बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में मेमोग्राफी मशीन लगेगी -एक्स-रे इमेजिंग तकनीक से ब्रेस्ट के ट्यूमर की हो सकेगी पहचान वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में एआई बेस्ड मेमोग्राफी से कैंसर की पहचान होगी। इसमें एक्स-रे इमेजिंग तकनीक का इस्तेमाल होगा और समय से इलाज शुरू हो सकेगा। इससे मृत्यु दर में कमी आने की उम्मीद है। सर सुंदरलाल अस्पताल में जल्द ये मशीन लगाई जाएंगी। अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन दो सौ से अधिक कैंसर के आते हैं। इस समय ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। समय से पहचान नहीं होने के कारण अंतिम स्टेज में पहुंचने पर महिलाओं की मौत हो जाती है। बीएचयू में अभी तक 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं की जांच के लिए बाहर भेजा जाता था। ऐसे में उन पर आर्थिक भार बढ़ जाता था। रेडियोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा विभागाध्यक्ष प्रो. सुनील चौधरी ने कहा कि मेमोग्राफी से आसानी से ब्रेस्ट के ट्यूमर की पहचान हो सकेगी। रेडियोथेरेपी के लिए वेटिंग कम होगी बीएचयू में कैंसर के मरीजों के लिए लीनियर एक्सीलेटर मशीन लगेगी। अभी रेडियोथेरेपी और विकिरण चिकित्सा विभाग में एक मशीन है। यह आठ साल पुरानी हो गई है। रोज 80 से 90 मरीजों की रेडियोथेरेपी होती है। यहां एक और लीनियर एक्सीलेटर लगेगी। जिससे प्रतिदिन दौ सौ मरीजों की थेरेपी हो सकेगी। इससे वेटिंग भी कम होगी।
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