sakat chauth 2023 chand na dikhne par kya kare kaise kare puja Moon Rise : कोहरे की वजह से चांद के दर्शनों का इंतजार बढ़ा, जानें दर्शन न होने पर कैसे करें पूजा?, एस्ट्रोलॉजी न्यूज़ - Hindustan
Hindi Newsधर्म न्यूज़sakat chauth 2023 chand na dikhne par kya kare kaise kare puja

Moon Rise : कोहरे की वजह से चांद के दर्शनों का इंतजार बढ़ा, जानें दर्शन न होने पर कैसे करें पूजा?

Moon Rise Chand Time : सकट चौथ व्रत यानी 10 जनवरी 2023, मंगलवार को है। सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश को समर्पित माना गया है। आज के दिन व्रती महिलाएं संतान की लंबी आयु की कामना करती हैं।

Yogesh Joshi लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 10 Jan 2023 09:55 PM
share Share
Follow Us on
Moon Rise : कोहरे की वजह से चांद के दर्शनों का इंतजार बढ़ा, जानें दर्शन न होने पर कैसे करें पूजा?

सकट चौथ व्रत यानी 10 जनवरी 2023, मंगलवार को है। सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश को समर्पित माना गया है। आज के दिन व्रती महिलाएं संतान की लंबी आयु की कामना करती हैं। सकट चौथ का व्रत भगवान श्रीगणेश के पूजन के साथ ही चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही संपूर्ण माना जाता है। मान्यता है कि सकट चौथ के दिन चंद्र दर्शन जरूरी होते हैं। लेकिन कई बार सकट चौथ पर बादल या धुंध के कारण चांद नजर नहीं आता है तो महिलाएं परेशान हो जाती है। इस साल भी कहीं चांद के दर्शन हो गए हैं तो कहीं चांद के दर्शन नहीं हो पा रहे हैं। अगर आपने भी सकट चौथ का व्रत रखा है और मन में सवाल है कि अगर चांद नजर न आए तो क्या करें, तो यहां जानें जवाब-

1. अगर चंद्रमा नहीं नजर आए तब भी शुभ मुहूर्त में ही पूजा करें। इसके लिए चौकी सजाएं। उस पर लाल कपड़े के ऊपर चावल से चांद की आकृति बनाएं। ओम चतुर्थ चंद्राय नम: मंत्र का जाप कर चंद्रमा का आह्नान करने के बाद विधि-विधान से व्रत पूरा करें।


2. अगर चंद्रमा नजर न आए तो भगवान शिव के मस्तक पर विराजमान चंद्रमा के दर्शन कर सकते हैं। फिर चंद्रमा की पूजा करके अपनी मनोकामना कहें और क्षमायाचना करें।

3. अपने प्रियजनों से चंद्रमा निकलने का समय पूछें और उसके बाद उस दिशा में मुंह करके अपनी पूजा करें और चंद्रदेव से क्षमा याचना करें।
4. जिस क्षेत्र में चंद्रमा दिख गया हो वहां से तस्वीर मंगवाकर उसके दर्शन कर महिलाएं व्रत खोल सकती हैं।
5. अगर चांद न दिखे तो घर के बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त कर व्रत तोड़ें।
6. चांद के दर्शन न होने पर थाली में चावल लेकर उसे चांद का आकार देकर अर्घ्य दें।