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Papmochani Ekadashi : पापमोचनी एकादशी से सारी इच्छाएं होती हैं पूरी, नोट कर लें संपूर्ण पूजा-विधि

  • पापमोचनी एकादशी व्रत अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह भगवान विष्णु को समर्पित है। हिंदू धर्म में इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। जो साधक इस उपवास को रखते हैं उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती है।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSat, 22 March 2025 05:04 PM
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Papmochani Ekadashi : पापमोचनी एकादशी से सारी इच्छाएं होती हैं पूरी, नोट कर लें संपूर्ण पूजा-विधि

Papmochni Ekadashi Vrat : पापमोचनी एकादशी व्रत अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण होता है। यह भगवान विष्णु को समर्पित है। हिंदू धर्म में इस दिन को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। जो साधक इस उपवास को रखते हैं उनकी सभी इच्छाएं पूरी होती है। माह में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में एकादशी आती है। दृक पंचांग के अनुसार, इस साल पापमोचिनी एकादशी तिथि दो दिन पड़ रही है। गृहस्थजन 25 मार्च को और वैष्णवजन 26 मार्च को पापमोचिनी एकादशी व्रत रखा जाएगा। माना जाता है कि जो भक्त इस दिन भक्ति पूर्ण उपासना करते हैं उन्हें ध्यान,वैभव और अपार यश की प्राप्ति होती है। वहीं इस मौके पर तुलसी पूजा भी जरूर करनी चाहिए।

भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को बताया था इस व्रत का महत्व

पापमोचिनी एकादशी व्रत के प्रभाव से भक्त के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है, ऐसे में इस दिन भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, पापमोचिनी एकादशी का महत्व खुद भगवान श्रीकृ्ष्ण ने अर्जुन को बताया था। भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जो व्यक्ति इस व्रत को रखता है, उसके समस्त पाप खत्म हो जाते हैं और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है।

पूजा-विधि:

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।

घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।

भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।

भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।

अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।

भगवान की आरती करें।

भगवान को भोग लगाएं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं।

इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी की पूजा भी करें।

इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें।

पूजा-सामग्री की लिस्ट-

श्री विष्णु जी का चित्र अथवा मूर्ति

नारियल

सुपारी

फल

लौंग

धूप

दीप

घी

पंचामृत

अक्षत

तुलसी दल

चंदन

मिष्ठान

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