लंबी ड्राइव के लिए डीजल कारें अब भी बेहतर, 2500 KM की रोड ट्रिप में बड़ा खुलासा!
लंबी ड्राइव के लिए डीजल कारें अब भी बेहतर हैं। ये बड़ा खुलासा 2,500 KM की रोड ट्रिप में हुआ। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।

क्या इलेक्ट्रिक कारें वाकई लंबी यात्राओं के लिए बेहतर हैं? स्पेन के कुछ पत्रकारों की 2,500 किलोमीटर लंबी रोड ट्रिप ने इस सवाल का ईमानदार जवाब दिया है। बर्लिन से मैड्रिड तक की इस यात्रा में उन्होंने टेस्ला (Tesla) की दो कारों को चलाकर EVs की असल दुनिया में परफॉर्मेंस का टेस्ट किया और नतीजे चौंकाने वाले रहे। आइए जरा विस्तार से इस कहानी को समझते हैं।
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यात्रा की शुरुआत: टेस्ला से शुरू हुआ सफर
इस टीम ने अपनी यात्रा टेस्ला (Tesla) की जर्मनी स्थित गीगाफैक्ट्री से शुरू की, जहां मॉडल Y (Model Y) बनती है। उन्होंने दो इलेक्ट्रिक कारें चलाईं। इसमें टेस्ला मॉडल Y RWD और टेस्ला मॉडल 3 हाईलैंड शामिल थे। दोनों ही लॉन्ग रेंज बैटरी वर्जन थे।
हर 200-300 किलोमीटर पर उन्हें चार्जिंग के लिए रुकना पड़ा। चार्जिंग के दौरान उन्होंने ब्रेक लिया, फ्रेश हुए और जब तक आराम पूरा हुआ, तब तक कार भी चार्ज हो चुकी थी।
चार्जिंग का खर्च: डीजल अब भी सस्ता
इस पूरी यात्रा में EVs को चार्ज करने का खर्च डीजल कार के मुकाबले 53.62 यूरो (करीब 4,800 रुपये) ज्यादा आया। हालांकि, पेट्रोल कार से तुलना करें तो EV सस्ती साबित हुई। EV ने पेट्रोल के मुकाबले 136.61 यूरो (करीब 12,000 रुपये) की बचत की। इसका मतलब है कि लंबी दूरी की ड्राइव में डीजल अब भी सबसे किफायती विकल्प है, खासतौर पर तब जब फास्ट हो, लेकिन महंगी हो।
फास्ट चार्जिंग बनाम सस्ती चार्जिंग: कौन बेहतर?
टीम ने ज्यादातर चार्जिंग टेस्ला (Tesla) के सुपरचार्जर (Supercharger) नेटवर्क से की, जो बहुत तेज है, लेकिन महंगा भी है। अगर उन्होंने धीमे चार्जिंग स्टेशनों का इस्तेमाल किया होता, तो पैसा बचता, लेकिन समय ज्यादा लगता। यह दिखाता है कि EV मालिकों को हर बार एक सवाल से जूझना पड़ता है।
"पैसे बचाऊं या समय?"
फास्ट चार्जिंग समय बचाता है, लेकिन खर्च बढ़ा देता है, जबकि सस्ता चार्जिंग टाइम खा जाता है।
फिलहाल के लिए डीजल ही बेस्ट
अगर आप जल्दी, आरामदायक और बिना रुकावट वाली यात्रा करना चाहते हैं, तो डीजल कारें अब भी EV से बेहतर हैं। फ्यूल भरवाने में चंद मिनट लगते हैं, जबकि EV चार्जिंग में अभी भी समय लगता है। लेकिन, अच्छी बात यह रही कि पत्रकारों ने माना कि EV की चार्जिंग ब्रेक्स उन्हें थकावट से राहत देने में मददगार रहीं।
EVs के फायदे भी कम नहीं!
- कम मेंटेनेंस खर्च (EV में कम मूविंग पार्ट्स होते हैं)
- प्रदूषण-मुक्त ड्राइविंग, खासकर शहरों में
लंबे समय में लागत की बचत
इन सबके बावजूद, हाईवे या रिमोट इलाकों में जहां चार्जिंग स्टेशन कम हों या बिजली महंगी हो, डीजल फिलहाल ज्यादा प्रैक्टिकल है।
क्या सीखा इस 2,500 KM की यात्रा से?
EVs साइलेंट, स्मार्ट और पर्यावरण के लिए बेहतर हैं। लेकिन, लंबी दूरी की फास्ट और सस्ती यात्रा के लिए डीजल अब भी नंबर-1 है। जब तक EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और सस्ता नहीं होता, डीजल कारें लंबी रोड ट्रिप्स के लिए बेहतर रहेंगी।
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