Severe Storm Damages Wheat Crops in West Champaran Beneficial Rainfall for Other Crops आंधी-पानी से गेहूं को क्षति, गन्ने को फायदा, Bagaha Hindi News - Hindustan
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आंधी-पानी से गेहूं को क्षति, गन्ने को फायदा

पश्चिम चंपारण जिले में अक्टूबर के छह माह बाद आंधी के साथ बारिश हुई, जिससे 30% गेहूं की फसल को नुकसान हुआ। हालांकि, 20 एमएम बारिश से गन्ना, मक्का, मूंग, सब्जी, आम और लीची के फसलों को लाभ मिला है। कृषि...

Newswrap हिन्दुस्तान, बगहाThu, 10 April 2025 11:16 PM
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आंधी-पानी से गेहूं को क्षति, गन्ने को फायदा

बेतिया, बेतिया प्रतिनिधि। पश्चिम चंपारण जिले में बीते वर्ष अक्टूबर के छह माह बाद आंधी के साथ बारिश हुई। आंधी से 30 फीसदी गेहूं की तैयार फसल को क्षति पहुंचने के अनुमान हैं। 20 एमएम बारिश से गन्ना, मक्का, मूंग, सब्जी, आम-लीची को फायदा हुआ है। इधर, जिले में वज्रपात से लोग सहमे रहे। सिरिसिया में फौजी कमलनारायण साह के घर पर ठनका गिरा। हालांकि इससे उनके परिवार के लोग बाल-बाल बच गये। पक्के का मकान जगह-जगह क्रैक कर गया। कृषि विज्ञान केंद्र माधोपुर के वैज्ञानिक सौरभ दुबे ने बताया कि आंधी से आम-लीची के दाने झड़कर गिरे हैं। लेकिन बारिश से बचे हुए आम-लीची के दानों को फायदा होगा। उसके डंठल मजबूत होने के साथ फल का विकास भी बेहतर होगा। जिले के सभी प्रखंडों में बारिश हुई है। इससे खेतों में नमी लौटी है। गरमा फसलों के साथ गन्ने को भी इससे फायदा हुआ है। कृषि वैज्ञानिक अप्रैल में हुई बारिश से गरमा और खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन की संभावना जता रहे हैं। खेतों में नमी होने से किसान समय से धान का बिचड़ा गिरा सकेंगे। गन्ना विकास विभाग के आंकड़ों के अनुसार पश्चिम चंपारण जिले में लगभग 1.57 लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती हुई है। जबकि 22 हजार हेक्टेयर में मक्के की खेती हुई है। सहायक निदेशक उद्यान राजू रावत ने बताया कि बारिश से आम और लीची के फसलों को फायदा हुआ है। हालांकि पिछले साल की अपेक्षा 30 फीसदी कम आम और लीची के फल लगे हैं। बारिश से आम के टिकोले और लीची के दाने अब कम झड़ेंगे। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सुरेश प्रसाद ने बताया कि जिले में लगभग चार हजार हेक्टेयर में मूंग की खेती हुई है। बारिश होने से मूंग का उत्पादन बढ़ेगा। जिससे किसानों को फायदा होगा। मझौलिया के किसान परशुराम सिंह ने बताया की बारिश से गेहूं की 30 फीसदी क्षति हुई है। जिले में लगभग 42 हजार हेक्टेयर में गेहूं की खेती हुई है। बारिश से जहां गेहूं उत्पादक किसान चिंतित हैं। वही गरमा के फसलों को भी फायदा हुआ है। इधर बगहा में गुरुवार की दोपहर बाद मौसम के मिजाज में हुए अचानक परिवर्तन व हुई बूंदाबांदी से मौसम खुशनुमा रहा। विगत एक पखवारे से तेज धूप व गर्मी से परेशान लोगों को इस बूंदाबांदी से काफी राहत मिली। वहीं दूसरी ओर हल्की बारिश से सब्जी गन्ना व मक्का के फसलों को काफी फायदा पहुंचा है। तेज हवा के कारण गेहूं की फसले कुछ प्रभावित हुई है।

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