मतदान कराने के बाद ग्रामीणों को पानी देना भूला प्रशासन और जल संस्थान
हल्द्वानी के ग्रामीणों को लिखित आश्वासन मिलने के बावजूद पानी नहीं मिल रहा है। करायल जौलासाल के निवासियों ने पिछले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया था। प्रशासन ने अप्रैल में हर घर तक पानी...

हल्द्वानी। शहर के लोगों को लिखित आश्वासन के बाद भी पानी मिलना मुश्किल हो गया है। करायल जौलासाल के ग्रामीणों ने पानी नहीं मिलने पर बीते लोकसभा चुनाव का बहिष्कार का निर्णय लिया था। इसके लिए प्रशासन और जल संस्थान के अधिकारियों ने अप्रैल माह में अगस्त 2024 तक हर घर तक पानी पहुंचाने को आश्वासन दिया था। इसके बाद मतदान किया गया, लेकिन अभी तक ग्रामीणों को पानी नहीं मिल पाया है। ऐसे में ग्रामीण खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। जल जीवन मिशन योजना के बाद भी ग्रामीणों को पानी मिलना मुश्किल बना हुआ है। हल्द्वानी के ग्रामीण क्षेत्र करोड़ों की योजनाओं के बाद भी पानी के लिए तरस गए हैं।
सालों से पेयजल का संकट झेल रहे करायल जौलासाल के ग्रामीणों ने बीते लोकसभा चुनाव के विरोध में मतदान नहीं करने का निर्णय लिया था। इसकी जानकारी मिलने पर प्रशासन और जल संस्थान की संयुक्त टीम ग्रामीणों से वार्ता के लिए पहुंची। 25 अप्रैल 2024 को अगस्त माह तक हर घर तक पानी पहुंचाने का आश्वासन दिया गया। इसके लिए तत्कालीन नायब तहसीलदार युगल किशोर पांडे और जल संस्थान के सहायक अभियंता प्रमोद पांडे ने लिखित में पत्र ग्रामीणों को सौंपा। जल्द ही पानी मिलने की आस में ग्रामीणों ने मतदान में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, लेकिन एक साल गुजरने के बाद भी गांव के अधिकांश घरों तक पानी नहीं पहुंच सका। सबसे ज्यादा दिक्कतों का सामना क्षेत्र की राजा रानी विहार फेस 1 और 2, नारायणपुरम, श्रीराम कॉलोनी के निवासियों को करना पड़ रहा है। घर तक एक पानी नहीं पहुंचने से ग्रामीण निजी टैंकरों से पेयजल खरीदने को मजबूर हैं। ऐसे में विभागों के लिखित आश्वासनों की पोल खुल रही है। बोले ग्रामीण वर्षों से पानी खरीद कर पी रहे हैं। जेजेएम योजना से पानी मिलने की उम्मीद थी, इससे भी अभी तक पानी नहीं मिल सका है। सरस्वती देवी, ग्रामीण निजी टैंकर से पानी खरीद कर घर की जरूरत पूरी कर रहे हैं। आश्वासन के बाद भी हमारे घरों में पानी नहीं पहुंच सका है। कमला नयाल, ग्रामीण हमें लिखित में झूठा आश्वासन दिया गया। चार माह की जगह एक साल बाद भी पानी नहीं मिलने से परेशानियां बढ़ गई हैं। सरिता धौनी, ग्रामीण प्रशासन और जल संस्थान ने हमें झूठा आश्वासन दिया। एक साल बाद भी निजी टैंकर से पानी खरीद कर पी रहे हैं। रंजना धामी, ग्रामीण बोले अधिकारी जेजेएम में पेयजल लाइनों की टेस्टिंग शुरू कर पानी देना शुरू कर दिया गया है। कुछ ही घरों तक पानी नहीं पहुंच रहा है। यहां भी जल्द पेयजल पहुंचा दिया जाएगा। प्रमोद पांडे, सहायक अभियंता जल संस्थान
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