woman got a bullet implanted in her body leader and his son escaped being gangraped पसली से गोली निकली, बारूद नहीं; शातिर महिला के गैंगरेप में फंसने से बाल-बाल बचे नेता और बेटा, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
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पसली से गोली निकली, बारूद नहीं; शातिर महिला के गैंगरेप में फंसने से बाल-बाल बचे नेता और बेटा

बरेली में एक महिला के साथ कथित गैंगरेप, अपहरण और गोली मारकर हत्या की कोशिश की सनसनीखेज घटना फर्जी निकली है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि महिला ने खुद को गोली लगवाकर यह पूरा ड्रामा रचा, ताकि एक स्थानीय नेता और उसके बेटे को झूठे केस में फंसाया जा सके।

Pawan Kumar Sharma हिन्दुस्तान टाइम्स, बरेलीWed, 9 April 2025 10:12 PM
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पसली से गोली निकली, बारूद नहीं; शातिर महिला के गैंगरेप में फंसने से बाल-बाल बचे नेता और बेटा

यूपी के बरेली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक नेता और उनका बेटा गैंगरेप में फंसने से बाल-बाल बच गए। एक शातिर महिला ने उन पर अपहरण, गैंगरेप और गोली मारकर हत्या का गंभीर आरोप लगाया। लेकिन पुलिस जांच में उसका भंडाफोड़ हो गया। दरअसल महिला ने एक झोलाछाप डॉक्टर की मदद से अपने शरीर में गोली प्लांट करवाया था। जिससे नेता को फंसाया जा सके।

ये मामला इज्जतनगर क्षेत्र का है। जहां 30 मार्च की रात एक महिला गांधी उद्यान के पास सीने में गोली लगी हुई मिली थी। अगले दिन महिला की भतीजी ने कोतवाली में कार सवार पांच लोगों पर रिपोर्ट दर्ज कराई। आरोप लगाया कि उसकी मौसी 300 बेड अस्पताल के सामने मेडिकल से दवा लेकर निकली तो काली कार में सवार पांच लोगों ने अपहरण कर लिया। कार में ही तीन लोगों ने गैंगरेप किया और चेन व कुंडल लूटकर गांधी उद्यान के पास गोली मारकर फेंक दिया। पुलिस को इस घटना में शुरू से ही झोल नजर आ रहा था।

कहानी में 'बारूद' की कमी

बरेली के अपर पुलिस अधीक्षक (नगर) मनुष परीक ने बताया कि जांच में सबसे बड़ा संदेह तब हुआ जब महिला के शरीर से निकली गोली में बारूद के कोई निशान नहीं मिले। न ही शरीर पर बारूद के अवशेष मिले, जो सामान्य तौर पर गोली चलने पर ज़रूर होते हैं। फॉरेंसिक टीम और डॉक्टरों की रिपोर्ट के बाद पुलिस ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें साफ दिखा कि महिला खुद ऑटो से गांधी उद्यान पहुंची थी , वहीं जगह जहां उसने दावा किया था कि कार से फेंका गया था।

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झोलाछाप डॉक्टर ने किया था ऑपरेशन

पूछताछ में जब साक्ष्य सामने रखे गए तो महिला टूट गई और बताया कि गोली उसके शरीर में एक झोलाछाप डॉक्टर शरीफ खान ने डाली थी। यह डॉक्टर उसे जिला अस्पताल में काम करने वाले रोहताश नामक व्यक्ति ने उपलब्ध कराया था पुलिस के अनुसार, रोहताश ने पहले कुछ सरकारी डॉक्टरों से गोली लगाने की पेशकश की थी लेकिन उन्होंने मना कर दिया।

पहले भी कर चुकी थी झूठा आरोप

ASP परीक ने बताया कि महिला ने 2022 में भी उक्त राजनेता पर चलती कार में बलात्कार का आरोप लगाया था जो बाद में झूठा साबित हुआ था। इस बार उसने नेता के बेटे को फंसाने की कोशिश की। महिला ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान देकर कहा था कि पांच लोगों ने उसका अपहरण कर गैंगरेप किया और फिर गोली मारने से पहले नेता के बेटे का फोन आया, जिसमें उसने कहा – "इसका काम तमाम कर दो, ये बहुत परेशान कर रही है।"

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तीनों आरोपी हिरासत में, कार्रवाई जारी

महिला, रोहताश और डॉक्टर शरीफ को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उन पर निर्दोषों को फंसाने और पुलिस को गुमराह करने का आरोप है। अभी तक इस मामले में किसी की ओर से औपचारिक लिखित शिकायत नहीं दी गई है लेकिन पुलिस ने आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे पहले, पुलिस ने 30 मार्च को महिला की भतीजी से शिकायत मिलने के बाद सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता, 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत राजनेता और उनके बेटे सहित अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी, जिसमें धारा 140 (1) (हत्या के लिए अपहरण), 70 (1) (सामूहिक बलात्कार), 109 (हत्या का प्रयास) और 309 (4) (डकैती) शामिल हैं।