24 वर्षों से सड़क व नाले की मरम्मत नहीं हुई, जलजमाव भी बड़ी समस्या
जमादार टोला की मुख्य सड़क, जो काली बाग मंदिर से एनएच 727A तक जाती है, 24 वर्षों से जर्जर है। सड़क में गड्ढे और जलजमाव की समस्या है, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। स्थानीय निवासियों को जल निकासी और सड़क की...
नगर निगम के काली बाग मंदिर से जमादार टोला होते हुए बसंत टोला एनएच 727A तक जाने वाली जर्जर सड़क से आए दिन कोई ना कोई दुर्घटनाएं होते रहती है। 2001 में इस मुख्य सड़क का निर्माण कराया गया था। 24 वर्षों में इस सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई है। सड़क में जगह-जगह एक से डेढ़ फीट गड्ढे बन गए हैं। अगल-बगल के घरों से लगभग 2 फीट नीचे सड़क है। इससे बरसात के दिनों में जलजमाव से मोहल्लेवासियों को परेशानी होती है। खुले और टूटी नाली का पानी सड़क पर जमा हो जाता है। जलनिकासी की मुकम्मल व्यवस्था नहीं होने से 4 महीने तक इस मोहल्ले के अधिकांश भाग में जलजमाव रहता है।
स्ट्रीट लाइट खराब है। नल जल के लीकेज से भी मोहल्लेवासी परेशान हैं। 40 फीसदी घरों में अभी भी जल-नल की सुविधा नहीं है। नगर के जमादार टोला, पश्चिमी करगहिया समेत वार्ड 1, वार्ड 2 और वार्ड 3 के मोहल्लेवासियों को वाल्मीकिनगर, बगहा, गोरखपुर आदि जाने के लिए यही एकमात्र सड़क है। कालीबाग से जमादार टोला होते हुए बसंत टोला एनएच तक टूटी और खुली नाली परेशानी की मुख्य वजह है। रिहायशी इलाका होने के कारण आए दिन जाम की समस्या से भी लोगों को फजीहत होती है। इस सड़क से लगभग 30 हजार की आबादी प्रभावित है। अमित कुमार गुप्ता, प्रकाश कुमार, दीपक कुमार, मोहम्मद इमरान, नेयाज अहमद ने बताया कि जिला मुख्यालय, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, हॉस्पिटल, कोर्ट कचहरी, मीना बाजार, लाल बाजार जाने का यह एकमात्र सड़क है। फिर भी 24 वर्षों से यह सड़क उपेक्षा की शिकार है। सड़क पर जलजमाव और गड्ढे होने से एक साल के अंदर आधे दर्जन से ज्यादा गंभीर दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। गंदगी फैलने से मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। खुदाबक्स चौक से लेकर पश्चिम करगहिया मुख्य सड़क जो जमादार टोला को जोड़ती है। इसका ड्रेनेज सिस्टम सुदृढ़ नहीं है। चूड़ा मिल से लेकर सहमत अली के घर होते हुए वार्ड एक और दो के बीच जो मुख्य सड़क है वह भी जर्जर हो गई है। करगहिया रोड में बरसात के दिनों में 4 महीने तक पानी लगा रहता है। बरसात के दिनों में सड़क जलकुंभी से पट जाता है। जमादार टोला लो लैंड जमीन पर बसी हुई है। इस टोले को जोड़ने वाली सभी सड़कों के ऊंचीकरण के साथ साथ जीर्णोद्धार की जरूरत है। जमादार टोला सरकारी स्कूल से एनएच तक की सड़क की ऊंचीकरण करने की जरूरत है। झिलिया, घोड़नमवा, सड़क भी नाले में तब्दील हो गया है। सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में मरीजो को हॉस्पिटल ले जाने में होती है। अली इमाम, मुनेश आलम ने बताया कि इस क्षेत्र के विकास के लिए सांसद और विधायक भी गंभीर नहीं है। सड़क कनेक्टिविटी बेहतर नहीं होने के कारण भी इस क्षेत्र के छोटे-मोटे व्यवसाय प्रभावित हो रहे हैं। बरसात के दिनों में लगभग 3 महीने तक कारोबार भी प्रभावित रहता है। जबकि इस क्षेत्र में ऐतिहासिक काली बाग मंदिर है। जहां दूर दराज से श्रद्धालु पूजा अर्चना करने आते हैं। इसके बावजूद भी मुख्य सड़क का निर्माण नहीं होना विकास की पोल खोल रही है।
प्रस्तुति: श्रीकांत तिवारी/शत्रुध्न शर्मा
मुख्यमंत्री शहरी समग्र विकास योजना से काली बाग से जमादार टोला होते हुए बसंत टोला एनएच 727A तक 9.50 करोड़ की लागत से सड़क निर्माण का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है। प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के उपरांत सड़क की ऊंचीकरण और चौड़ीकरण का कार्य शुरू करा दिया जाएगा। ताकि लोगों को बेहतर सड़क कनेक्टिविटी मिल सकें।
-रविकांत कुमार, कार्यपालक अभियंता, बुडको
बरसात के पहले काली बाग से लेकर जमादार टोला होते हुए बसंत टोला एन एच 727A तक सड़क निर्माण के लिए सदन में आवाज उठायी गयी है। इस पिछड़े इलाके के लिए जितनी विकास राशि की आवश्यकता है, उतनी उपलब्ध नहीं कराई जाती है। विकास राशि के आवंटन में भेदभाव बरता जाता है। जल नल के लिंकेज ठीक कराने के लिए विभाग को पत्र भेजा गया है।
-इंद्रजीत यादव, वार्ड प्रतिनिधि
सुझाव
1. कालीबाग मंदिर से जमादार टोला होते हुए बसंत टोला एनएच तक सड़क का ऊंचीकरण हो व उसका जीर्णाेद्धार हो।
2. जमादार टोला के जल निकासी की उचित व्यवस्था होनी चाहिए। ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाना चाहिए।
3. टूटी नालियों की मरम्मत होनी चाहिए। खुली नालियों को ढंकने की व्यवस्था होनी चाहिए।
4. हर घर नल की सुविधा बेहतर होनी चाहिए। जगह-जगह लीकेज को ठीक किया जाना चाहिए।
5. प्रत्येक घरों को हर घर नल की सुविधा मिलनी चाहिए। खराब पड़े स्ट्रीट लाइट को ठीक किया जाना चाहिए।
शिकायतें
1. मुख्य सड़क जर्जर है। यहां की छोटी-छोटी सड़कों के साथ-साथ नालियों का भी बुरा हाल है।
2. कई सड़कें नाली में तब्दील हो गई है। जमादार टोला सरकारी स्कूल से एनएच तक की सड़क जलजमाव से बदहाल है।
3. झिलिया, घोड़नमवा की कच्ची सड़क भी नाली में तब्दील हो गयी है। इस पर पैदल चलना भी दूभर हो गया है।
4. ग्रामीण क्षेत्र से शहर में जुड़े मोहल्लों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। इसे जल्द पूरा किया जाना चाहिए।
5. क्षेत्र के विकास के लिए जरूरत से कम राशि उपलब्ध करार्यी जा रही है। इससे वार्ड में समस्या बरकरार है।
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