गाड़ी वालों के लिए बुरी खबर! 25% तक महंगा होगा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, जानिए आपकी जेब पर पड़ेगा कितना असर
गाड़ी वालों के लिए एक बुरी खबर है। जी हां, क्योंकि थर्ड पार्टी इंश्योरेंस अब 25% तक महंगा हो सकता है। आइए जानते हैं कि आपकी जेब पर इसका सीधा कितना असर पड़ेगा?

अगर आपके पास कोई गाड़ी है, चाहे वह कार हो, बाइक हो या कमर्शियल व्हीकल हो तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। जल्द ही आपका मोटर थर्ड पार्टी बीमा यानी मोटर थर्ड पार्टी (Motor Third Party- TP) इंश्योरेंस महंगा हो सकता है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, बीमा नियामक प्राधिकरण IRDAI ने मोटर थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम में औसतन 18% की बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा है। खास बात यह है कि कुछ श्रेणियों के वाहनों पर यह बढ़ोतरी 20 से 25% तक हो सकती है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।
मिलती जुलती गाड़ियाँ
और गाड़ियां देखें

Mahindra BE 6
₹ 18.9 - 26.9 लाख

ऑफ़र समाप्त हो रहे हैं

Mahindra Thar
₹ 11.5 - 17.62 लाख

ऑफ़र समाप्त हो रहे हैं

Mahindra Scorpio-N
₹ 13.99 - 24.89 लाख

ऑफ़र समाप्त हो रहे हैं

Yamaha MT-15 V2
₹ 1.7 - 1.74 लाख

ऑफ़र समाप्त हो रहे हैं

Royal Enfield Hunter 350
₹ 1.5 - 1.82 लाख

ऑफ़र समाप्त हो रहे हैं

Hero Splendor Plus XTEC
₹ 95,677 - 99,476

ऑफ़र समाप्त हो रहे हैं
CNBCTV18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब इस प्रस्ताव पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) अंतिम फैसला लेगा। अगले 2-3 हफ्तों में इस पर निर्णय लिया जा सकता है। उसके बाद एक ड्रॉफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिस पर जनता से फीडबैक भी लिया जाएगा, फिर इसे लागू किया जाएगा।
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस क्या होता है?
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, मोटर व्हीकल एक्ट के तहत अनिवार्य होता है। यह बीमा उस स्थिति में काम आता है, जब आपकी गाड़ी से किसी तीसरे व्यक्ति को जान या माल की हानि होती है। यह बीमा उन नुकसानों को कवर करता है, जो आपने नहीं बल्कि किसी और को हुए हैं।
बीमा कंपनियों की हालत खराब
सूत्रों की मानें तो बीमा कंपनियों को थर्ड पार्टी इंश्योरेंस में काफी नुकसान हो रहा है। FY25 में न्यू इंडिया एश्योरेंस (New India Assurance) (सरकारी कंपनी) का TP लॉस रेशियो 108% रहा यानी जितना प्रीमियम मिला, उससे ज्यादा क्लेम देना पड़ा। गो डिजिट (Go Digit) और ICICI लोमबार्ड जैसे प्राइवेट प्लेयर्स ने भी 69% और 64.2% लॉस रेशियो रिपोर्ट किया है। इसी वजह से IRDAI का मानना है कि अब प्रीमियम बढ़ाना जरूरी हो गया है, ताकि बीमा कंपनियों की वित्तीय स्थिति संतुलित हो सके।
आखिरी बार कब बढ़ा था बीमा प्रीमियम?
आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले चार सालों से थर्ड पार्टी प्रीमियम में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। 2021 में आखिरी बार दरें बढ़ी थीं, लेकिन तब से महंगाई, मेडिकल खर्च, कोर्ट द्वारा तय किए गए मुआवजे और सड़कों पर बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए बीमा कंपनियां लगातार घाटे में जा रही हैं।
अगर बढ़ेगा 20% प्रीमियम, तो क्या होगा असर?
एक्सपर्ट का मानना है कि अगर थर्ड पार्टी प्रीमियम में 20% की बढ़ोतरी होती है, तो इससे इंश्योरेंस इंडस्ट्री का अंडरराइटिंग मार्जिन यानी मुनाफा 4-5% तक बेहतर हो सकता है।
आपके लिए क्या मायने रखती है यह खबर?
अगर आपके वाहन की थर्ड पार्टी बीमा की पॉलिसी रिन्यू होने वाली है, तो हो सकता है आपको नई और महंगी दरें चुकानी पड़े। बेहतर होगा कि आप अभी ही अपनी पॉलिसी को रिन्यू करवा लें, ताकि संभावित बढ़ोतरी से बचा जा सके। कॉमर्शियल वाहन मालिकों के लिए यह बढ़ोतरी और ज्यादा बजट पर असर डाल सकती है।
सरकार और बीमा नियामक इस बढ़ोतरी को जरूरी मान रहे हैं, ताकि बीमा कंपनियां आर्थिक रूप से संतुलन बना सकें, लेकिन इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा। आने वाले दिनों में अगर आप बीमा खरीदने या रिन्यू कराने जा रहे हैं, तो ये खबर जरूर ध्यान में रखें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।