Yogi sarkar is going to rejuvenation the cities with small religious places in UP preparations are underway छोटे-छोटे धार्मिक स्थलों वाले शहरों का भी कायाकल्प करने जा रही है योगी सरकार, चल रही हैं तैयारियां, Uttar-pradesh Hindi News - Hindustan
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Yogi sarkar is going to rejuvenation the cities with small religious places in UP preparations are underway

छोटे-छोटे धार्मिक स्थलों वाले शहरों का भी कायाकल्प करने जा रही है योगी सरकार, चल रही हैं तैयारियां

  • यूपी में योगी सरकार छोटे-छोटे धार्मिक स्थलों वाले शहरों का भी कायाकल्प करने जा रही है। इन शहरों में जरूरी सुविधाएं दी जाएंगी। इसके लिए निकायों से जल्द ही प्रस्ताव मांगने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

Deep Pandey लाइव हिन्दुस्तानFri, 18 April 2025 01:47 PM
share Share
Follow Us on
छोटे-छोटे धार्मिक स्थलों वाले शहरों का भी कायाकल्प करने जा रही है योगी सरकार, चल रही हैं तैयारियां

योगी सरकार प्रदेश के छोटे-छोटे धार्मिक स्थलों वाले शहरों का कायाकल्प कराने जा रही है। इन शहरों में जरूरी सुविधाएं दी जाएंगी, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभव हो सके। उच्च स्तर पर सहमति बनने के बाद नगर विकास विभाग इन शहरों में काम कराएगा। इसके लिए अमृत-दो और अन्य योजनाओं से विकास कार्य कराने के लिए निकायों को पैसे दिए जाएंगे। इसके लिए निकायों से जल्द ही प्रस्ताव मांगने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

प्रदेश में अयोध्या, काशी, मथुरा और विंध्यधाम में श्रद्धालुओं के आने की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। इसके चलते आसपास के छोटे धार्मिक स्थलों पर भी आने-जाने वालों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। इसीलिए ऐसे धार्मिक स्थलों के आसपास बेहतर सुविधाएं विकसित कराए जाने की योजना है। इसमें सड़क, नाली, पार्क और अन्य जरूर काम कराए जाएंगे। इसके लिए निकायों से जल्द ही प्रस्ताव मांगे जाएंगे।

उदाहरण के सीतापुर में नैमिषारण्य, बलरामपुर में देवीपाटन, कानपुर भीतरगांव मंदिर, सहारनपुर शाकंभरी देवी, बांदा बामदेवेश्वर, गाजीपुर के गहमर में स्थित प्रसिद्ध मां कामाख्या देवी, बाराबंकी के महादेवा जैसे धार्मिक स्थलों का कायाकल्प कराया जाएगा। निकायों से यह प्रस्ताव लिया जाएगा कि उनके यहां क्या-क्या काम हो सकते हैं, जिससे वहां आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं मिल सके।

ये भी पढ़ें:UP में 2 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार देने की तैयारी, योगी सरकार का जानें प्लान

निकायों को प्रस्ताव तैयार कराते हुए अपने यहां बोर्ड से पास कराना होगा। इसमें स्पष्ट रूप से बताना होगा कि कितनी लागत से काम होना है। इसमें यह भी स्पष्ट लिखना होगा कि किस योजना से यह पैसा चाहिए। इसके आधार पर निकायों के प्रस्ताव को मंजूर करते हुए शासन स्तर से पैसा दिया जाएगा। निकायों को काम कराने के साथ ही प्रगति रिपोर्ट भी शासन को बतानी होगी। इसके लिए जरूरत के आधार पर वीडियोग्राफी व फोटोग्राफी भी करानी होगी, इसके आधार पर ही अगली किस्त निकायों को दी जाएगी।