नेपाल में भारतीय पर्यटक के साथ मारपीट की घटना से पर्यटकों की सुरक्षा पर सवाल
नेपाल सरकार भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन दिवस मना रही है, जबकि दूसरी ओर भारतीय पर्यटकों पर रंगभेद सूचक अपमानजनक शब्दों के साथ हमला किया गया। कोसी प्रदेश में पर्यटन वर्ष के कार्यक्रम...

पर्यटकों को लुभावने के लिए नेपाल सरकार मना रही है पर्यटन दिवस पर्यटकों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नेपाल में प्रतिदिन हो रहा करोड़ो का खर्च
रंगभेद सूचक व अपमानजनक शब्द के साथ पीटे जा रहे थे भारतीय पर्यटक
फारबिसगंज, एक संवाददाता।
एक तरफ पड़ोसी राष्ट्र नेपाल के कोसी प्रदेश की सरकार ने भारतीय पर्यटक के जरिए नेपाल के होटल, डांस बार के व्यापार को जीवित रखने के प्रयास को लेकर प्रतिदिन करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। मगर बिडंबना देखिये जिस जगह कोसी प्रदेश सरकार पर्यटन वर्ष के कार्यक्रम का शुभारंभ कर जोरशोर से उत्सव मना रही थी, तो दूसरे तरफ रंगभेद सूचक अपमानजनक शब्द के साथ पीटे जा रहे थे भारतीय पर्यटक। हालांकि यह पहली घटना नहीं है इससे पूर्व भी नेपाल में भारतीय पर्यटकों के साथ मारपीट भेदभाव आदि की घटना घटित हो चुकी है। हालांकि ‘हिन्दुस्तान जारी वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। भोजपुर जिले के एक नृत्य प्रतियोगिता में प्रतिस्पर्धा के लिए आए ब्लॉगर रतुल रोक्स को काले सहित अन्य अपमानजनक शब्दो का प्रयोग करते हुए नेपाल के 6 युवाओ के समूह के द्वारा मारपीट करने की बात वीडियो के मार्फत की गयी है। वीडियो में दी गयी जानकारी के अनुसार रतुल के द्वारा प्रतियोगिता मे 17 हजार रुपए का इनाम भी जीता है। इनके अनुसार प्रतियोगिता समाप्त होने के बाद नेपाल में घूमने के उदेश्य से अपने भारतीय नंबर के बाईक से निकले थे, लेकिन पीछे का टायर पंचर होने के बाद कुछ समय बिताने के लिए पहाड़ पर बैठने के दौरान उक्त 6 युवाओ के समूह के द्वारा ब्लागर कैमरा तोड़ते हुए रंगभेद सूचक गाली देने के साथ ही हेलमेट से मारपीट करने की बात कही गई है। साथ ही पुलिस के आगे धमकी देने के साथ ही स्थानीय होटल वाले ने भी अभद्र व्यवहार करने की बात वीडियो मे कही गई है। रतुल के अनुसार भारतीय पर्यटक होना ही उनकी बड़ी गलती थी। पुलिस के आगे ही उन्होंने खुकुरी से जान मारने की धमकी दी जा रही थी, लेकिन पुलिस हमें बचाने की जगह अपने नागरिक के सुरक्षा मे व्यस्त रही।
क्या कहते है कोसी पर्यटन वर्ष के कार्यक्रम से जुड़े लोग:
कोसी प्रदेश के तीनजुरे-मिल्के क्षेत्र मे ‘कोशी पर्यटन वर्ष-2082 के उद्घाटन के एक दिन बाद ही सार्वजनिक हुए इस घटना के बाद पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगो ने नेपाल सरकार की जमकर सोशल मीडिया में निंदा कर रहे है।
नेपाल के पहाड़ी शहर धरान के विधार्थी नेता सागर सरगम चेम्जोन्ग ने कहा कि नेपाल की कोसी प्रदेश सरकार पर्यटन वर्ष 2082 मना रही थी, तो दूसरी तरफ भारतीय पर्यटक के साथ मारपीट की जा रही थी। यह नेपाल में कैसी सुरक्षा और कैसा पर्यटन वर्ष?
वही पर्यटन उद्यमी तथा नेपाल के ट्रैवल संचालक वासुदेव बराल ने कहा कि भारतीय पर्यटक के साथ मारपीट की घटना से कोसी प्रदेश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। बराल कहते है की सरकार के दावे के बीच भारतीय पर्यटक के प्रति नेपाली का नजरिया अब भी खराब है। ओर इस घटना के बाद और भी खराब संदेश प्रवाह हुआ है।
क्या कहते हैं नेपाल कोसी प्रदेश के पुलिस प्रमुख:
कोसी प्रदेश पुलिस प्रमुख डीआईजी राजन अधिकारी ने बताया की मामला की वीडियो वायरल होने के बाद घटना के जांच के आदेश दिया गया है।
क्या कहते हैं घटना हुए जिले के पुलिस अधिकारी:
भोजपुर पुलिस के डीएसपी युवराज तिम्सिना ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा की मारपीट की घटना तीन दिन पहले हुई थी, कुछ स्थानीय युवकों के द्वारा भारतीय पर्यटक के साथ मारपीट की घटना हुई थी। भारतीय पर्यटक वापस भारत चले गए। आरोपी पर कार्यवाही के सम्बन्ध में पूछे जाने पर कहा की पीड़ित वापस चले गए। इसलिए आरोपियों को चेतवानी देकर छोड़ दिया गया है।
क्या कहते हैं भारत-नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष:
भारत-नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्य्क्ष राजेश कुमार शर्मा बताते हैं की नेपाल सरकार के दावे का मेल आम तौर पर सटीक नहीं है। भारतीय पर्यटक के साथ सीमा से ही मुसीबत खड़ी हो जाती हैं,जैसे की यात्री के लगेज को अस्त- व्यस्त तरीके से जांच की प्रिक्रिया, जबकि बगल से केरिंग की समाग्री बिना झंझट के निकलता है। अगर जानकारी के अभाव में थोड़ा सा भी इधर-उधर गाड़ी खड़ी हुई तो लॉक लगा कर मोटी रकम वसूल की जाती है। कोसी प्रदेश सरकार को पहले जमीनी स्तर पर अपने अधिकारियों को परिवर्तन करना होगा और फिर भारतीय पर्यटकों को लुभावने का दावा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।