काली नदी से सीमावर्ती गांवों की बुझाई जाए प्यास
पिथौरागढ़ में भारत और नेपाल के बीच प्रस्तावित बैठक के बाद पंचेश्वर बांध का मामला पुनः चर्चा में आया है। महाकाली की आवाज के संयोजक शंकर खड़ायत ने बताया कि बैठक में काली नदी के पानी के उपयोग और क्षेत्र...
पिथौरागढ़। भारत और नेपाल के बीच प्रस्तावित बैठक के बाद पंचेश्वर बांध का मामला फिर से जोर पकड़ने लगा है। रविवार को महाकाली की आवाज के संयोजक शंकर खड़ायत ने बताया कि प्रस्तावित बैठक में पंचेश्वर बांध को लेकर चर्चा होनी है। खड़ायत का कहना है कि बैठक में काली नदी के पानी के उपयोग को लेकर भी बात होनी चाहिए। कहा कि धारचूला से लेकर टनकपुर तक सीमा पर बसे दोनों देशों के गांवों में पानी का संकट है। पास में महाकाली नदी होने के बावजूद भी लोगों को पानी के लिए जूझना पड़ रहा है। कहा कि अगर काली नदी के पानी का उपयोग में लाए पीने और सिचाई के लिए हो तो दोनों देशों के नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी।
उन्होंने सरकार से काली नदी के पानी के उपयोग को भी बैठक में तवज्जो देने की मांग की है।
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