नियमित खानपान के साथ प्रतिदिन योगाभ्यास जरूरी
दून योग पीठ द्वारा शनिवार को तीन दिवसीय ऋषिकेश योग महोत्सव का उद्घाटन किया गया। योगाचार्यों ने साधकों को योग की जानकारी दी और योगाभ्यास करवाया। महायोगी जीतानंद ने योग को आज की आवश्यकता बताया।...

दून योग पीठ देहरादून की ओर से शनिवार को तीन दिवसीय ऋषिकेश योग महोत्सव का आगाज हुआ। जिसमें योगाचार्यों ने साधकों को योग संबंधित जानकारियां दी और विभिन्न सत्रों में योगाभ्यास करवाया। शनिवार को स्वामी नारायण आश्रम ऋषिकेश में तीन दिवसीय प्रथम ऋषिकेश योग महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ ऋषिराज सुनील भगत, महायोगी जीतानंद महाराज और कार्यक्रम संयोजक योगाचार्य डा. बिपिन जोशी ने संयुक्त रूप से किया। महायोगी जीतानंद महाराज ने योग को आज की मूलभूत जरूरत बताया। उन्होंने कहा कि नियमित दिनचर्या, सही खानपान के साथ साथ नियमित रूप से योगाभ्यास करना बेहद जरूरी है। दून योग पीठ के संस्थापक योगाचार्य डॉ. बिपिन जोशी ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड को प्रकृति ने मुक्त हस्त से एक ओर जहां 70 प्रतिशत भूभाग दिए हैं, वहीं हिमालय हमारे पास है। गंगा, यमुना जैसी पवित्र नदियों के साथ-साथ जो देवभूमि उत्तराखंड का स्वास्थ्य अनुकूल वातावरण है और यहां पर हजारों प्रकार की जड़ी बूटियां पाई जाती हैं। उसके साथ-साथ यहां उगने वाला मोटा अनाज पहाड़ों में उगने वाले फल सब्जियां आदि स्वास्थ्य के लिए बहुत अनुकूल हैं। देवभूमि के देवत्व की रक्षा के लिए बहुत जरूरी है। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विवि के योग विभाग के प्रोफेसरों डॉ. विनोद नौटियाल, डॉ. रजनी नौटियाल ने सेमिनार सत्र में साधकों को योगभ्यास करवाया और योगाभ्यास की जानकारी दी। सायंकाल के सत्र में विशेष गंगा आरती के साथ-साथ साधकों को ध्यान का अभ्यास करवाया गया। मौके पर ऋषिराज, सुनील भगत, महायोगी जीतानंद , योगाचार्य डॉ. बिपिन जोशी, योगाचार्य डॉ. ज्योति चुफाल, योगाचार्य दीपिका खंतवाल, योगाचार्य मीना झिकवान, अंबिका उनियाल, आचार्य रामाकृष्ण पोखरियाल आदि उपस्थित रहे।
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